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शोपियां में आतंकियों ने नाम पूछकर 2 कश्मीरी हिन्दू भाइयों पर बरसाईं गोलियां, एक की मौत

जम्मू-कश्मीर में कश्मीरी हिन्दुओं को फिर एक बार निशाना बनाया गया है । शोपियां में एक सेब के बाग में मंगलवार को नागरिकों पर आतंकवादियों की गोलीबारी की है। इस हमले में एक कश्मीरी हिन्दू की मौत हो गई है वहीं उसका भाई घायल हो गया है। शुरुआती जानकारी के अनुसार, सुनील भट्ट औऱ उनके भाई अपने सेब के बागान में जा रहे थे । इसी दौरान आतंकियों ने उनसे नाम पूछा और फिर गोलियां बरसाना शुरू कर दिया ।

मृतक की पहचान सुनील कुमार के रूप में हुई

एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, मृतक की पहचान सुनील कुमार भट्ट के रूप में हुई है जबकि घायल व्यक्ति का नाम पिंटू कुमार बताया जा है। दोनों भाई हैं और सेब के बाग में एक साथ काम करते थे। इसके साथ ही इलाके को घेरकर हमलावरों की तलाश शुरू कर दी गई है। सुनील कुमार भट्ट का शव शोपियां स्थित उसके आवास पर पहुंच गया है।

भाजपा अध्यक्ष रविंदर रैना ने की घटना की निंदा

जम्मू-कश्मीर भाजपा अध्यक्ष रविंदर रैना ने कहा कि, पाकिस्तान कश्मीर को कब्रिस्तान बनाना चाहता है लेकिन हम उसके नापाक मंसूबों को पूरा नहीं होने देंगे। शोपियां क्षेत्र में कश्मीरी हिन्दुओं को निशाना बनाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी, उन्हें निश्चित रूप से दंडित किया जाएगा।

सुनील के भाई बोले – ‘हम कश्मीर से जाना चाहते हैं’

कश्मीरी हिन्दू सुनील की हत्या के बाद उनके भाई टूट गए हैं। उन्होंने मीडिया के सामने हाथ जोडकर कहा, ‘इस गांव में सिर्फ मैं ही बचा हूं, अगर आप चाहते हैं कि मुझे भी गोली मारी जाए तो सरकार की जिम्मेदारी है। हम भाई का अंतिम संस्कार करके यहां से जाएंगे। हमें सुबह यहां से ले जाया जाए। हम इधर नहीं रहना चाहते हैं। सरकार हमारे मां-बाप, बच्चों की सुरक्षा के बारे में सोचे।’

कश्मीरी हिन्दू से घाटी छोडने की अपील

कश्मीरी हिन्दू की हत्या के बाद लोगों में गुस्सा है। कश्मीर हिन्दू संघर्ष समिति (KPSS) ने कश्मीरी हिन्दू से कश्मीर छोड़ने की अपील की है। यह संगठन कश्मीर में रहने वाले गैर-प्रवासी कश्मीरी हिन्दू का प्रतिनिधित्व करता है।

संगठन के अध्यक्ष संजय टिक्कू ने कहा कि कश्मीर में कश्मीरी हिन्दू की रक्षा करने में न्यायपालिका और सरकार बुरी तरह विफल रही है। इस कारण KPSS सभी कश्मीरी हिन्दू से कश्मीर छोड़ने की अपील कर रहा है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में कोई भी कश्मीरी हिन्दू सुरक्षित नहीं है। कश्मीरी हिन्दू के लिए एक ही विकल्प बचा है कि कश्मीर छोड़ दिया जाए या धार्मिक कट्टरपंथियों द्वारा मार डाला जाए, जिन्हें स्थानीय आबादी का साथ मिला है।

शुक्रवार को भी आतंकियों ने टारगेट किलिंग को अंजाम दिया था

इससे पहले 12 अगस्त शुक्रवार को भी आतंकियों ने टारगेट किलिंग को अंजाम दिया था। दहशतगर्दों ने बांदीपोरा के सोदनारा सुंबल में गैर-कश्मीरी मजदूर पर फायरिंग की थी। गोली लगने से घायल मजदूर ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। घाटी में पिछले चार महीनों में लक्षित कर कई लोगों को निशाना बनाया है।

कश्मीर में हुई टारगेट किलिंग

18 जून: पुलवामा में पुलिस के सब इंस्पेक्टर फारूक अहमद मीर की हत्या

2 जून: बडगाम में आतंकियों ने देर शाम दो गैर-कश्मीरी मजदूरों को बनाया निशाना, एक की मौत, एक घायल

2 जून:  कुलगाम जिले में एक बैंक प्रबंधक की आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी।

31 मई: कुलगाम के गोपालपोरा में हिंदू महिला शिक्षक रजनी बाला की हत्या

25 मई: बडगाम में घर पर टीवी कलाकार अमरीन भट की हत्या। उसका 10 वर्षीय भतीजा हाथ में गोली लगने से घायल।

24 मई: श्रीनगर में पुलिसकर्मी सैफुल्ला कादरी की हत्या। उसकी 7 साल की बेटी घायल

17 मई: बारामुला में शराब दुकान पर ग्रेनेड हमला, राजोरी के सेल्सैन रंजीत सिंह की मौत, तीन अन्य घायल

13 मई: पुलवामा के गडूरा गांव में निहत्थे पुलिसकर्मी रियाज अहमद की हत्या

12 मई: बडगाम में कश्मीरी हिन्दू कर्मचारी राहुल भट की चाडूरा तहसील कार्यालय में घुसकर हत्या हत्या कर दी।

7 मई : श्रीनगर में डॉ अली जान रोड पर आइवा ब्रिज के पास आतंकवादी हमले में पुलिस कांस्टेबल गुलाम हसन डार की मौत

 

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