संत बोले – हिन्दू समाज के धैर्य की परीक्षा न ले अल्पसंख्यक
जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा पर शनिवार को काशी धर्म परिषद ने बैठक की। इस दौरान पातालपुरी मठ के महंत बालक दास ने कहा कि नमाज में आखिर ऐसा क्या पढ़ाया जाता है, जिसके बाद हिंसा हो जाती है। संत समाज प्रदेश और देश में हो रही हिंसा से चिंतित है। हमारी मांग है कि, अराजक तत्वों को गिरफ्तार किया जाए और जिस मस्जिद से पथराव हो उस पर ताला लटका दिया जाए।
जुमे की नमाज के बाद यूपी में इस्लामिक हिंसा के बाद काशी धर्म परिषद की बैठक हुई। संतों ने एक सुर में कहा कि तालिबानी मानसिक नहीं फैलने देंगे।https://t.co/nJZo3PqGt7
— ऑपइंडिया (@OpIndia_in) June 12, 2022
चर्चा के बाद मठों के पीठाधीश्वर, संतों-महंतों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में 16 प्रस्ताव पारित किए गए। इन प्रस्तावों को सभी अखाड़ों और सभी पंथों के प्रमुखों के साथ सरकार को भेजा जाएगा।
#Varanasi: जुमे के दिन हिंसा पर #काशीधर्मपरिषद में प्रस्ताव पारित, सख्त कार्रवाई की मांग, काशी धर्म परिषद की बैठक में 16 प्रस्ताव पारित, संतों ने कहा- देश को जलते हुए नहीं देख सकते, कट्टरपंथियों पर सख्त कार्रवाई की मांग pic.twitter.com/RHEJwoOO2b
— LEGEND NEWS (@LegendNewsin) June 11, 2022
हरतीरथ स्थित सुदामा कुटी में संत समाज की बैठक महंत बालक दास की अध्यक्षता में की गई।
बैठक में यह प्रस्ताव किए गए हैं पारित
- शुक्रवार (जुमे) के दिन हिंसा करने वाले मुस्लिम कट्टरपंथी नमाजियों की वजह से देश का माहौल खराब हो रहा है। इन पर प्रतिबंध लगाया जाए।
जिस मस्जिद से पथराव हो रहा है, वहां ताला बंद करवा दिया जाए। - ज्ञानवापी पर सच बोलने वाले राष्ट्रवादी मुसलमान अफसर बाबा को स्थायी सुरक्षा दी जाए। अफसर बाबा के हमलावरों को गिरफ्तार कर रासुका लगाई जाए। काशी धर्म परिषद अफसर बाबा के साथ है।
- नूपुर शर्मा को रेप की धमकी देने वाले पर रासुका लगाई जाए।
- इस्लामी कट्टरपंथियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
- देश को इस्लामी आतंकियों से बचाने के लिए संतों को भी सड़क पर उतरना होगा।
- इस्लामी आतंकियों के हवाले हम देश को नहीं छोड़ सकते।
- देश को इस्लामी देश बनाने की साजिश का पर्दाफाश करना होगा।
- संतों, महात्माओं और नागा साधुओं की संयुक्त बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें देश बचाने की रणनीति पर विचार किया जाएगा।
- भगवान शिव, भगवान श्रीराम, माता जानकी, भगवान श्रीकृष्ण समेत हिंदू देवी-देवताओं पर अपमानजनक टिप्पणी करने, फिल्मों में मजाक बनाने वाले जिहादियों को तत्काल जेल भेजा जाए।
- हिंदू समाज के धैर्य की परीक्षा जिहादी न लें। मोहल्ले स्तर पर जिहादियों की सूची बनाई जाए।
- शुक्रवार (जुमे) के दिन नफरत फैलाने वाली तकरीर देने वाले मौलानाओं को गिरफ्तार कर संपत्ति जब्त की जाए।
- हर मस्जिद में सीसीटीवी कैमरा लगे। तकरीर करने वाले मौलानाओं का भाषण रिकॉर्ड हो। उकसाने और भड़काने वाले बयान देने पर तत्काल रासुका लगाई जाए।
- भारत के सम्मान के साथ खिलवाड़ करने वाले इस्लामी देशों के साथ व्यापारिक रिश्ते खत्म किए जाएं।
- अपने देश की रक्षा के लिए संत समाज की शहर स्तर पर इकाई गठित की जाएगी, जिसमें सभी पंथों के लोग शामिल होंगे।
- नमाजियों द्वारा रांची में हनुमानजी के मंदिर में तोड़-फोड़ और हमले की कठोर निंदा की जाती है। झारखंड सरकार तत्काल नमाजियों और उनके आकाओं को जेल भेजे। अन्यथा देशभर में आंदोलन के लिए तैयार रहें।
- इस्लामी जिहादी अपनी ताकत दिखाकर भारत में शरिया लागू करवाने का प्रयास कर रहे हैं। ये भारत में तालिबानी शासन चाहते हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय जिहादियों पर अंकुश लगाए। भारत सरकार इन जिहादियों पर नियंत्रण के लिये कठोर कानून बनाए।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर