भाग्यनगर (तेलंगाना) – किसी भी समूह को दिशा देने के लिए नेतृत्व की आवश्यकता होती है । विशेषरूप से आपातकालीन परिस्थिति में समाज दिशाहीन होे जाता है । ऐसी परिस्थिति में सामाजिक संगठनों के लिए नेतृत्व लेकर कार्य करना आवश्यक होता है और इस नेतृत्वविकास को साध्य करने के लिए शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक अथवा राजकीय स्तर के साथ ही आध्यात्मिक स्तर भी होना आवश्यक है, ऐसा मार्गदर्शन हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे ने किया।
हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से ३० जुलाई से १ अगस्त तक यहां राजकोट के जैन भवन में ‘नेतृत्वविकास कार्यशाला’का आयोजन किया गया था । इस अवसर पर वे बोल रहे थे । इस कार्यशाला में नेतृत्वविकास, निर्णयक्षमता का विकास, नियोजनक्षमता का विकास आदि विषयों पर मार्गदर्शन किया गया । इस अवसर पर समिति के तेलंगाना एवं आंध्रप्रदेश समन्वयक श्री. चेतन गाडी ने भी राष्ट्र एवं धर्म के संदर्भ में उपक्रमों के विषय में मार्गदर्शन किया।