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महाराष्ट्र के अमरावती में कैमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या तब्लीगी जमात के कट्टरपंथी इस्लामवादियों ने की थी। NIA की चार्जशीट में इसका खुलासा हुआ है। इसमें कहा गया है कि उमेश की हत्या एक सोची समझी साजिश के तहत की गई थी। तब्लीगी आतंकियों ने उसका गला काटा था, ताकि लोगों के मन में डर पैदा किया जा सके।
केस की जांच कर रही NIA ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि मर्डर के 11 आरोपी तब्लीगी जमात के इस्लामिक कट्टरपंथी थे। तब्लीगी जमात एक इंटरनेशनल देवबंदी इस्लामिक मिशनरी है, जो इस्लामिक मान्यताओं का सख्ती से पालन करने पर जोर देता है।
अमरावती: उमेश कोल्हे की हत्या के पीछे तब्लीगी जमात | #BREAKING @manishmedia @Nilesh_isme #UmeshKolhe pic.twitter.com/TYydBVGdRz
— Zee News (@ZeeNews) December 20, 2022
उमेश की हत्या 21 जून को की गई थी
अमरावती के उमेश कोल्हे (54) की 21 जून को काम से लौटते समय तीन हमलावरों ने बेरहमी से हत्या कर दी थी। हमलावर भाजपा प्रवक्ता नूपुर के समर्थन में उमेश की व्हाट्सऐप पोस्ट से नाराज थे। नूपुर ने टेलीविजन शो में पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी की थी। हमलावर कोल्हे का सिर धड़ से अलग करना चाहते थे, लेकिन उनके पीछे आ रहे बेटे-बहू के चिल्लाने पर वे भाग गए थे।
NIA की चार्जशीट में मास्टरमाइंड का जिक्र…
NIA ने पिछले हफ्ते 11 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी। इसमें दावा किया गया है कि हत्या में शामिल हर व्यक्ति तब्लीगी जमात के जुड़ा था। इस केस के मास्टरमाइंड्स में से एक इरफान खान, जमात और उसके नियमों का सख्त अनुयायी था।
हत्या का मास्टरमाइंड इरफान रायबर हेल्पलाइन नाम का एक NGO चलाता था और इससे 21 लोग जुड़े हुए थे। हत्याकांड में शामिल दूसरे आरोपी इसी NGO के मेंबर थे। सूत्रों के मुताबिक इस NGO को कुछ खाड़ी देशों और पाकिस्तान से फंडिंग हो रही थी।
अदालत में बचाव पक्ष की तरफ से कहा गया कि यह हत्या का एक साधारण मामला था, लेकिन NIA की चार्जशीट में कहा गया है कि अमरावती समेत देशभर के लोगों में आतंक पैदा करने के लिए यह सोची समझी साजिश थी।
20 दिसंबऱ
उमेश कोल्हे हत्याकांड मामले में NIA ने दाखिल की चार्जशीट, 11 लोगों जिहादियाें का है नाम
अमरावती के उमेश कोल्हे हत्याकांड मामले में शुक्रवार (16 दिसंबर) को एनआईए ने मुंबई कोर्ट में 11 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की। नूपुर शर्मा के विवादित बयान से जुड़े हत्या के मामले में ये NIA की पहली चार्जशीट है। उमेश कोल्हे ने नूपुर शर्मा के बयान का सोशल मीडिया पर समर्थन किया था। कोल्हे की तरह ही उदयपुर में भी कन्हैया लाल भी की गई थी। इस मामले की NIA जांच कर रही है।
National Investigation Agency (NIA) on Friday filed a charge sheet against 11 arrested accused in the Mumbai NIA court in connection with the Amravati pharmacist Umesh Kolhe murder case: NIA pic.twitter.com/jGQEJ27wh5
— ANI (@ANI) December 16, 2022
कोर्ट में चार्जशीट दायर करने से पहले NIA ने हत्याकांड में आरोपी और 2 लाख रुपये के इनामी शाइम अहमद को गिरफ्तार किया था। स्पेशल कोर्ट ने सितंबर में NIA को चार्जशीट दाखिल करने के लिए और 90 दिनों का समय दिया था। इससे पहले NIA ने स्पेशल कोर्ट को बताया था कि आरोपी ने जांच एजेंसी को भ्रमित किया, जिसके कारण उसे 20 गवाहों की गवाही दर्ज करनी पड़ी। अमरावती के उमेश कोल्हे हत्याकांड ने पूरे देश को झकझोर दिया था। उमेश की हत्या पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में कुछ वॉट्सऐप ग्रुपों पर एक पोस्ट शेयर करने को लेकर हुई थी। यह मामला उस समय का है, जब नूपुर शर्मा पर पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगा था। इसी मामले को लेकर लगातार जांच जारी है।
जुलाई से जांच में जुटी थी NIA
अमरावती जिले के पुलिस स्टेशन सिटी कोतवाली में मामला 22 जून को दर्ज किया गया था। कुछ ही दिनों के बाद इसे 2 जुलाई को NIA को ट्रांसफर कर दिया गया। 23 जून से 11 अगस्त तक इस मामले में शाइम अहमद सहित 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। आरोपी शाइम घटना के बाद से ही फरार चल रहा था। NIA ने उसे सितंबर महीने में मुंबई से गिरफ्तार किया था।
हत्या के पीछे मास्टरमाइंड का हाथ
अमरावती में आतिब और शारुख नाम के हमलावरों ने उमेश पर चाकू से हमला कर उसकी हत्या कर दी थी। इस हत्या के पीछे इरफान खान नाम के शख्स को मास्टरमाइंड बताया जा रहा था। आरोप है कि इरफान ने मौलाना मुदस्सिर अहमद से उमेश की रेकी करवाई फिर हत्या के लिए चार दिहाड़ी मजदूरी करने वाले शारुख पठान, अब्दुल तौफीक, शोएब खान और आतिब रशीद को चुना। 21 जून की रात आतिब और शारुख ने उमेश की हत्या कर दी थी।
इन आरोपियों के खिलाफ दाखिल हुई चार्जशीट
मिली जानकारी के मुताबिक, एनआईए ने जिन आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट फाइल की है, उनमें मुबाशिर अहमद, शाहरुख खान, अब्दुल तौसीफ शेख, मोहम्मद शोएब, आतिब राशिद, युसूफ खान, फैन खान, अब्दुल अरबाज, मुस्फीक अहमद, शेख शकील और शाहिम अहमद के नाम शामिल हैं।
स्रोत : एबीपी
6 अगस्त
उमेश कोल्हे की हत्या के बाद मौलवी मुशफीक और अरबाज ने की थी बिरयानी पार्टी: NIA ने कहा
महाराष्ट्र के अमरावती में हुए उमेश कोल्हे की हत्या में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने कोर्ट में बड़ा खुलासा किया है। एजेंसी ने शुक्रवार (5 अगस्त 2022) को कोर्ट में बताया कि गिरफ्तार मौलवी मुशफीक अहमद (41) और अब्दुल अरबाज (23) ने उमेश कोल्हे को मौत के घाट उतारने के के बाद जश्न मनाने के लिए बिरयानी पार्टी का आयोजन किया था।
जांच एजेंसी ने कहा कि इस बिरयानी पार्टी में और भी कई लोगों को बुलाया गया था। इस बारे में कोर्ट को सूचित करते हुए NIA ने कहा कि अब उसे यह पता लगाना है कि इस डिनर पार्टी में कौन-कौन लोग शामिल थे।
बता दें कि उमेश कोल्हे हत्याकांड में NIA ने बुधवार (3 अगस्त 2022) को दो और आरोपितों को गिरफ्तार किया, जिनके नाम मौलवी मुशफीक अहमद और अब्दुल अरबाज है। आरोपितों की ओर से कोर्ट में वकील अली काशिफ खान देशमुख ने अपनी दलीलें पेश कीं। दोनों पक्षों को सुनने के बाद जज ने दोनों आरोपितों को 12 अगस्त तक के लिए NIA की हिरासत में भेज दिया।
NIA के मुताबिक, अहमद ने आरोपितों को लॉजिस्टिकल सपोर्ट दिया था। अरबाज ने उमेश कोल्हे और उनकी दुकान पर नजर रखी थी। जांच एजेंसी ने अदालत को यह भी बताया कि दोनों ने उमेश की हत्या के बाद अन्य आरोपितों को फरार रहने में भी मदद की थी।
मुशफीक ने हत्या के बाद शेख इरफान से फोन पर बात की थी। वहीं, अब्दुल मास्टरमाइंड इरफान के ऑर्गनाइजेशन में ड्राइवर का काम कर रहा था। इरफान एक स्वयंसेवी संगठन (NGO) चलाता था, जिसका नाम रहबर हेल्पलाइन था।
NIA ने बताया कि अन्य आरोपों के अलावा, दोनों पर आरोपितों को पनाह देने के लिए गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
नूपूर के समर्थन में पोस्ट डालने पर हुई थी हत्या
पैगंबर मोहम्मद के बारे में विवादास्पद टिप्पणी को लेकर भाजपा की निलंबित नेता नुपुर शर्मा का समर्थन करने वाला एक पोस्ट साझा करने पर कोल्हे की 21 जून को अमरावती शहर में हत्या कर दी गई थी।
इस मामले में अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया था। अरबाज और मुशफीक पहले गिरफ्तार किए गए आरोपितों- इरफान शेख, शोएब खान, मुदस्सिर अहमद, शाहरुख पठान, अब्दुल तौफुक, आतिफ राशिद और यूसुफ खान के सहयोगी हैं।
उदयपुर में कन्हैया लाल की हुई थी गला काटकर हत्या
इसी तरह नूपुर शर्मा का पैगंबर मोहम्मद के बारे में की गई टिप्पणी के मामले में उदयपुर के दर्जी कन्हैया लाल के बच्चों ने उनके मोबाइल से समर्थन कर दिया था। इसके बाद उनके दुकान में ग्राहक बनकर घुसे दो मुस्लिमों ने गला काटकर उनकी निर्मम हत्या कर दी थी। इस मामले की जांच भी NIA कर रही है।
संदर्भ : ऑपइंडिया
११ जुलाई
उमेश कोल्हे हत्याकांड : हिन्दुओं को डराने के लिए हुई अमरावती के उमेश कोल्हे की हत्या, NIA का दावा
अमरावती के उमेश कोल्हे की हत्या पूर्व भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा के पैगंबर मुहम्मद के बारे में उनकी विवादास्पद टिप्पणी को लेकर समर्थन करने वाले हिन्दू समुदाय में भय उत्पन्न करने के उद्देश्य से की गई थी। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने शुक्रवार को यह दावा किया। कोल्हे की हत्या के संबंध में दर्ज एफआईआर में जांच एजेंसी ने इस क्राइम को निलंबित भाजपा नेता का समर्थन करने वाले लोगों को डराने के लिए ‘बड़ी साजिश का कार्य’ करार दिया।
Killing of Maharashtra's Amravati's Umesh Kolhe was act of larger conspiracy by a group of persons who have inter-alia conspired amongst themselves to strike terror amongst a sec of people of India &with their assertions attempted to promote enmity on grounds of religion: NIA FIR pic.twitter.com/vwdAYrmtkl
— ANI (@ANI) July 8, 2022
धर्म के आधार पर शत्रूता को बढावा था उद्देश्य
लोगों के एक समूह ने शर्मा और एक अन्य निष्कासित भाजपा नेता नवीन कुमार जिंदल का समर्थन करने वाले लोगों के एक समूह को संदेश भेजने की साजिश रची, जिन्होंने उनके समर्थन में ट्वीट किया था। एफआईआर में दावा किया है कि, उन्होंने भारत के लोगों के एक वर्ग के बीच आतंक फैलाने की साजिश रची और अपने दावे के साथ धर्म के आधार पर दुश्मनी को बढावा देने का प्रयास किया। कोल्हे की हत्या भारत के लोगों के एक वर्ग को आतंकित करने की साजिश के तहत की गई थी।
अंतरराष्ट्रीय संबंध होने की संभावना से इनकार नहीं
इसने आरोपियों के अंतरराष्ट्रीय संबंध होने की संभावना से भी इनकार नहीं किया है। बुधवार को केंद्रीय एजेंसी ने महाराष्ट्र में 13 स्थानों पर तलाशी ली, जिससे उन्हें आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए। आरोपियों और संदिग्धों के परिसरों की तलाशी के दौरान, डिजिटल डिवाइस (मोबाइल फोन, सिम कार्ड, मेमोरी कार्ड, डीवीआर), नफरत फैलाने वाले पैम्फलेट, चाकू और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज और सामग्री जब्त की गई है।
5 जुलाई
उमेश कोल्हे हत्याकांड : उमेश के शरीर में मिला गहरा जख्म, काट दी दिमाग की नस, सांस की नली भी काटी
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा
अमरावती हत्याकांड में बडा खुलासा हुआ है। केमिस्ट उमेश कोल्हे की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से शरीर में लगी चोट का पता चला है। उमेश कोल्हे के शरीर में 7 इंच चौडा और 5 इंच गहरा जख्म पाया गया है। साथ ही उनकी खाना खाने वाली और दिमाग की नस भी कटी हुई पाई गई है। रिपोर्ट में सामने आया है कि, चाकू से हमले में उनकी सांस लेनेवाली नली और आंख की नस भी क्षतिग्रस्त हो गई थी। इसी वजह से उनकी मौत हो गई।
अमरावती हत्याकांड में इस्तेमाल की गई बाइक बरामद. लाल खाड़ी के जंगल में मिली बाइक.#Amravati #ChemistMurder #UmeshKolhe #NupurSharma @PrashantChurhe pic.twitter.com/piwJvGQsho
— News18 India (@News18India) July 4, 2022
पुलिस जानती थी उमेश कोल्हे की हत्या का कारण
महाराष्ट्र के अमरावती में उमेश कोल्हे की हत्या के मामले में पुलिस कमिश्नर ने बड़ा बयान दिया है। अमरावती पुलिस आयुक्त आरती सिंह ने कहा कि पुलिस जानती थी कि अमरावती के केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या नुपुर शर्मा का समर्थन करने वाली पोस्ट से जुड़ी है, लेकिन बहुत संवेदनशील प्रकृति के कारण पहले खुलासा नहीं किया गया। दरअसल, उमेश की हत्या 21 जून को कर दी गई थी, लेकिन कई दिनों बाद जाकर इसके पीछे के कारण का खुलासा हुआ। इसे लेकर पुलिस पर कई आरोप लगे।
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि, आरोप सिर्फ एक सूत्र से आ रहे हैं। अमरावती से भाजपा के राज्यसभा सांसद मुझसे मिले। मैंने उन्हें सब कुछ बताया। उन्होंने आरोप नहीं लगाए। इसके विपरीत आरोप लगाने वाले ने हमसे कोई जानकारी एकत्र नहीं की। जो पत्र प्रकाश में आया है उसमें कहा गया है कि, हमने चोरी और डकैती के लिए प्राथमिकी दर्ज की है। तथ्य यह है कि हमने प्राथमिकी में ऐसी कोई धारा नहीं लगाई है। उसने यह भी कहा कि, हमने 4 लोगों को गिरफ्तार किया और मामले को दबा दिया। यदि हम ऐसा करना चाहते हैं, तो हम मामले को क्यों सुलझाएंगे ? यह एक संवेदनशील मामला था। ऐसे मामलों में हम कुछ भी नहीं कह सकते हैं और सभी प्रमाण होने से पहले आधिकारिक बयान जारी नहीं कर सकते हैं।
It was a blind and sensitive case. In such cases, we can't say anything, and can't issue an official statement before having all the evidence: Amravati Police Commissioner on allegations on Police in connection with Umesh Kolhe murder case #Maharashtra pic.twitter.com/VZr6OtvT6J
— ANI (@ANI) July 4, 2022
TIMES NOW नवभारत से बातचीत में अमरावती की पुलिस कमिश्नर ने कहा कि, कई शहरों में लोगों को धमकी दी जा रही है। हमारे पास ऐसी ही एक धमकी का ऑडियो मौजूद है, जिसमें उमेश कोल्हे की हत्या के बाद अमरावती में अब एक दूसरे शख्स को धमकी दी गई है। युवक को नुपुर शर्मा के समर्थन में स्टेट्स लगाने पर फोन पर धमकी दी गई। जिसके बाद युवक ने अपना स्टेट्स हटा लिया। साथ ही पुलिस में इसकी शिकायत भी की है। इतना ही नहीं धमकी भरा ऑडियो भी वायरल हो रहा है।
3 जुलाई
उमेश कोल्हे हत्याकांड : मुख्य आरोपी इरफान गिरफ्तार, 10-10 हजार देने का वादा कर हत्या के लिए साथियों को उकसाया
महाराष्ट्र के अमरावती में हुई उमेश कोल्हे की हत्या के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इरफान शेख की गिरफ्तारी नागपुर से हुई है। यह आरोपी NGO चलाता है और इसी ने शमीम और उसके दोस्तों को हत्या के लिए उकसाया था, साथ ही लॉजिस्टिक सपोर्ट भी दिया था।
Two more arrested in Umesh Kolhe murder case: Mastermind Irfan Sheikh and Veterinary doctor Yusuf Khan
Sheikh runs an NGO and was the one who motivated Shamim and his friends to commit the murder as well as gave them logistical support.https://t.co/XdEWoBlFDi
— Selvam ? (@tisaiyan) July 3, 2022
अमरावती की एसीपी आरती सिंह ने बताया कि, मुख्य आरोपी इरफान शेख से पूछताछ जारी है। उन्होंने बताया कि इरफान ने आरोपियों को 10-10 हजार रुपये देने और एक कार में सुरक्षित रूप से फरार होने में मदद करने का वादा किया था।
जांच के लिए एनआईए दल अमरावती पहुंचा
राष्ट्रीय जांच एजेंसी की एक टीम केमिस्ट की हत्या मामले की जांच के सिलसिले में शनिवार को महाराष्ट्र के अमरावती शहर पहुंची। इस मामले की एनआईए जांच का केंद्र का यह फैसला इस आशंका के मद्देनजर लिया गया है कि केमिस्ट की हत्या भारतीय जनता पार्टी से निलंबित नुपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पोस्ट का परिणाम हो सकती है।
स्रोत : न्यूज 18
2 जुलाई
अमरावती : दवा व्यवसायी उमेश कोल्हे की हत्या के मामले में गृह मंत्रालय ने NIA को सौंपी जांच
अमरावती स्थित दुकान के मालिक की ‘बर्बर हत्या’ मामले में गृह मंत्रालय ने एनआईए को जांच करने का निर्देश दिया है। मंत्रालय ने कहा कि हत्या के पीछे की साजिश, संगठनों की संलिप्तता और अंतरराष्ट्रीय संबंधों की गहन जांच की जाएगी।
Maharashtra | Five people arrested in connection with the murder of an Amravati-based shop owner Umesh Kolhe, a local court has extended their Police custody till July 5th. pic.twitter.com/YbFzyOjuzy
— ANI (@ANI) July 2, 2022
