कराची में एक बार फिर अल्पसंख्यक हिंदुओं को निशाना बनाया गया है। यहां जिहादियों की भीड ने एक हिंदू मंदिर के पुजारी पर हमला किया है। साथ ही भगवान की मूर्तियां और पुजारी के घर पर तोड़फोड की गई है। ये घटना कराची के कोरांगी 5 नंबर इलाके की है। जानकारी के अनुसार, कोरांगी में श्री मारी माता मंदिर पर बुधवार देर रात हमला हुआ। जिससे यहां आसपास रहने वाले हिंदू समुदाय में एक बार फिर डर उत्पन्न किया है। सभी लोग अपनी सुरक्षा को लेकर डरे हुए हैं। पाकिस्तान पुलिस ने इस मामले में अभी तक एक भी गिरफ्तारी नहीं की है।
Islamists attack Hindu priest in Korangi area of Karachi, Pakistan. The temple at his house and Moorties of Gods have been destroyed. Temple was under construction hence Moortis were brought home. No arrests have been made. No global condemnation yet. pic.twitter.com/wW7aNu1FxG
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) June 9, 2022
मंदिर अभी निर्माणाधीन है और पंडित इन धार्मिक मूर्तियों (मॉरिस) को कुछ दिन पहले अपने घर ले आए थे। तभी पंडित के घर पर हमला हुआ। भीड़ ने उनके घर में मौजूद मंदिर में भी तोड़फोड़ की। पुलिस का कहना है कि वह सबूत एकत्रित कर रही है और घटना को लेकर उच्च स्तरीय जांच शुरू कर दी गई है। इसके साथ ही पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर ली है और समुदाय के लोगों को सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है। पाकिस्तान में पहली बार ऐसा नहीं हो रहा है। यहां आए दिन हिंदुओं और उनके मंदिरों पर हमला किया जाता है। देश की सरकार भी इस तरफ कुछ काम नहीं कर रही। अधिकतर मामलों में कट्टरवादियों को सजा तक नहीं दी जाती है।
पहले पांच साल जेल की सजा सुनाई गई
इससे पहले बीते महीने खबर आई थी कि पाकिस्तान की एक आतंकवाद रोधी अदालत ने पिछले साल पंजाब प्रांत में एक हिंदू मंदिर पर हमला करने के मामले में बुधवार को 22 व्यक्तियों को पांच-पांच साल जेल की सजा सुनाई है। लाहौर से करीब 590 किलोमीटर दूर रहीम यार खान जिले के भोंग शहर स्थित गणेश मंदिर पर जुलाई 2021 में सैकड़ों लोगों ने हमला कर दिया था। आठ वर्षीय एक हिंदू लड़के द्वारा कथित रूप से एक मदरसे को अपवित्र करने की प्रतिक्रिया में मंदिर पर हमला किया गया था।
इस मामले में गिरफ्तार 84 संदिग्धों के खिलाफ सुनवाई पिछले साल सितंबर में शुरू हुई थी और यह सुनवायी पिछले हफ्ते पूरी हुई थी। अदालत के एक अधिकारी ने बताया, ‘आतंकवाद रोधी अदालत (बहावलपुर) के न्यायाधीश नासीर हुसैन ने फैसला सुनाया। न्यायाधीश ने 22 संदिग्धों को पांच-पांच वर्ष जेल की सजा सुनाई और 62 अन्य व्यक्तियों को संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया।’
भारतीय विदेश मंत्रालय ने इसे गंभीरता से लिया है और इस पर अपनी कड़ी आपत्ति दर्ज की है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि हमने कराची में हाल ही में हिन्दू मंदिरों में तोड़फोड़ की घटना को नोटिस किया है। हमने इस मामले में पाकिस्तान सरकार से अपना विरोध दर्ज किया है।
We've noted recent incident of vandalisation of a Hindu temple in Karachi. We believe it's another act of systemic persecution of religious minorities. We've conveyed our protest to Pakistan Govt, urging them to ensure safety, security &well-being of its minority communities: MEA pic.twitter.com/UqFo8iw7WO
— ANI (@ANI) June 9, 2022
विदेश मंत्रालय ने कहा, हमारा मानना है कि पाकिस्तान सुनयोजित तरीके से अपने देश में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार कर रहा है। हमने इस संबंध में पाकिस्तान सरकार से अपना विरोध दर्ज किया है और उसे अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने का आग्रह किया है।