‘ज्ञानयोगी साधक श्री. शिरीष देशमुख’ नामक ग्रंथ का प्रकाशन !
अमरावती – हिन्दू राष्ट्र स्थापना के लिए हिन्दुओं पर होनेवाले आघात एवं हिन्दू राष्ट्र के होनेवाले लाभ लोगों तक पहुंचाना आवश्यक है । अब परिस्थिति अनुकूल है । अब नहीं, तो कभी भी नहीं । इसके लिए हमें प्रयत्न करना होगा । त्याग करना होगा । समय देना होगा । केवल भारत में विश्वगुरु बनने की क्षमता है । विचारों में सुस्पष्टता रखकर, पूरी प्रामाणिकतासे कार्य करते हुए आगे जाना है । यह सर्व ईश्वरीय अधिष्ठान रखकर करना है, ऐसा प्रतिपादन शिवधारा आश्रम के पू. संतोषकुमार महाराजजी ने किया । वे अमरावती के प्रांतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन में बोल रहे थे ।
पू. संतोषकुमार महाराज, सनातन संस्था के धर्मप्रचारक पू. अशोक पात्रीकर, हिन्दू विधिज्ञ परिषद के पू. (अधिवक्ता) सुरेश कुलकर्णी एवं हिन्दू जनजागृति समिति के महाराष्ट्र एवं छत्तीसगड राज्य संगठक श्री. सुनील घनवट के हस्तों दीप्रज्वलन से इस अधिवेशन का आरंभ हुआ । इस अवसर पर सनातन संस्था के ‘ज्ञानयोगी साधक श्री. शिरीष देशमुख’ इस ग्रंथ का उपस्थित संतों के हस्तों प्रकाशन किया गया । २० से भी अधिक हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के १०० से भी अधिक हिन्दुत्वनिष्ठों की उपस्थिति में इस हिन्दूहित का प्रस्ताव संमत हुआ ।
हिन्दू राष्ट्र स्थापना के लिए क्षात्रतेज एवं ब्राह्मतेज आवश्यक ! – पू. अशोक पात्रीकर, सनातन संस्था
हिन्दू राष्ट्र स्थापना के लिए ब्राह्मतेज एवं क्षात्रतेज आवश्यक है इसलिए छत्रपति शिवाजी महाराज समान हिंदवी स्वराज्य स्थापित करने के लिए प्रत्येक को भगवान का अधिष्ठान रखना चाहिए । इसके साथ ही अपने जीवन में साधना को महत्त्व देकर हिन्दू राष्ट्र के कार्य में सम्मिलित हों ।
केवल हिन्दुओं के ही मंदिरों का सरकारीकरण होता है ! – पू. (अधिवक्ता) सुरेश कुलकर्णी
देश में धर्मनिरपेक्ष व्यवस्था होते हुए भी एक भी मस्जिद अथवा चर्च का सरकारीकरण नहीं होता; परंतु केवल हिन्दुओं के ही मंदिरों का सरकारीकरण किया जाता है । हिन्दुओं के लिए कानून, तो अन्यों के लिए सहूलियतें, ऐसा क्यों ? हिन्दुओं के मंदिर सरकारमुक्त होने चाहिए, इसके लिए प्रत्येक को सक्रिय होना चाहिए ।
इस अधिवेशन में उपस्थितों को संबोधित करते हुए हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. सुनील घनवट ने हलाल प्रमाणपत्र के माध्यम से कार्यान्वित किए जा रहे आर्थिक षड्यंत्रों के विषय में प्रबोधन किया ।
अधिवेशन के उपरांत ८ स्थानों पर हिन्दू राष्ट्र जागृति बैठक लेने का निर्णय लिया गया । सभागृह के विश्वस्त मंडल एवं अजमेरा डेकोरेशन के मालिक श्री. अनुप अजमेरा ने अधिवेशन में सहायता की ।