बरेली : मुस्लिम लडकी से प्रेम करने पर सुनील को तालिबानी सजा दे दी गई। मदरसे में पढ़ाने वाले लड़की के पिता व स्वजन ने उन्हें पीटा, मुंह में कपड़ा ठूंसा, हाथ-पैर बांधे और गले में फंदा लगाकर पेड़ से लटका दिया। शनिवार सुबह ग्रामीणों ने देखा, तब तक उनकी मृत्यु हो चुकी थी।
शुक्रवार रात को बंधक बनाए गए सुनील ने बचने की हर जुगत की। आरोपित जब प्रताड़ित कर रहे थे, तब उन्होंने गांव के वाट्सएप ग्रुप पर नौ वाइस संदेश वायरल किए। जिनमें वह जान बख्शने की गुहार लगा रहे। प्रकरण में छह आरोपितों के विरुद्ध हत्या की प्राथमिकी लिखी गई है।
जियानगला गांव में रहने वाले सुनील कुमार मजदूरी करते थे। वहीं रहने वाली सबा से उनकी प्रेम संबंध हुए तो दोनों परिवारों में विरोध होने लगा। उनके पिता आशाराम ने बताया कि तीन महीने पहले गांव में पंचायत हुई कि सुनील व सबा एक दूसरे से बातचीत नहीं करेंगे। इसके बावजूद लड़की का पिता इसरार व रिश्तेदार धमकी देते थे।
अब बरेली में मुस्लिम युवती से प्रेम करने पर हिंदू युवक की हत्या। गरीब मज़दूर सुनील के हाथ पैर बांध, मुंह में कपड़ा ठूंसने के बाद पीट पीट कर मारा और पेड़ से लटका दिया। महामारी बन चुकी है ये हत्याएं। मजहबी उन्मादी बेखौफ हैं और सरकारें लाचार। इस उन्माद का निदान सिर्फ जवाबी खौफ है। pic.twitter.com/nKSfI1D3g6
— Vikas Saraswat (@VikasSaraswat) September 4, 2022
शुक्रवार रात करीब 11 बजे बेटा घर में सो रहा था। शनिवार सुबह करीब छह बजे रामधुन अपने खेत की सिंचाई करने गए तो बाग में पेड़ से सुनील का शव लटका देखा। सुनील के हाथ-पैर बंधे होने से हत्या साबित हो रही थी मगर, पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने की बात कहकर टालती रही।
इससे गुस्साए ग्रामीणों ने दोपहर करीब एक बजे शीशगढ़ जाने वाला रास्ता जाम कर दिया। दो घंटे हंगामा होने के बाद लड़की के पिता इसरार, उसके भाई गुड्डू, अबरार, सरफराज और कुतुबपुर में रहने वाले रिश्तेदार यासीन, फजल के विरुद्ध प्राथमिकी लिखी गई।
गांव के लोगों ने राम-रामजी नाम से वाट्सएप ग्रुप बनाया है। शुक्रवार रात 1.50 बजे से 2.05 बजे तक सुनील के फोन नंबर से नौ वाइस मैसेज आए। दो मैसेज में वह कुछ बोल नहीं सके, बाकी में उनकी बात सुनकर लगा रहा कि< कहीं बंधक बनाया गया। वह कह रहे कि मेरा फोन चेक कर लिया है, अब जाने दो या जेल भेज दो।
प्रधानजी ने फैसला करा दिया तो अब मुझे यहां क्यों बंद कर लिया है। मेरे हाथ खोल दो, मैं खुद चला जाऊंगा। मुझे डर लग रहा है। तुम सात लोग लेकर आए थे, बाकी पांच कहां और क्या करने चले गए। इन्हीं में दो मैसेज ऐसे भी हैं, जिनमें वह कुछ बताना चाह रहे। कह रहे कि, लड़की ने मुझे फंसवा दिया।
दीपक भाई, मेरे पास जितना भी पैसा है, उसी जगह रखे जहां पहले थे। वहां दो और चीजें रखी हैं। स्वजन कह रहे कि, दीपक नाम का गांव में कोई युवक नहीं है। पुलिस उसकी तलाश कर रही ताकि सुनील के राज जान सके।
ग्रुप में वायरल हुए युगल के 100 से अधिक फोटो, इसके बाद हत्या
आडियो के बाद सुनील ने 2.50 बजे तक 100 से अधिक फोटो ग्रुप में साझा किए जिनमें वह लड़की के साथ अंतरंग थे। ये सभी फोटो पुराने हैं। ग्रामीणों के अनुसार, संभवता आरोपित हाथ-पैर बांधकर उन्हें पेड़ से लटकाने की तैयारी करने निकले, उसी समय सुनील ने अपने मोबाइल फोन से सभी फोटो ग्रुप में साझा कर संदेश दिया।
प्रेम संबंधों के कारण घटना हो रही। उनके दोनों हाथों की कलाइयां आपस में बंधी थीं, उस स्थिति में मोबाइल फोन चलाया जा सकता है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, सुनील की मृत्यु करीब 3.30 बजे हुई है। इसके आधार अनुमान लगाया जा रहा कि करीब तीन बजे आरोपितों ने उनकी बनियान फाड़कर मुंह में ठूंस दी ताकि बचने के लिए आवाज नहीं लगा सकें। इसके बाद हाथ-पैर बांधकर पेड़ से जिंदा लटका दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण हैंगिंग आया है।
जाग रहे होते गांव वाले तो बच जाती जान
सुनील आरोपितों की गिरफ्त में थे मगर, बचने के लिए चोरी-छिपे वाट्सएप ग्रुप में सीधे मैसेज भेजते रहे। उस समय ग्रुप में शामिल किसी ग्रामीण की निगाह नहीं पड़ी, सब सो रहे थे। यदि रात में ही उनके मैसेज पढ़े गए होते, पुलिस की सहायता ली जाती तो शायद उनकी जान बच जाती। ग्रामीणों ने बताया कि शुक्रवार रात को इसरार के घर में आवाजाही हो रही थी। सुबह सुनील का शव मिलने की सूचना से पहले घर खाली कर सभी आरोपित भाग चुके थे।
प्रेम संबंधों के कारण हत्या का आरोप लगाया है। तहरीर के आधार पर छह आरोपितों के विरुद्ध प्राथमिकी लिख ली गई है। आरोपितों को तलाश किया जा रहा।
स्रोत: जागरण