वैशाख शुक्ल पूर्णिमा , कलियुग वर्ष ५११५
हिंदुओंकी सामाजिक, राष्ट्रीय और धार्मिक समस्याओंपर प्रमुखतासे चर्चा !
आगामी चुनावोंकी दृष्टिसे हिंदुहितकी कार्ययोजना निश्चित होगी !
गोवामें ६ जूनसे आरंभ होनेवाले हिंदु राष्ट्र स्थापनाके द्वितीय अखिल भारतीय हिंदू अधिवेशनमें हिंदुओंकी सामाजिक, राष्ट्रीय और धार्मिक समस्याओंपर प्रमुखतासे चर्चा की जाएगी । उसी प्रकार, इन सर्व समस्याओंपर राष्ट्रीय स्तरपर उपाययोजनात्मक समान कार्यवाही कार्यक्रम निश्चित किया जानेवाला है । इस अधिवेशनमें भारतके २२ राज्योंसे और विदेशके नेपाल, श्रीलंका, मलेशिया देशोंसे कुल २५० हिंदुत्वनिष्ठ मान्यवर उपस्थित रहनेवाले हैं ।
ऐसा होगा अधिवेशनका स्वरूप !
अधिवेशनके दिनभरके कामकाजको विविध सत्रोंमें विभाजित किया गया है । उद्बोधन सत्रमें हिंदुओंकी समस्याओंपर संबंधित क्षेत्रोंके विशेषज्ञ व्यक्ति उपस्थित प्रतिनिधियोंको संबोधित करेंगे । अनुभव-कथन सत्रमें राष्ट्र और धर्म रक्षाके आंदोलन चलाते समय हुए अच्छे-बुरे अनुभवोंका वैचारिक आदान-प्रदान होगा । चर्चासत्रोंमें हिंदुओंके सामाजिक, राष्ट्रीय और धार्मिक समस्योंपर एक साथ चर्चा की जाएगी । इसके अतिरिक्त प्रत्येक राज्यकी समस्याओंपर समानसूत्री कार्यवाही कार्यक्रम निश्चित करनेके लिए राज्यस्तरीय बैठकोंका आयोजन किया जाएगा । तथा, ८ जूनको हिंदुत्वनिष्ठ उद्योगपति और पत्रकार एवं ९ जूनको अधिवेशनके निमित्त हिंदुत्वनिष्ठ अधिवक्तागण और विचारकोंकी स्वतंत्र बैठकोंका आयोजन भी किया गया है ।
आगामी चुनावोंकी दृष्टिसे हिंदुहितकी कार्ययोजना निश्चित होगी !
इस अधिवेशनमें इतिहासका विकृतीकरण, बांग्लादेशी घुसपैठियोंकी समस्या, आतंकवाद इस प्रकारकी राष्ट्रीय संकटोंके विषयमें चर्चा की जाएगी । उसी प्रकार, हिंदुओंकी विविध समस्याओंकी दृष्टिसे लव जिहाद, लैन्ड जिहाद, गोहत्या, मंदिर सरकारीकरण, पश्चिमी डे पद्धति और कान्वेंट विद्यालयसमान माध्यमोंसे होनेवाला धर्मांतर, विदेशमें रहनेवाले हिंदुओंपर अत्याचार, कश्मीरके हिंदुओंका पुनर्वास, रामसेतुकी रक्षा, गंगा-रक्षा, बढते उपद्रव (दंगे) और उनपर उपाययोजना ऐसे अनेक प्रश्नोंपर इस अधिवेशनमें चर्चा होनेवाली है । इन सर्व चर्चाओंसे प्रत्येक समस्यापर समानसूत्री कार्यवाही योजना निश्चित करनेपर अधिक बल होगा । सबसे महत्त्वकी बात यह होगी कि आगामी लोकसभा चुनावके संदर्शमें हिंदुओंकी रणनीति क्या हो ?, यह भी इस अधिवेशनमें निश्चित किया जाएगा । इन सर्व विषयोंकी अधिवेशनके प्रत्येक दिनके अनुसार निर्धारित रूपरेखा www.hindujagruti.org/summit इस जालस्थलपर भी उपलब्ध है ।