‘हिन्दू रक्षा महाआघाडी’की ओर से म्हापसा में ‘गोवा फाइल्स’ प्रदर्शन
म्हापसा (गोवा) – ‘‘गोमंतकीयों को अब गोवा का सत्य इतिहास जान लेना चाहिए । पुराने (ओल्ड) गोवा में ‘इन्क्विजिशन हाउस’ (धर्मछल के स्थान) कहां गाढ दिया गया है, इसे ढूंढ निकालना चाहिए । दुर्भाग्य की बात है कि ऐसी वास्तु को आज ‘संरक्षित वास्तु’ घोषित किया जा रहा है । ओल्ड गोवा के ‘हातकातरो खांब’ अर्थात ‘हाथ काटने का खंबा’ की पूर्णरूप से उपेक्षा की जा रही है । हिन्दू जनजागृति समिति एवं अन्य हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन द्वारा किए आंदोलन के उपरांत ‘हातकातरो खांब’ यह कम से कम खडा तो है । इस स्थान को किसी वाहन की टक्कर लगने से खंबा धराशायी हो सकता है । इसलिए इस वास्तु का संरक्षण करना आवश्यक है’’, ऐसा प्रतिपादन गोमंतक मंदिर महासंघ के श्री. जयेश थळी ने किया । ‘हिन्दू रक्षा महाआघाडी’की ओर से खोर्ली, म्हापसा में श्री सातेरी मंदिर सभागृह में श्री परशुराम जयंती के निमित्त से आरंभ किए गए इस अभियान के अंतर्गत ‘गोवा फाइल्स’के प्रदर्शन लगाए गए थे । इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में वे बोल रहे थे । इस अवसर पर शिवसेना के गोवा विभाग के भूतपूर्व प्रमुख श्री. रमेश नाईक, सनातन संस्था की श्रीमती शुभा सावंत आदि की प्रमुख उपस्थिति थी ।
इस अवसर पर ‘गोवा में धर्मांतरविरोधी कानून लागू करें, ‘इन्क्विजिशन’का इतिहास विद्यालय की पाठ्यपुस्तकों में समावेश करें, पाद्री डॉम्निक से संबंधित सर्व सूत्रों की पूछताछ करें, ‘हातकातरो खांब’ का संरक्षण करें और उसका इतिहास उस स्थान पर लिखा जाए’, आदि महत्त्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए । कार्यक्रम का सूत्रसंचालन श्रीमती शुभा सावंत ने किया ।
इस अवसर पर श्री. रमेश नाईक बोले, ‘‘गोवा में ३ दिसंबर को पुराने गोवा में अनेक हिन्दू ‘फेस्त’ अर्थात मेला के लिए जाते हैं । हिन्दुओं को इतिहास की जानकारी देकर उनमें स्वाभिमान जागृत करने के लिए ‘गोवा फाइल्स’ समान प्रदर्शन की आज आवश्यकता है । ‘फाइव पिलर्स’ चर्च के पाद्री डॉम्निक केेेे कुकृत्यों के सभी प्रमाण एकत्र कर, उस पर कठोर कार्यवाही होनी चाहिए ।’’