अल कायदा के नेता अयमान अल- जवाहिरी को अमेरिका ने रविवार को ड्रोन स्ट्राइक में मारा गया। 2011 में ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद दुनिया के सबसे बड़े आतंकी संगठनों में से एक अलकायदा सरगना को अमेरिका ने काबुल में एक ड्रोन हमले में ढेर कर दिया। 2011 में ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद जवाहिरी ने अलकायदा को अपने नियंत्रण में ले लिया था।
9/11: अमेरिका ने अल कायदा नेता अयमान अल-जवाहिरी – बिन लादेन के पूर्व डिप्टी – को अफगानिस्तान में ड्रोन स्ट्राइक ऑपरेशन में मार दिया है। जवाहिरी सबसे वांछित आतंकवादियों में से एक थे | इसका खुलासा प्रेसिडेंट जो बाइडन ने कुछ घंटे पहले किया
तालिबान की वापसी के बाद यह पहला ऑपरेशन pic.twitter.com/NLVzLw2gd1
— Rohan Dua (@rohanduaT02) August 2, 2022
जवाहिरी इजिप्ट का एक डॉक्टर था, जो ओसामा के जाने के बाद अल कायदा का चीफ बना था। अल-जवाहिरी पर अमेरिका ने 25 मिलियन डॉलर (करीब 200 करोड़) का इनाम रखा था। अमेरिकी अधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि, रविवार को सुबह 6.18 बजे अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में अमेरिकी ड्रोन हमले में अल जवाहिरी मारा गया।
‘अब न्याय हुआ’ – जो बाइडेन
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जवाहिरी के मारे जाने की पुष्टि की। उन्होंने एक संबोधन में कहा कि अब इंसाफ मिला है, और आतंकवादियों का सरगना मारा जा चुका है। जो बाइडेन ने कहा, “इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि इसमें कितना वक्त लगता है, चाहे कहीं भी छिप जाओ, अगर हमारे लोगों के लिए खतरा हो, तो अमेरिका उन्हें ढूंढ निकालेगा और मार गिराएगा।” बाइडेन ने कहा कि जवाहिरी केन्या और तंजानिया में यूएसएस कोल और अमेरिकी दूतावासों पर हमलों के पीछे मास्टरमाइंड था या फिर उसने इन हमलों में उसकी महत्वपूर्ण भूमिका रही थी।
स्रोत : जनसत्ता