निपाणी (कर्नाटक) – s इस निवेदन के कारण, इसके साथ ही किए गए प्रयत्नों के कारण श्रद्धालुओं ने विसर्जन के दिन मूर्तिदान की अनदेखी कर शास्त्रानुसार श्री गणेशमूर्ती पानी में ही विसर्जित की । निपाणी में एक भी मूर्ति दान नहीं की गई ।
निपाणी (कर्नाटक) – s इस निवेदन के कारण, इसके साथ ही किए गए प्रयत्नों के कारण श्रद्धालुओं ने विसर्जन के दिन मूर्तिदान की अनदेखी कर शास्त्रानुसार श्री गणेशमूर्ती पानी में ही विसर्जित की । निपाणी में एक भी मूर्ति दान नहीं की गई ।