‘यहां आओगे तो दूर हो जाएगी गरीबी’ का प्रलोभन देकर कर रहे थे छात्रों का धर्मांतरण
राजधानी भोपाल में धर्मांतरण से जुड़े मामले में निजी विद्यालय संचालक मेनिस मैथ्यू समेत 6 आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में खुफिया तंत्र को धर्मांतरण पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं। वहीं, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि मध्य प्रदेश में लालच देकर धर्मांतरण करने का पाप करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।
बैरागढ पुलिस थाने को महेंद्र उर्फ मिक्की दास से क्राईस्ट मेमोरियल विद्यालय बैरागढ़ में हिंदू समाज के लोगों की भावनाएं भड़काकर ईसाई धर्म अपनाने की गतिविधि संचालित होने की शिकायत मिली थी। पुलिस ने शिकायत के बाद क्राईस्ट मेमोरियल विद्यालय पर दबिश दी। वहां पर संदिग्ध गतिविधियां संचालित होना पाया गया। शिकायतकर्ता के अनुसार विद्यालय में हिंदू देवी-देवताओं के धार्मिंक ग्रंथ और हनुमान चालीसा के खिलाफ आपत्तिजनक बातें बताई जा रही थी। ईसाई धर्म के धार्मिंक ग्रंथों को श्रेष्ठ बताया जा रहा था। लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए बहकाया जा रहा था। शिकायतकर्ता ने कहा कि इससे हिंदू समाज के लोगों को काफी ठेस पहुंची है। विद्यालय संचालक मेनिस मैथ्यू और पाल पोलूस हिंदू धर्म से ईसाई धर्म परिवर्तन के लिए व्याख्यान कर लोगों को लालच दे रहे हैं।
पुलिस ने इस मामले में विद्यालय संचालक समेत अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था, जिसके आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया। इस मामले में भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने भी भोपाल कलेक्टर और पुलिस कमिश्नर से बात कर जांच करने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने को कहा है।
इस मामले में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि मध्य प्रदेश में लालच देकर धर्मान्तरण कराने वालों के लिए कोई स्थान नहीं है। धर्मान्तरण पाप है। यह पाप करने वाले आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी। जैसे ही मामला संज्ञान में आया तुरंत कार्रवाई की गई। जो लालच देकर गुमराह करते हैं और धर्मांतरण को उकसाते हैं, उनका स्थान जेल है। जो धर्मांतरण में लगे हैं, वह समझ लें कि मप्र में बीजेपी की सरकार है और ऐसी किसी गतिविधि को अनुमति नहीं दी जाएगी।
भोपाल में धर्मांतरण कराने के मामले पर मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि, FIR दर्ज कर ली गई है, साथ ही मध्य प्रदेश के जितने भी मिशनरी विद्यालय हैं उनके अंदर इस तरीके की गतिविधियां तो नहीं चल रही है, जिसको लेकर हमने इंटेलिजेंस को नजर बनाए रखने के लिए कहा है।
स्रोत : अमर उजाला