हिन्दू जनजागृति समिति का सोलापुर के विधायकों को निवेदन
![](https://www.hindujagruti.org/hindi/wp-content/uploads/sites/2/2022/06/subhash_deshmukh-768x446-1.jpg)
सोलापुर – गत अनेक वर्षाें से उजनी धरण के दूषित पानी की समस्या सुलझी नहीं है । विधिमंडल में चर्चा होने के पश्चात भी इस प्रकरण में अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई । वर्ष २०२१ में उजनी बांध के ‘बैक वॉटर’ में ‘फेकल केलिफॉर्म’ यह जीवाणु मिला है । इस बांध में गटर का पानी (sewage) छोडने पर प्रतिबंध लगाया जाए, इसके साथ ही बांध में छोडे गए पानी पर नियमानुसार शुद्धीकरण प्रक्रिया की जाए । इस विषय की ओर प्रशासन की उपेक्षा करने से सहस्रों नागरिकों के प्राण संकट में पडने से इस संवेदनशील प्रकरण की जांच कर दोषियों पर कठोर कार्यवाही की जाए, ऐसी मांग हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा सोलापुर में भाजप के विधायक श्री. सुभाष देशमुख एवं श्री. विजयकुमार देशमुख ने निवेदन द्वारा की । (ऐसी मांग क्यों करनी पडती है ? – संपादक) इस अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. दत्तात्रय पिसे, श्री. सतीश कुंचपोर एवं सनातन संस्था के श्री. हीरालाल तिवारी उपस्थित थे ।
निवेदन में कहा है कि,
वर्ष २०२१ में उजनी बांध के ‘बैक वॉटर’में ‘फेकल केलिफॉर्म’ नामक जिवाणु पाया गया है । इसका परिणाम उजनी बांध का पानी पीनेवाले सहस्रों नागरिकों के आरोग्य पर होने का भय है । इस बांध से भीमा नदी के तट पर स्थित सर्व गांव, सोलापुर जिले के अनेक गांव, इसके साथ ही पुणे की कुछ पानीआपूर्ति योजनाओं से पीने के पानी की आपूर्ति होती है । इससे पहले भी उजनी बांध का दूषित पानी पीने से इस परिसर के नागरिकों में विविध व्याधियां बढ गई थीं । उजनी बांध के दूषित पानी की समस्या सुलझाने के लिए प्रशासन गंभीरता से ध्यान नहीं देती ।
अधिवेशन में तारांकित प्रश्नांतर्गत प्रश्न उपस्थित करेंगे ! – सुभाष देशमुख, विधायक, भाजप
![](https://www.hindujagruti.org/hindi/wp-content/uploads/sites/2/2022/06/vijaykumar_deshmukh-768x398-1.jpg)
इस विषय में विधायक सुभाष देशमुख समिति के कार्यकर्ताओं से बोले, ‘‘उजनी बांध के प्रदूषण का विषय महत्त्वपूर्ण है । इसलिए अधिवेशन में तारांकित प्रश्न उपस्थित करने के लिए मैं अपने ‘लेटरहेड’ पर यह संपूर्ण विषय तुरंत आगे भेजता हूं ।’’
विधायक विजयकुमार देशमुख ने कहा, ‘‘उजनी बांध के प्रदूषण का विषय महत्त्वपूर्ण एवं गंभीर है । वर्षाकालीन अधिवेशन में यह प्रश्न उपस्थित करने का प्रयत्न करता हूं ।’’