वैसे हिन्दू महिलाओं पर तथाकथित अत्याचारों पर कोलाहल मचानेवाले नारीस्वतंत्रतावाले अंकिता सिंह की हत्या पर अब मौन क्यों ?
धनबाद (झारखंड) – राज्य के दुमका में शाहरुख नामक धर्मांध ने १२ वीं में पढनेवाली अंकिता सिंह पर पेट्रोल छिडककर जीवित जलाकर मार डाला । इसीप्रकार, रांची में २३ वर्षीय सहरूद्दीन अंसारी ने एक १५ वर्षीय अदिवासी लडकी का घर में घुसकर बलात्कार किया । एक विशिष्ट समाज द्वारा हिन्दू लडकियों को बारंबार लक्ष्य बनाया जा रहा है । यदि ऐसी घटनाओं पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया, तो सामाजिक दृष्टिकोण से झारखंड की स्थिति अत्यंत विस्फोटक हो सकती है । यह ध्यान में रखते हुए हिन्दू जनजागृति समिति एवं अन्य समविचारी संगठनों ने यहां के रणधीर वर्मा चौक में ‘हिन्दू राष्ट्र जागृति आंदोलन’ किया
। तदुपरांत धनबाद जिला उपायुक्त संदीप सिंह को मांग का निवेदन सौंपा गया । इस आंदोलन में सर्वश्री ‘तरुण हिन्दू’के डॉ. नील माधव दास, उज्ज्वल बैनर्जी, नंद दुलाल सेनगुप्ता, विश्व हिन्दू परिषद के दीपक मंडल, हिन्दू जनजागृति समिति के पूर्व एवं पूर्वोत्तर भारत राज्य समन्वयक शंभू गवारे तथा अमरजीत प्रसाद, दीपक केशरी, समरपाल सिंह, धर्मप्रेमी अधिवक्ता सुदीप गुप्ता, अधिवक्ता संतोष कुमार आदि ६० से भी अधिक धर्मप्रेमी सम्मिलित हुए थे ।
आंदोलन की मांगें
१. कु. अंकिता का हत्यारा शाहरुख को फांसी का दंड दिया जाए एवं इस घटना के पीछे जो सूत्रधार हैं, उन्हें भी कठोर दंड दिया जाए ।
२. ऐसी घटना पुन: न हों, इसलिए केंद्र सरकार तुरंत ‘लव जिहाद’विरोधी कानून बनाए ।
३. नरकोपी में लडकी का बलात्कार करनेवाले सहरूद्दीन अंसारी को शीघ्रगति न्यायालय के माध्यम से कठोर दंड दिया जाए ।