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कन्हैया लाल हत्याकांड : NIA ने 11 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की, इनमें दो पाकिस्तानी

Update

राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल दर्जी की हत्या के मामले में NIA ने विशेष अदालत जयपुर में चार्जशीट दायर की है। जांच एजेंसी ने इसमें कई चौकाने वाले खुलासे किए है। 28 जून को उदयपुर में दिनदहाड़े दुकान पर ही दर्जी कन्हैयालाल की हत्या की गई थी। इसका वीडियो बनाया गया था और सोशल मीडिया पर वायरल किया गया था। इसके बाद कुछ ही घंटों में पुलिस ने बदमाशों को पकड लिया था। पूरे राजस्थान में कई दिनों के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थी। अब जांच एजेसियों ने चौकाने वाले खुलासे किए है।

जांच एजेंसी एनआईए के मुबातिक हमलावरों ने कन्हैयालाल तेली की हत्या का वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया ताकि देशभर में दहशत फैलाई जा सके। इस मामले में 29 जून 2022 को उदयपुर के धानमंडी थाने में मामला दर्ज किया गया था जिसे बाद में एनआईए ने फिर से पंजीकृत किया था।

एनआईए के मुताबिक जांच से पता चला है कि आरोपी व्यक्तियों ने एक आतंकी गिरोह-मॉड्यूल के रूप में काम करते हुए बदला लेने की साजिश रची। आरोपी कट्टरपंथी थे और भारत के भीतर और बाहर प्रसारित किए जा रहे आपत्तिजनक ऑडियो/वीडियो/संदेशों से प्रेरणा लेते थे। अभियुक्तों ने घातक चाकुओं/हथियारों की व्यवस्था की और कन्हैया लाल की फेसबुक पोस्ट के जवाब में उसकी हत्या कर दी और दिनदहाड़े उसकी दुकान में एक सहकर्मी पर हमला किया। उन्होंने हत्या का वीडियो बनाया, उसे जारी किया और उसे वायरल कर दिया। उन्होंने भारत के लोगों के बीच आतंक फैलाने के इरादे से एक और धमकी भरा वीडियो भी शूट किया।

आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 120बी, 449, 302, 307, 324, 153(ए), 153(बी), 295(ए), यूए(पी) अधिनियम की धारा 16, 18 और 20 और धारा के तहत चार्जशीट दाखिल की गई। आर्म्स एक्ट के 4/25(1बी)(बी) में भी जांच हुई।

आरोपियों के नाम और पता

1. मोहम्मद रियाज अटारी, पुत्र अब्दुल जब्बार निवासी 1052, खानजीपीर, किशनपोल, गिरवा, उदयपुर, राजस्थान
2. मोहम्मद गो पुत्र रफीक मोहम्मद निवासी एचएन, 24/729, रजा नगर, किशन पोल पुलिस चौकी के पास, थाना सूरजपोल, उदयपुर, राजस्थान
3. मोहसिन खान पुत्र मुजफ्फर खान पठान निवासी मकान नं। 18ए, गवर्नमेंट प्रेस, रजानगर, किशनपोल, पीएस सूरजपोल, जिला- उदयपुर, राजस्थान
4. आसिफ हुसैन पुत्र मो। हुसैन निवासी विजय सिंह पथिक नगर, थाना सवीना, जिला- उदयपुर, राजस्थान
5. मोहम्मद मोहसिन, पुत्र मोहम्मद इस्लाम निवासी गली नंबर 04, विजय सिंह पथिक नगर, पीएस सवीना, उदयपुर, राजस्थान
6. वसीम अली पुत्र स्वर्गीय इमरान अली पुत्र मकान नं। 725, किशनपोल, रजा नगर, उदयपुर, राजस्थान
7. फरहाद मोहम्मद शेख, अजाज मोहम्मद का बेटा, निवासी एचएन 143/24, पटेल सर्कल, दीवान साह कॉलोनी, उदयपुर, राजस्थान
8. मोहम्मद जावेद, पुत्र मोहम्मद मोहरम, निवासी एचएन 9 सिंधी सरकार की हवेली, खेड़ीवाला, पीएस-अमलकांता, जिला-उदयपुर, राजस्थान
9. मुस्लिम रज़ा, स्वर्गीय शेर मोहम्मद के पुत्र, मोहल्ला-नईआवड़ी, गाँव-परसोला, तह-धरियावाड़, जिला-प्रतापगढ़, राजस्थान
10. सलमान, आर/ओ कराची पाकिस्तान
11. अबू इब्राहिम निवासी कराची पाकिस्तान

उदयपुर में कन्हैयालाल मर्जर मामले में एनएआई की ओर से जयपुर की स्पेशल कोर्ट में दायर की चार्जशीट के मुताबिक इस मामले में अब भी जांच जारी है। ऐसे में कुछ औल खुलासे हो सकते है।


