नगर – गत कुछ दिनों में जिले से बडी संख्या में लडकियां लापता होकर, उन पर लैंगिक अत्याचारों की घटनाएं सामने आई हैं । इन घटनाओं के आरोपी धर्मांध हैं । इसीलिए राज्य में यथाशीघ्र लव जिहादविरोधी एवं धर्मांतरबंदी कानून लागू किया जाए, ऐसी मांग हिन्दू जनजागृति समिति की रणरागिणी शाखा की कु. प्रतीक्षा कोरगावकर ने की । १४ सितंबर को वीर सावरकर चौक में रणरागिणी शाखा द्वारा हिन्दू राष्ट्र-जागृति आंदोलन किया गया । उसमें वे बोल रहीं थीं । इस आंदोलन में विविध संगठनों के १५० से भी अधिक प्रतिनिधि एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे ।
इस आंदोलन में छावा संगठन के जिलाप्रमुख सुरेखा सांगळे; भाजप महिला जिलाध्यक्ष अंजली वल्लाकट्टी, भाजप महिला प्रदेश सदस्य सुरेखा विद्ये, भूतपूर्व उपमहापौर गीतांजली काळे, भाजप की गीता गिल्डा, वंदना पंडित, प्रिया जानवे; शिवसेना महिला मोर्चा शहरप्रमुख अरुणा गोयल; हिन्दुत्वनिष्ठ डॉ. सुपर्णा देशमुख; ओबीसी जिलाध्यक्ष रेखा विधाते; ‘शिवराष्ट्र सेना’के संतोष नवसुपे, हिन्दूराष्ट्र सेना के सर्वश्री केशव मोकाटे, निखिल घंगेकर, रुद्रेश अंबाडे; ‘वंदे मातरम् ग्रुप’के सर्वश्री महावीर कांकरिया, रवी किथानी; ‘केसरी प्रतिष्ठान’के सर्वश्री सुरेश लालबागे, रोहित कोडम; बजरंग दल के श्री. कुणाल भंडारी; प्रसिद्ध उद्योजक श्री. प्रदीप पंजाबी; श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान के जिलाप्रमुख श्री. बापू ठाणगे; ‘होय हिंदूच ग्रुप’के श्री. दिनेश हिरगुडे, ‘धर्मजागरण’के श्री. अभिमन्यू जाधव; ‘मातृस्नेह प्रतिष्ठान’के श्री. रवींद्र लकशेट्टी आदि उपस्थित थे ।
आंदोलन का चित्रीकरण कुछ संदिग्ध व्यक्ति कर रहे हैं, यह देखने पर हिन्दुत्वनिष्ठों ने सतर्कता से स्वयं ही उनसे पूछताछ की ।
सम्मिलित हिन्दुत्वनिष्ठों ने व्यक्त किए विचार
१. अधिवक्ता गोरक्षनाथ तांदळे – लव जिहाद, यह लडकियों को फांसने का षड्यंत्र है, इसलिए इसके विरोध में सभी को एकत्र आकर सामना करना आवश्यक है ।
२. डॉ. सुपर्णा देशमुख, हिन्दुत्वनिष्ठ – महिला एवं लडकियों की सुरक्षा के लिए इस आंदोलन के माध्यम से यह लडाई आरंभ हो गई है, अब कानून बनने तक यह ऐसे ही चलती रहेगी ।
३. श्री. महावीर कांकरिया, वंदे मातरम् ग्रुप – लव जिहाद एवं धर्मांतर, ये समस्याएं अत्यंत गंभीर होने से इन सभी के विरोध में एकत्र आना, काल की आवश्यकता है ।
४. श्री. निखिल घंगेकर, हिन्दू राष्ट्र सेना – नगर शहर की मां-बहनों को कष्ट देनेवालों के विरोध में बारंबार परिवाद (शिकायत) करने पर भी प्रशासन कुछ नहीं करता, यह बात गंभीर होने से इसपर प्रतिबंध लगानेके लिए ही लवजिहादविरोधी एवं धर्मांतरबंदी कानून होना आवश्यक है ।
क्षणिकाएं
१. रास्ते से आने-जानेवाले कुछ हिन्दू, स्वयं ही इस आंदोलन में सम्मिलित हुए ।
२. ‘सुदर्शन न्यूज’ वृत्तवाहिनी ने आंदोलन की ‘पोस्ट’ देखकर पूर्वप्रसिद्धी के लिए राष्ट्रीय समाचार तैयार किया ।
३. सावरकर चौक, चितळे रोड परिसर घोषणाओं से गूंज उठा ।