मंत्रालय ने ट्वीट किया, एमएचए ने महाराष्ट्र में अमरावती में 21 जून को उमेश कोल्हे की बर्बर हत्या से संबंधित मामले की जांच एनआईए को सौंप दी है। मंत्रालय ने कहा कि हत्या के पीछे की साजिश, संगठनों की संलिप्तता और अंतरराष्ट्रीय संबंधों की गहन जांच की जाएगी। मालूम हो कि कोल्हे की 21 जून को महाराष्ट्र में हत्या कर दी गई थी, जब उन्होंने शर्मा के समर्थन में फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा था, जिसकी पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी ने पूरे देश में बड़े पैमाने पर आक्रोश पैदा किया था।
NIA ने शुरू की मामले की जांच, महाराष्ट्र ATS ने भी लिया है केस को अपने हाथ
हालांकि पुलिस ने अब तक 6 लोगों की गिरफ्तारी की है। लेकिन इस हत्या के सूत्रधार को खोजने के लिए भाजपा की ओर से एसआईटी (SIT) जांच की भी मांग की गई थी। महाराष्ट्र एटीएस भी इस मामले की जांच कर रहा है। यह जानकारी एटीएस (ATS) के एक बड़े अधिकारी ने दी है। भाजपा द्वारा बार-बार यह दावा किए जाने के बाद कि यह उदयपुर की तरह का हत्या का मामला है, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इसकी जांच के लिए एनआईए को आदेश दे दिया है।
29 जून
कन्हैया लाल की तरह ही हुई थी अमरावती के उमेश कोल्हे की हत्या ? नूपुर शर्मा का समर्थन करने पर हमले का दावा
4 जिहादी आरोपी गिरफ्तार
महाराष्ट्र के अमरावती में रहने वाले एक केमिस्ट उमेश कोल्हे की 22 जून, 2022 को चार मुस्लिम हमलावरों ने हत्या कर दी थी। हत्या उस समय हुई थी जब वह उस रात अपनी फार्मेसी से लौट रहे थे। हालांकि, हत्या के कारण अभी भी स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन महाराष्ट्र भाजपा के प्रवक्ता शिवराय कुलकर्णी ने आरोप लगाया है कि उन्हें नुपुर शर्मा का समर्थन करने के लिए मारा गया था। कुलकर्णी ने दावा किया है कि, पुलिस को इस बात की जांच करनी चाहिए कि सोशल मीडिया पर नूपुर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट को लेकर कोल्हे की हत्या तो नहीं की गई। यह एंगल इसलिए भी सामने आया है क्योंकि कल मंगलवार (28 जून, 2022) को उदयपुर में कन्हैयालाल की गला रेतकर हत्या महज एक व्हॉट्सपप्प स्टेटस के आधार पर कर दी गई।
Umesh Kolhe, a Medical professional in #amaravati , Maharashtra was beheaded on June 21 night allegedly for sharing a social media post in support of #NupurSharama.
Abdul (24), Shoaib Khan(22), Mudassir Ahmed Sheikh Ibrahim (22) & Shah Rukh Pathan Hidayat Khan (24) are arrested pic.twitter.com/f9sRQbJ3ci— Organiser Weekly (@eOrganiser) June 28, 2022
महाराष्ट्र के अमरावती में ‘अमित मेडिकल’ के नाम से फार्मेसी चलाने वाले 54 वर्षीय केमिस्ट उमेश कोल्हे 22 जून की रात अपने बेटे संकेत और बहू वैष्णवी के साथ अलग-अलग बाइक से घर जा रहे थे तभी हमलावरों ने कोल्हे की गर्दन पर पीछे से चाकू से हमला कर दिया, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए और भारी खून बहने से कोल्हे की मौके पर ही मौत हो गई।