11 जुलाई

कन्हैया लाल हत्याकांड में NIA ने की 7वीं गिरफ्तारी, रियाज अत्तारी का करीबी है फरहाद

राजस्थान के उदयपुर में बीते महीने नूपुर शर्मा समर्थक दर्जी कन्हैया लाल का सिर कलम कर नृशंस हत्या के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। कन्हैया हत्याकांड मामले में अब तक यह सातवीं  गिरफ्तारी है। गिरफ्तार युवक रियाज अत्तारी का करीबी बताया जा रहा है।

एनआईए ने रविवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान 31 साल के फरहाद मोहम्मद शेख उर्फ बाबला के रूप में हुई है। फरहाद को शनिवार को गिरफ्तार किया गया था।

एनआईए प्रवक्ता ने कहा कि, वह हत्या के दो मुख्य आरोपियों में से एक रियाज अत्तारी का करीबी आपराधिक सहयोगी था और उसने दर्जी को मारने की साजिश में सक्रियता से भाग लिया था।


11 जुलाई

उदयपुर : कन्हैयालाल के जिहादी आरोपियों का पाकिस्तानी संगठन से है संबंध

32 तरह के ऑनलाइन कोर्स, जिहादी बनने का विशेष प्रशिक्षण; चार दशकों से भारत में पनप रहा दावत-ए-इस्लामी का जाल

उदयपुर हत्याकांड का पाक संबंध सामने आया है। बताया जा रहा है कि, कन्हैया का गला काटने वाले दोनों आरोपी पाकिस्तान के दावत-ए-इस्लामी संगठन से जुड़े हुए थे। यह संगठन 100 से ज्यादा देशों में सक्रिय है और इस्लाम के प्रचार-प्रसार के लिए कई तरह के ऑनलाइन कोर्स भी चला रहा है। इससे पहले भारत में इस इस्लामी संगठन पर धर्मांतरण के भी आरोप लग चुके हैं। ऐसी भी खबरें आई हैं कि इस संगठन द्वारा जगह-जगह पर दान पेटियां रखी जाती हैं। आरोप है इनके माध्यम से आने वाले धन को गलत गतिविधियों में इस्तेमाल किया जाता है।

दावत-ए-इस्लामी खुद को गैर राजनीतिक इस्लामी संगठन करार देता है। इसकी स्थापना 1981 में पाकिस्तान के कराची में हुई थी। मौलाना अबू बिलाल मुहम्मद इलियास ने इस इस्लामिक संगठन की स्थापना की थी। भारत में यह संगठन पिछले चार दशकों से सक्रिय है। शरिया कानून का प्रचार-प्रसार करना और उसकी शिक्षा को लागू करना संगठन का उद्देश्य है। इस समय यह संगठन करीब 100 से ज्यादा देशों में अपना नेटवर्क फैला चुका है।

दावत-ए-इस्लामी की अपनी खुद की वेबसाइट है। वेबसाइट के माध्यम से यह इस्लामिक संगठन कट्टर मुसलमान बनने के लिए शरिया कानून के तहत इस्लामी शिक्षाओं का ऑनलाइन प्रचार-प्रसार कर रहा है। करीब 32 तरह के इस्लामी कोर्स इसकी वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। महिलाओं व पुरुषों दोनों के लिए अलग-अलग तरह के कोर्स हैं। इसके अलावा यह संगठन कुरान पढ़ने और मुसलमानों को हर तरीके से शरिया कानून के लिए तैयार करता है।

जिहादी बनने की दी जाती है स्पेशल ट्रेनिंग

दावत-ए-इस्माली संगठन पर कई बार धर्मांतरण के आरोप भी लगे हैं। यह संगठन अपनी वेबसइट पर एक न्यू मुस्लिम कोर्स भी संचालित करता है। यह कोर्स भी पूरी तरह से ऑनलाइन है। इसका उद्देश्य धर्मांतरण कर नए-नए मुसलमानों को इस्लामी शिक्षाओं से रूबरू कराना है। इस कोर्स के माध्यम से धर्मांतरण करने वालों को जिहादी बनने की स्पेशल ट्रेनिंग दी जाती है।

ऑनलाइन कोर्स से जुड़े थे दोनों आरोपी

मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि, उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या करने वाले दोनों आरोपी मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ‘दावत-ए-इस्लामी’ नाम के संगठन से जुड़े हुए हैं। ये दोनों इस्लामी संस्था के ऑनलाइन कोर्स से जुड़े हुए हैं। हत्या के बाद दोनों आरोपी अजमेर दरगाह जियारत के लिए जाने वाले थे। दरअसल, यह संगठन दुनिया भर में सुन्नी कट्टरपंथ को बढ़ावा देता है।

