ईसाई मिशनरियों के धर्मांतर का प्रयत्न विफल करनेवाली हिन्दुत्वनिष्ठ महिला एवं गांववासियों का अभिनंदन ! ऐसी घटना रोकने के लिए सरकार को धर्मांतरबंदी कानून बनाना भी आवश्यक ! – सम्पादक, हिन्दुजागृति
ठाणे – पालघर जिले के डहाणू, तलासरी, जवार एवं विक्रमगढ के इस दुर्गम आदिवासीबहुल तालुकाओं में अनेक वर्षों से धर्मपरिवर्तन हो रहा है । इन भागों में निर्धन एवं अशिक्षित आदिवासियों के अज्ञान क अपलाभ उठाकर, उन्हें विविध प्रलोभन देकर उनका धर्मपरिवर्तन किया जाता है । डहाणू में धर्मपरिवर्तन का ऐसा ही एक प्रयत्न एक हिन्दुत्वनिष्ठ महिला ने ग्रामवासियों की सहायता से विफल किया । पुलिस थाने में की गई शिकायत के पश्चात पुलिस ने ४ मिशनरियों को बंदी बनाया है ।
१. डहाणू के निकट सरावली तलावपाडा में ५ अगस्त की दोपहर ४ ईसाई मिशनरियों ने इस हिन्दू महिला के घर में घुसकर उससे कहा ‘ईसाई धर्म स्वीकारने पर तुम्हारी सभी दुख-दर्द दूर हो जाएंगे । तुम अपने धर्म का पालन मत करो ।’ इसके साथ ही पैसों को प्रलोभन देकर उसे ईसाई धर्म स्वीकारने के लिए बाध्य करने लगे । इस पर महिला ने ग्रामवासियों की सहायता से डहाणू पुलिस थाने में परिवाद प्रविष्ट किया ।
२. तदुपरांत स्थानीय ग्रामस्थ एवं हिन्दुत्वनिष्ठ कार्यकर्ता भारी मात्रा में एकत्र हो गए एवं उन्होंने मिशनिरयों को आडे हाथ लिया और उनपर प्रश्नों की बौछार कर दी ।
३. महिला द्वारा किए परिवाद पर डहाणू पुलिस ने क्लेमेंट डी. बैला, मरीयामा टी फिलीप्स, परमजीत उपाख्य पिंकी शर्मा कौर एवं परशुराम धर्मा धिंगाडा, इन ४ मिशनरियों के विरुद्ध भा.दं.सं. की धारा १५३, २९५, ४४८, ३४ अनुसार अपराध प्रविष्ट कर उन्हें बंदी बनाया है ।
४. ‘इससे पूर्व भी पालघर जिले के आदिवासी भागों में आदिवासी हिन्दुओं का धर्मपरिवर्तन हो रहा था । इससे हिन्दू एवं जो धर्मांतरित हो गए हैं, उनमें त्योहार-उत्सव मनाने को लेकर बारंबार वाद-विवाद होता है’, ऐसा यहां के स्थानीय लोगों ने बताया । ‘पुलिस एवं प्रशासन ने धर्मांतर को रोकने के लिए ठोस उपाययोजना करने की मांग स्थानीय नागरिकों ने की है ।