मंदिरों में भी की तोडफोड
बांग्लादेश में एक बार फिर जिहादियों की भीड ने उत्पात मचाया है। नरैल के लोहागारा के सहपारा क्षेत्र में कट्टरपंथी भीड ने हिन्दुओं के एक मंदिर, किराने की दुकान और कई घरों को तोड दिया। पुलिस का कहना है कि, 18 साल के हिन्दू लडके की फेसबुक पोस्ट ने मुस्लिमों को हिंसा के लिए उकसाया, जिसके बाद जुम्मे (15 जुलाई 2022) की नमाज के बाद इस घटना को अंजाम दिया गया।
Thousands of Muslims hve started gathering in Dighlia Bazar of Lohagara Upazila of Narail District over the issue of insulting Islam.Hindu genocide has been called from there. At any moment there could be n attack on the houses of the Hindu community.We urge every1 to be careful. pic.twitter.com/4sn31NuIW1
— Voice Of Bangladeshi Hindus ?? (@VoiceOfHindu71) July 15, 2022
हिन्दू लडके की फेसबुक पोस्ट से नाराज उन्मादी भीड़ ने पहले तो हिन्दुओं के घरों पर पत्थरबाजी की। इसके बाद वे सहपारा मंदिर में घुस गए और अंदर रखे फर्नीचर को तोड दिया। इसके बाद मुस्लिमों ने फेसबुक पोस्ट करने वाले किशोर के पिता की किराने की दुकान में तोडफोड की। मुस्लिमों का आरोप था कि, फेसबुक पोस्ट से उनकी भावनाएं आहत हुई हैं। हालांकि, इतने पर भी इन लोगों का गुस्सा ठंडा नहीं हुआ। उन्मादी भीड़ ने हिन्दू किशोर के घर और आसपास के कई अन्य लोगों के घरों में तोड़फोड़ की।
The houses of Hindu Communities in Lohagarh Upazila in Narail are being burnt. The situation is very Worst . A huge amount of damage is expected. Attacks on Hindus are still going on. pic.twitter.com/adNGbOHvrf
— Voice Of Bangladeshi Hindus ?? (@VoiceOfHindu71) July 15, 2022
मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्मादी भीड को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। आखिरकार स्थिति को काबू करने में देर रात तक का समय लगा। रिपोर्ट्स के अनुसार, अभी तक पुलिस ने हमला करने वाले धर्मांधों में से किसी को भी नहीं पकड़ा है और न ही इस्लामवादियों के खिलाफ कोई कार्रवाई की है। जबकि, दूसरी ओर पीडित हिन्दू युवक पिता को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की पहचान सहपारा के अशोक साहा के रूप में हुई है। वहीं कथित तौर पर फेसबुक पोस्ट लिखने वाला उनका बेटा आकाश वहां से भाग निकला।
हालात को देखते हुए उपजिला निर्बाही अधिकारी अजगर अली और लोहागरा पुलिस स्टेशन के प्रभारी हरन चंद्र पॉल ने गांव का दौरा कर हालात का जायजा लिया। अधिकारियों ने कहा कि हिंसा को रोकने के लिए गांव में अतिरिक्त पुलिसबलों को तैनात किया गया है। इस घटना को लेकर नरैल के एसपी प्रबीर कुमार रॉय ने कहा, “हम घटना की जांच कर रहे हैं। हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होगी। फिलहाल स्थिति सामान्य है।”
बांग्लादेशी हिन्दू खतरे में रहने को मजबूर
ये कोई पहली बार नहीं है जब बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमले हुए। इसी साल अप्रैल में कथित तौर पर पैगंबर मुहम्मद के अपमान के मामले में मुंशीगंज में एक हिन्दू शिक्षक हृदय चंद्र मंडल को गिरफ्तार किया गया था। बाद में उन्होंने मुस्लिमों पर प्रताडित करने का आरोप लगाया था। पिछले साल कथित तौर पर कुरान के अपमान का आरोप लगाकर कट्टरपंथियों ने कई हिन्दू घरों को जला दिया था।
स्रोत : Opindia