राजस्थान के भरतपुर में एक बाप पर अपनी ही गर्भवती बेटी को कुचलने की कोशिश का आरोप लगा है। वजह बेटी का हिंदू युवक से शादी करना बताया जा रहा। आरोपित पिता की पहचान इस्लाम खान के रूप में हुई है। उसके खिलाफ भरतपुर के मथुरा गेट पुलिस स्टेशन में बेटी नगमा खान और दामाद नरेंद्र सैनी ने मामला दर्ज कराया है।
नगमा और नरेंद्र ने इसी साल फरवरी में शादी की थी। दंपती ने शिकायत में कहा है कि इस्लाम खान उनके रिश्ते के खिलाफ था, क्योंकि नरेंद्र हिंदू है। शादी के बाद से ही वह उन्हें धमकी दे रहा था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस्लाम ने 28 जुलाई 2022 बेटी-दामाद को कुचलने की कोशिश की। उसने अपने ऑटो से उस बाइक को टक्कर मारी जिस पर नरेंद्र और नगमा सवार थे। फिर ऑटो उनके ऊपर चढ़ाने की कोशिश की। दोनों को जान बचाने के लिए भागना पड़ा। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
घटना वाले दिन नरेंद्र तीन महीने की गर्भवती पत्नी नगमा को लेकर अस्पताल जा रहा था। वायरल वीडियो में महिला और उसके पति को जान बचाने के लिए भागते देखा जा सकता है। पीड़ित नरेंद्र ने कहा, “उन्होंने अपने ऑटो से हमें मारने का प्रयास किया।” नरेंद्र ने सुरक्षा की भी मांग की है।
#WATCH | Rajasthan: Father of a Muslim woman who married a Hindu man in Bharatpur,attempted to harm the couple with his autorickshaw
The Hindu man says, "He attempted to kill us with his auto.He was locked up but continued threatening us. We're seeking protection"
(Source:CCTV) pic.twitter.com/xN67uCKpfo
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) August 4, 2022
गौरतलब है कि भरतपुर के कटरा क्षेत्र के निवासी नगमा और नरेंद्र का रिश्ता लड़की के परिवार को शुरू से ही कबूल नहीं था। ऐसे में एक दिन नरेंद्र के साथ नगमा भाग गई। दोनों ने 22 फरवरी को आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली और बाद में भरतपुर लौट आए।
रिपोर्टों में बताया गया है कि इस्लाम ने नरेंद्र के खिलाफ अपनी बेटी का अपहरण कर उसे शादी के लिए मजबूर करने को लेकर शिकायत भी दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया था। जांच के दौरान अधिकारियों ने नगमा का बयान दर्ज किया। इसमें उसने अपने अब्बा के आरोपों को झूठा बताया। उसने कहा कि वह नरेंद्र से प्यार करती है और अपनी मर्जी से उसके साथ भागी थी। कोर्ट ने भी उसे नरेंद्र के साथ रहने का आदेश दिया था, क्योंकि दोनों वयस्क थे और अपने फैसले खुद ले सकते थे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक नगमा का परिवार कोर्ट के फैसले से नाराज था। दोनों को जान से मारने की धमकी दे रहा था। धमकियों के बाद नरेंद्र और नगमा मथुरा शिफ्ट हो गए और वहाँ लगभग दो महीने तक रहे। इस दौरान नगमा गर्भवती हो गई।
इसक बाद दोनों भरतपुर लौट आए और भरतपुर के रंजीत नगर में एक किराए के घर में रहने लगे। 28 जुलाई को जब नगमा को चेकअप के लिए लेकर नरेंद्र अस्पताल जा रहा था तो इस्लाम ने उन्हें कुचलकर मारने की कोशिश की। इस दौरान भीड़ जमा हो गई और पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। इस बीच इस्लाम फरार हो गया।
पुलिस दोनों को थाने लाई। भरतपुर की अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट बीना महावर ने अदालत में सीआरपीसी की धारा 122 के तहत कार्रवाई पहले से ही चलने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा, “हमने SP और संबंधित SHO से मामले को देखने और दंपती की सुरक्षा के निर्देश दिए हैं।”