एनआईए और एसआईटी करेगी जांच

हत्या की जांच करने के लिए राज्य सरकार ने एसआईटी का गठन किया। एसआईटी टीम उदयपुर पहुंच गई है। इस हत्याकांड की जांच एनआईए भी करेगी। एनआईए की टीम भी आज उदयपुर पहुंचेगी। दरअसल, इस हत्याकांड के पीछे अंतरराष्ट्रीय साजिश की बात भी सामने आ रही है। नुपुर शर्मा की पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी के बाद आतंकवादी संगठन अलकायदा भी धमकी दे चुका है।

दिल्ली और मुंबई में है हेडक्वार्टर

दावत-ए-इस्लामी संगठन की शुरुआत भारत में 1989 से हुई थी। तब पाकिस्तान से उलेमा का एक प्रतिनिधिमंडल भारत आया था। इसके बाद यह संगठन धीरे-धीरे भारत में अपनी जड़ें मजबूत करता चला गया। यहां मुंबई और दिल्ली में इस संगठन के हेडक्वार्टर हैं। इसके ज्यादातर सदस्य हरे रंग की पकड़ी बांधते हैं। अपने संदेश को प्रसारित करने के लिए इस संगठन ने मदनी चैनल भी बनाया है।

स्त्रोत : अमर उजाला


29 जुलै 2022

उदयपुर : कन्हैयालाल की हत्या के आरोपी दोनों जिहादी गिरफ्तार

उदयपुर में तालिबानी तरीके से हिन्दू दर्जी की हत्या करने वाले आरोपी गौस मोहम्मद और रियाज जब्बार 170 किमी दूर राजसमंद जिले के भीम इलाके से पकड़े गए। इन हत्यारों के पकड़े जाने का घटनाक्रम भी नाटकीय रहा। दोनों ने भागने की पूरी कोशिश की, लेकिन आखिरकार पुलिस के बिछाए जाल में फंस गए। हत्यारों के पकड़े जाने का एक वीडियो भी सामने आया है। आरोपियों के हत्थे चढते ही पुलिस ने उन्हें जमकर पीटा।


राजस्थान : नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करने वाले हिन्दू व्यक्ति की जिहादियों द्वारा गला काटकर हत्या

दुकान में घुसकर तलवार से कई वार किए और गला काटा

राजस्थान : उदयपुर में 10 दिन पहले नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट डालने वाले हिन्दू दर्जी की जिहादियाों ने हत्या कर दी। पिछले कई दिनों से उसे धमकियां मिल रही थीं। इसकी नामजद शिकायत उसने पुलिस से भी की थी। मंगलवार दिनदहाड़े उसकी दुकान में घुसकर जिहादियों ने कई वार किए। फिर गला काट दिया। इस पूरे हमले का वीडियो भी सामने आया है। इसमें बदमाश उस पर धारदार हथियार से हमला कर रहे हैं। मामला उदयपुर का है।

नाप देने के बहाने दुकान में घुसे

कन्हैयालाल तेली (40) का धानमंडी स्थित भूतमहल के पास सुप्रीम टेर्लस नाम से दुकान है। मंगलवार दोपहर करीब ढाई बजे बाइक सवार 2 बदमाश आए। नाप देने का बहाना बनाकर दुकान में प्रवेश किया। कन्हैयालाल कुछ समझ पाते तब तक बदमाशों ने हमला बोल दिया। एक के बाद एक उनपर आधा दर्जन से ज्यादा वार कर दिए। मौके पर ही उन्होंने दम तोड़ दिया। इसके बाद दोनों बदमाश फरार हो गए।

6 दिन नहीं खोली थी दुकान

कन्हैयालाल गोर्वधन विलास इलाके के रहने वाले था। 10 दिन पहले उन्होंने भाजपा से हटाई गई नुपूर शर्मा के पक्ष में सोशल मीडिया पर पोस्ट की। इसके बाद से समुदाय विशेष के लोग उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहे थे। कन्हैयालाल लगातार धमकियों से परेशान था। 6 दिनों से उसने अपनी टेर्लस की दुकान भी नहीं खोली थी। उसे पुलिस को धमकियां देने वाले युवकों के बारे में नामजद रिपोर्ट दी थी।

पुलिस कर रही रिकॉर्ड की जांच

एसपी उदयपुर मनोज चौधरी ने कहा- सूचना मिलते ही पुलिस जाब्ता मौके पर लगा दिया गया है। बड़ी बेरहमी से हत्या की गई है। जो भी अपराधी हैं, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल परिवार से बात नहीं हुई है। नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट के बाद मिल रही धमकियों की शिकायत के सवाल पर एसपी बोले कि मृतक से जुड़े सभी रिकॉर्ड की जांच की जा रही है। कुछ आरोपियों की पहचान हुई है। टीम भेज दी गई है।

स्त्रोत : दैनिक भास्कर

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