16 वर्षीय हिंदू लड़की करिना का अपहरण कर जबरन धर्म परिवर्तन और उसके बाद शादी कराने के खिलाफ अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के लोगों ने सिंध प्रांत में नवाबशाह स्थित पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के आवास के बाहर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि, काजी अहमद नगर के उन्नार मोहल्ले से छह जुलाई को खलील रहमान जानो के परिजनों ने करीना का अपहरण किया। लोगों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पूर्व राष्ट्रपति से इस मामले में हस्तक्षेप कर लड़की की तलाश में मदद मांगी। स्थानीय पुलिस का कहना है, करीना का अपहरण नहीं हुआ, बल्कि वह मर्जी से खलील के साथ गांव मीर मोहम्मद जानो गई है। उसने कराची की अदालत में उसके साथ शादी कर ली है।
Yet another Hindu teen Kareena Kumari abducted, converted to Islam and married off to a Muslim man backed by an Islamist outfit notorious for crimes against minority women in Pakistan’s Sindh.
Hindu community stages protest outside PPP chief and former President Zardari’s house. pic.twitter.com/jFjBzqC3w2
— Sonam Mahajan (@AsYouNotWish) July 16, 2022
पुलिस ने दावा किया, सुंदरमल के रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद खलील के पिता असगर जानो को गिरफ्तार किया गया था। एसएसपी ने करीना और खलील का कथित शादी प्रमाण पत्र दिखाते हुए कहा, लड़की को सिंध हाईकोर्ट में पेश किया जाएगा। वहां से वह जहां चाहे जा सकती है। हिंदू पंचायत के उपाध्यक्ष लाजपत राय ने एसएसपी के दावे को झूठा बताते हुए कहा, हिंदू समुदाय के लोग उनसे मिले, लेकिन उन्होंने मदद नहीं की।
इससे पहले, इस साल के शुरू में सिंध प्रांत में ही हिंदू लड़की पूजा कुमारी की उस समय हत्या कर दी गई थी, जब वह घर में घुसे हमलावरों का विरोध कर रही थी। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का कहना है कि पाकिस्तान में महिलाओं, अल्पसंख्यकों, बच्चों और मीडिया में काम करने वालों के हालात बेहद खराब हैं।
स्रोत : अमर उजाला