कश्मीर में ज्ञान था; परंतु शक्ति नहीं । इस कारण कश्मीर से हिन्दुओं को पलायन करना पडा । इसलिए हिन्दुओं को शक्ति और भक्ति दोनों की आवश्यकता है । हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हमारा लक्ष्य है । एकत्रित आकर हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करनी होगी । इसके लिए कष्ट उठाना होगा । समय देना होगा । समाज में भय का वातावरण है । हिन्दुओं के मन से यह भय निकालकर समाज में विश्वास और क्षात्रतेज निर्माण करना होगा । कश्मीर, केरल, देहली, बिहार, कर्नाटक में जो हुआ, वह आनेवाले काल की पूर्वसूचना है । इसका सामना करने के लिए ध्येय आवश्यक है । इसके लिए शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक शक्ति बढानी चाहिए । अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन में मिले मार्गदर्शन के अनुसार हमें कार्य करना है । ऐसा आवाहन कर्नाटक के श्रीराम सेना के संस्थापक अध्यक्ष श्री. प्रमोद मुतालिक ने किया । तत्कालीन गोवा सरकार द्वारा राज्य में प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगाने के कारण श्रीराम सेना के संस्थापक अध्यक्ष श्री. प्रमोद मुतालिक ने ‘वीडिओ’ द्वारा दशम अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन के प्रतिनिधियों से संवाद साधा ।