उस दिन उनका बेटा और बहू उनकी मदद के लिए दौडे, लेकिन अंधेरे के कारण हमलावर भागने में सफल रहे। जैसा कि कोल्हे के बेटे ने पुलिस को बताया, दो लोगों ने वाहन को रोका और उस पर हमला कर दिया। जिसके बाद क्राइम ब्रांच और सिटी कोतवाली पुलिस ने एक संयुक्त जांच शुरू की और मुदस्सिर अहमद शेख इब्राहिम और शाहरुख पठान इनायत खान नाम के दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया। बाद में पुलिस ने कोल्हे की हत्या के मामले में दो और आरोपितों अब्दुल तौफीक और शोएब खान को भी गिरफ्तार किया है।
इस मामले में जांच करने पर पता चला कि हमलावर उस क्षेत्र की रेकी कर रहे थे, जहां कोल्हे को मारा गया था। हालांकि, यह संदेह है कि मामले में मजहबी एंगल भी हो सकता है। जिसे ध्यान में रखते हुए अमरावती शहर पुलिस ने कहा है कि, वे हर संभावित कोण से मामले की जांच करना जारी रखेंगे।
महाराष्ट्र भाजपा के नेता और प्रवक्ता शिवराय कुलकर्णी ने आरोप लगाया है कि इस मामले में नूपुर शर्मा का कोण शामिल हो सकता है। कुलकर्णी ने कहा है कि, पुलिस को इस बात की जांच करनी चाहिए कि क्या उमेश कोल्हे की मौत का बदला उनके सोशल मीडिया साइट्स पर पूर्व भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करने पर लिया गया था। कुलकर्णी ने आगे कहा, “चूंकि, पुलिस के पास कोल्हे का फोन है, इसलिए यह जांच की जानी चाहिए कि क्या उन्हें नूपुर शर्मा का समर्थन करने वाले पोस्ट पर जान से मारने की धमकी मिल रही थी। ऐसा नहीं लगता कि, यह हत्या सामान्य लूट के लिए की गई थी।”
कुलकर्णी ने एक वीडियो में कहा, “मामला बेहद संदिग्ध है। कोल्हे की हत्या से पहले हमलावरों की कोई आपराधिक पृष्ठभूमि नहीं थी। हत्या को समय उनके पास 35000 रूपये भी थे, किंतु हत्यारों ने उसे छुआ तक नही । कोल्हे ने नुपुर शर्मा के समर्थन में कुछ पोस्ट सोशल मीडिया और कुछ व्हाट्सएप ग्रुप्स पर शेयर की थीं। यह जरूरी है कि पुलिस जांच करे कि क्या इस तथ्य का उनकी हत्या से कोई लेना-देना है।”
साथ ही उन्होंने बताया कि, उमेश कोल्हे पर हमला बेहद ‘पेशेवर’ तरीके से 5 इंच के चीनी चाकू से किया गया था। यहां तक कि कोल्हे की गर्दन पर हमला करने वाले हमलावरों ने उनके बैग में पड़े पैसों को छूने तक की जहमत नहीं उठाई। जबकि वे उस पर करीब एक हफ्ते से नजर रखे हुए थे। पुलिस को बिना किसी बाहरी दबाव के इस एंगल से जांच करनी चाहिए।’
अमरावती के पूर्व भाजपा पार्षद तुषार भारतीय ने माँग की है कि शुरूआती जांच में मिले सुराग को देखते हुए महाराष्ट्र विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस को आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) से जांच कराने के लिए आवेदन करना चाहिए।
सूत्रों के अनुसार, जांच के दौरान हमें पता चला कि कोल्हे ने व्हाट्सएप पर नूपुर शर्मा का समर्थन करते हुए एक सोशल मीडिया पोस्ट प्रसारित किया था। गलती से, उसने मुस्लिम सदस्यों वाले एक समूह पर मैसेज पोस्ट कर दिया, जो उसके ग्राहक भी थे। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक ने कहा कि यह पैगंबर का अपमान था और इसलिए उन्हें मरना चाहिए। वहीं अमरावती शहर की पुलिस आयुक्त आरती सिंह ने बताया कि, “मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है और हम बाकी की तलाश कर रहे हैं जिनकी गिरफ्तारी से हमें हत्या के पीछे के मकसद पर स्पष्टता मिलेगी।
स्रोत : Opindia