वाराणसी में एक हिन्दू युवक को नौकरी के बहाने पहले फतेहपुर बुलाया। उस पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया। युवक से कहा गया कि, उसे इसके बदले लाखों रुपये मिलेंगे। साथ ही एक मकान भी दिया जाएगा। युवक ने मना किया तो उसे बंधक बना लिया गया। जैसे-तैसे युवक वहां से भाग निकला और पुलिस को इसकी शिकायत दी। मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मामले की जांच अभी जारी है।
वाराणसी के रहने वाले सुधांशु चौहान की शिकायत के अनुसार, नौकरी को लेकर उसकी बात गाजीपुर के रहने वाले अरमान अली से हुई थी। अरमान ने उसे फतेहपुर बुलाया। जब वह फतेहपुर पहुंचा तो उसे अनजान जगह ले जाया गया। वहां उससे रजिस्ट्रेशन के नाम पर एक हजार रुपये ले लिए गए। फिर थोड़ी देर बाद उसे कहा गया कि वह घर वालों से 10 हजार रुपये मंगवा ले, ताकि उसके रहने और खाने की व्यवस्था हो सकें।
मुस्लिम धर्म अपनाने और प्रचार करने को कहा
सुधांशु ने बताया कि, अरमान के बोलने पर उसने घर वालों से पैसे मंगवा लिए। 17 जून को कुछ लोग उसे 20 हिंदू और 30-40 मुस्लिम लडकों के साथ मदरसे में ले गए। वहां सभी लोगों को किसी संगठन से जोड़ने की बात कही गई। कहा गया कि, संगठन से जुड़कर वे लोग हर महीने एक से डेढ लाख रुपये तक कमा सकते हैं। 19 जून को फिर 50 हिंदू और 100 मुस्लिम लडकों समेत उसे मस्जिद लेकर गए। वहां मुस्लिम धर्म अपनाने का दबाव बनाया गया। साथ ही इसका प्रचार करने को भी कहा गया।
पीड़ित सुधांशु ने आगे बताया कि वे लोग ऐसा करने के लिए उसे लाखों रुपये और मकान देने का लालच दे रहे थे। जब उसने ऐसा करने से इनकार कर दिया तो उन लोगों ने उसे बंधक बना लिया। वहां एक मौलवी को बुलाया गया और जबरन उसका धर्म परिवर्तन करवाने की बात कहने लगे। पीड़ित किसी तरह वहां से जान बचाकर भाग निकला और सीधे पुलिस स्टेशन पहुंचा। वहां उसने पुलिस को सारी बात बताई।
एसपी राजेश कुमार सिंह के मुताबिक, शिकायत के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया। जबकि, कुल 7 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच अभी भी जारी है।
स्त्रोत : आज तक