पाकिस्तान के पेशावर में 2 सिखों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात के समय दोनों बाड़ा बाजार स्थित अपनी दुकान के अंदर बैठे हुए थे। वह काफी समय से पेशावर में दुकान चला रहे थे। मरने वालों में कुलजीत सिंह (42) और रणजीत सिंह (38) शामिल हैं। बाइक पर आए 2 जिहादियों ने दुकान के अंदर अंधाधुंध गोलिबारी कर हत्याकांड को अंजाम दिया।
फिलहाल, हत्यारों की पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिए हैं। कातिलों की तलाश में पेशावर में पुलिस का खोज अभियान चल रहा है। घटना के बाद आक्रोश को देखते हुए खैबर पख्तूनवाह प्रांत के मुख्यमंत्री महमूद खान ने पुलिस से जवाब तलब किया है। खान ने कहा कि, यह घटना दुखद है और हत्यारों को बख्शा नहीं जाएगा।
Two Sikh Minority members brutally killed on the streets of Pakistan in Peshawar. This is as a result of Pakistan state policy of minority hatred against Sikh, Hindus, Christian and Ahmadiyas. Why no global outrage on this barbaric act? pic.twitter.com/qeJHJpmDtU
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) May 15, 2022
पंजाब के CM भगवंत मान ने इस हत्याकांड की निंदा की। उन्होंने भारत के विदेश मंत्रालय से मांग की कि, वह पाकिस्तान से बात करे। वहां अल्पसंख्यक सिखों और हिंदुओं की सुरक्षा को यकीनी बनाए।
7 महीने पहले भी की थी हत्या
इससे पहले पेशावर में ही सतनाम सिंह नामक व्यक्ति की हत्या कर दी थी। करीब 7 महीने पहले हुई इस हत्या के बारे में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। पाकिस्तान की पुलिस आज तक कातिलों का पता नहीं लगा सकी।
सिरसा बोले – पाक राजदूत को तलब करें
My letter to Mr JP Singh, Jt Secretary, @MEAIndia (PAI) sharing our concerns for the safety of Sikhs in Pakistan. I urge Govt of India to address this issue with @GovtofPakistan@ANI @thetribunechd @punjabkesari @TimesNow @republic pic.twitter.com/AJK7IYiCkL
— Manjinder Singh Sirsa (@mssirsa) May 15, 2022
भाजपा नेता मनजिंदर सिरसा ने कहा कि, पाकिस्तान में सिखों को डराया जा रहा है कि वह पेशावर छोड़ दें। इस बारे में कई बार पाकिस्तान सरकार को कहा भी गया लेकिन वह कोई कदम नहीं उठा रहे हैं। पाकिस्तान में सिखों की गिनती थोड़ी है, इसलिए उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
उन्होंने कहा कि, मैं इस संबंध में विदेश मंत्रालय से बात कर रहा हूं। भारत सरकार को पाकिस्तान स्थित हाई कमीशन से संपर्क करना चाहिए। उन्होंन इस संबंध में पाकिस्तान के राजदूत को तलब करने की भी मांग की।