नूपुर शर्मा के एक टीवी डिबेट शो में पैगंबर मोहम्मद को लेकर दिए कथित विवादित बयान पर खडा हुए विरोध के बीच नीदरलैंड के एक सांसद उनके समर्थन में आ गए हैं। नूपुर शर्मा ने बतौर भाजपा प्रवक्ता टीवी डिबेट शो में पैगंबर को लेकर कुछ बातें कही थी। विवाद के बाद उन्हें भाजपा से निलंबित कर दिया गया और पार्टी सफाई दे रही है कि, वह सभी धर्मों का सम्मान करती है। वहीं, नीदरलैंड के एक सांसद गीर्ट विइल्डर्स ने ट्वीट कर कहा कि, तुष्टिकरण कभी काम नहीं आती और इससे स्थिति और बिगड जाती है। साथ ही सांसद ने कहा कि ” नूपुर शर्मा ने सच कहा है” और लोगों को उनके साथ खड़ा होना चाहिए।
Appeasement never works. It’ll only make things worse.
So my dear friends from India, don’t be intimidated by islamic countries. Stand up for freedom and be proud and steadfast in defending your politician #NupurSharma @NupurSharmaBJP who spoke the truth about Muhammad.— Geert Wilders (@geertwilderspvv) June 6, 2022
नीदरलैंड के सांसद का बयान
गीर्ट विल्डर्स ने एक और ट्वीट कर लिखा, ‘यह हास्यास्पद है कि अरब और इस्लामी देश भारतीय राजनेता’ नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मुहम्मद के बारे में सच बोलने के लिए नाराज हैं। भारत माफी क्यों मांगे?’ भाजपा ने रविवार को अपने राष्ट्रीय प्रवक्ता “नूपुर शर्मा” और पार्टी की दिल्ली इकाई के मीडिया प्रमुख जिंदल को पैगंबर मोहम्मद पर कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए निलंबित कर दिया था।
वहीं, ये विवाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उछला। कतर, ईरान और कुवैत जैसे देशों ने भारतीय राजदूतों को तलब किया। वहीं, खाड़ी के कई महत्वपूर्ण देशों ने इन टिप्पणियों की निंदा करते हुए अपनी कड़ी आपत्ति दर्ज कराई।
It is ridiculous that Arab and Islamic countries are angered by Indian politician #NupurSharma @NupurSharmaBJP for speaking the truth about #ProphetMuhammad who indeed married Aisha when she was six years old and consumed the marriage when she was nine. Why does India apologize?
— Geert Wilders (@geertwilderspvv) June 6, 2022
भारत का जवाब
इस्लामिक सहयोग संगठन ने भारत की आलोचना करते हुए मुसलमानों के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की। इन सबके बीच भारत ने भी जवाब दिया और इस्लामिक सहयोग संगठन के बयान को ‘संकीर्ण’ बताया है। भारत की ओर से कहा गया कि, कुछ लोगों की टिप्पणी भारत सरकार के विचारों को प्रदर्शित नहीं करती है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिदंम बागची ने कहा कि भारत सभी धर्मों के प्रति सर्वोच्च सम्मान का भाव रखता है।
स्त्रोत : लोकमत न्यूज़