Menu Close

मंदसौर (मध्य प्रदेश) के शेख जफर बने चैतन्य सिंह राजपूत, हिन्दू धर्म में की घरवापसी

कहा – ‘परिवर्तन नहीं यह सनातन धर्म में मेरी वापसी’

मध्य प्रदेश के मंदसौर में हिंदू धर्म से प्रभावित होकर एक मुस्लिम शख्स ने इसे अपना लिया। शुक्रवार सुबह मंदसौर के पशुपतिनाथ मंदिर में विधि विधान से उनका धर्म परिवर्तन करवाया गया। धर्म परिवर्तन के लिए विशेष तौर पर मुंबई से महामंडलेश्वर चिदंबरानंद जी सरस्वती मंदसौर आए और उन्होंने शेख जफर को कुंडली के अनुसार नया नाम भी दिया। हिंदू धर्म अपनाने के बाद अब शेख जफर अपने नए नाम चैतन्य सिंह राजपूत के नाम से जाने जाएंगे।

बचपन से ही थे हिंदू धर्म से प्रभावित 

शेख जफर से चैतन्य सिंह राजपूत बने शख्स ने बताया कि मैं बचपन से ही हिंदू धर्म से प्रभावित था। चैतन्य सिंह मानते हैं कि, उन्होंने धर्म परिवर्तन नहीं किया, बल्कि अपने धर्म में वापसी की है। दरअसल चैतन्य सिंह राजपूत की हिंदू धर्म में पहले से ही काफी रुचि थी। उन्होंने अपने घर पर ही मंदिर भी बनाया हुआ है। उन्होंने बताया कि उनके घर पर नवरात्रि के दिनों में घट स्थापना भी होती है। इसमें नौ दिनों तक अखंड ज्योति भी जलती है। धर्म परिवर्तन करने वाले शख्स का कहना है कि वे शुरू से ही सनातन धर्म का पालन कर रहे थे। सिर्फ नाम परिवर्तन करवाना था जो आज विधि विधान से करवा लिया है ।

धर्म परिवर्तन में खुद शामिल हुए भाजपा विधायक

शेख जफर के धर्म परिवर्तन कार्यक्रम में मंदसौर से भाजपा विधायक यशपाल सिंह सिसौदिया भी शामिल हुए। उन्होंने कहाकि शेख जफर ने मेरे सामने अपनी इच्छा जताई थी। जनप्रतिनिधि होने के नाते मैंने भगवान पशुपतिनाथ के मंदिर में उनकी इच्छा पूरी की। विधायक ने चैतन्य सिंह राजपूत को बधाई और शुभकामनाएं भी दीं। वहीं धर्म परिवर्तन करवाने वाले महामंडलेश्वर चिदंबरानंद जी सरस्वती ने कहा कि भारतवर्ष में जितने भी मुस्लिम हैं, सभी पूर्व में हिंदू ही थे, सनातन धर्म से ही जुड़े हुए थे। लेकिन शेख जफर ने इस बात को समझा है और अब वे हिंदू धर्म को शास्त्रीय विधि विधान से अपना चुके हैं।

हिंदू युवती से की थी शादी

शेख जफर की उम्र 46 वर्ष है। महामंडलेश्वर स्वामी चिदंबरानंद सरस्वती अखिल भारतीय पंचायत अखाड़ा महानिर्वाणी संघ के महामंडलेश्वर द्वारा विधि विधान से पूजन हवन कर हिंदू धर्म की दीक्षा दी। शेख जफर से चैतन्य सिंह राजपूत बनने के बाद उन्होंने कहा कि बचपन से ही उनका झुकाव हिंदू धर्म की ओर है। इसके बाद उन्होंने हिंदू धर्म की युवती से शादी की थी। उनकी पत्नी का नाम शारदा यादव है। अब तक वे खुद को अधूरा महसूस कर रहे थे लेकिन अब हिंदू धर्म अपनाने के बाद वे पूर्ण रूप से हिंदू हो गए हैं, इससे उन्हें शांति का अनुभव हो रहा है।

उन्होंने कहा कि घर में खुला माहौल है और देश के संविधान के अनुरूप सभी अपने मर्जी से किसी धर्म के प्रति आस्था रख सकते हैं इसमें किसी को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए और अगर होती है तो वह कट्टरता है। विश्व में सभी सनातनी लोग थे लेकिन बाद में अलग-अलग धर्मों में बैठ गए, उन्हें शुरू से ही हिंदू धर्म से गहरा लगाव है इसी के चलते वे खुद को अधूरा सा महसूस करते थे। अब धर्म परिवर्तन के बाद वे पूर्ण रूप से हिंदू है और शिव भक्त भी।

स्रोत : हिन्दुस्थान

Related News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *