कणकवली में श्री श्री वामनाश्रम स्वामी की उपस्थिति में चातुर्मास समारोह में मार्गदर्शन
कणकवली – हमारे भोलेपन का अपलाभ उठाकर धर्मांध हमें फंसाने की ही ताक में रहते हैं । इन धर्मांधों को हिन्दू महिला एवं युवतियों को प्रेमजाल में फांसने का प्रशिक्षण दिया जाता है । ‘लव जिहाद’की बली चढी युवतियों को अनेक यातनाएं भोगनी पडती हैं । हिन्दू नाम धारण कर धर्मांध मुसलमान हिन्दू युवतियों को झूठे प्रेमजाल में फांसते हैं, यह ध्यान में रखते हुए हिन्दू युवतियों एवं महिलाओं को सतर्क रहना चाहिए, ऐसा आवाहन हिन्दू जनजागृति समिति की श्रीमती मंजुषा खाडये ने यहां किया ।
कणकवली में वैश्य समाज के गुरु तथा हलदीपुर के श्री संस्थान शांताश्रम के मठाधिपति श्री श्री वामनाश्रम स्वामी की उपस्थिति में चातुर्मास समारोह हो रहा है । इस समारोह में राष्ट्र एवं धर्म के अनुषंग से विषय प्रस्तुत करने की श्री श्री वामनाश्रम स्वामी ने हिन्दू जनजागृति समिति को अनुमति दी है । उस पार्श्वभूमि पर २१ अगस्त को यहां आयोजित ‘युवती सम्मेलन’में श्रीमती खाडये बोल रही थीं ।
वे आगे बोलीं, ‘‘अपने धर्म का श्रेष्ठत्व समझकर उसका पालन करना चाहिए । कुंकू लगाना, योग्य वस्त्र परिधान करना, ऐसी छोटी-छोटी कृतियों से हमें धर्म एवं संस्कृति का पालन करना चाहिए । धर्मपालन कर हम क्षात्रतेज बढाएंगे तब किसी का हमारी ओर टेढी दृष्टि से देखने का दुस्साहस नहीं होगा ।’’
इस अवसर पर श्रीमती खाडये ने ‘लव जिहाद’की दाहकता स्पष्ट करनेवाला ग्रंथ उपस्थितों को दिखाते हुए उसका महत्त्व विशद किया ।
इस अवसर पर कार्यक्रमस्थल पर सनातन के ग्रंथप्रदर्शन एवं सात्त्विक उत्पाद भी रखे गए थे । इसे उपस्थितों का उत्स्फूर्त प्रतिसाद मिला ।
क्षणिका
श्री श्री वामनाश्रम स्वामी द्वारा स्वसुरक्षा का महत्त्व उपस्थितों पर अंकित किया जाना
इस अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति की कु. अदिति तवटे एवं कु. भक्ति पांगम ने स्वसुरक्षा के प्रात्यक्षिक प्रस्तुत किए । ये प्रात्यक्षिक देखने के पश्चात श्री श्री वामनाश्रम स्वामी ने पुन: उसे प्रस्तुत करने के लिए कहा । श्री श्री वामनाश्रम स्वामी ने इसप्रकार स्वसुरक्षा का महत्त्व उपस्थितों पर अंकित किया ।
अभिप्राय
१. श्री. दीपक अंधारी, अध्यक्ष, वैश्य गुरु चातुर्मास सेवा समिति, सिंधुदुर्ग – स्वसुरक्षा प्रात्यक्षिक उत्तम प्रकार से प्रस्तुत किए गए ।
२. श्री. जीवन बांदेकर, भूतपूर्व नगरसेवक, कुडाल – विषय उत्तम ढंग से प्रस्तुत किया । धर्मांध मुसलमान नाम बदलकर हिन्दू नाम धारण कर लडकियों को जाल में फांसते हैं और लडकियां फंस जाती हैं, यह हमें बताना चाहिए ।
३. श्रीमती नीलम धडाम, कणकवली – अच्छा मार्गदर्शन किया । यह विषय महत्त्वपूर्ण है । चातुर्मास समाप्त होने के उपरांत हम एकत्र आएंगे और आगे ऐसे विषय प्रस्तुत करते रहेंगे ।