एनसीपी नेता छगन भुजबल ने एक विवादित बयान दिया है । भुजबल ने कहा कि, विद्यालयों में मां सरस्वती, शारदा मां की पूजा क्यों करनी चाहिए। मां सरस्वती ने केवल 3 प्रतिशत लोगों को सिखाया। विद्यालयों में अंबेडकर और फुले की तस्वीर लगनी चाहिए। दरअसल छगन भुजबल सोमवार को यशवंतराव चव्हाण सेंटर में आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे थे। वहां उन्होंने कहा कि, विद्यालयों में मां सरस्वती और शारदा माता की तस्वीर लगाई जाती है, जिन्हें हमने कभी देखा ही नहीं और ना ही कुछ पढ़ाया। यदि पढ़ाया भी होगा तो सिर्फ 3 प्रतिशत लोगों को।
भुजबल ने आगे कहा, ‘सावित्रीबाई फुले, महात्मा ज्योतिबा फुले, भीमराव अंबेडकर, छत्रपति शाहू महाराज और कर्मवीर भाऊराव पाटिल की तस्वीरें विद्यालयों में लगाई जानी चाहिए क्योंकि इन हस्तियों की वजह से हमें शिक्षा और अधिकार मिले हैं। इसलिए इनकी पूजा कीजिये यह आपके देवता हैं। इनके विचारों की पूजा होनी चाहिए, बाकी देखेंगे बाद में।’
NCP नेता छगन भुजबल का विवादित बयान- स्कूल में सरस्वती की पूजा क्यों? | #BREAKING#ChhaganBhujbal pic.twitter.com/NZlsEDbIoG
— Zee News (@ZeeNews) September 27, 2022
छगन भुजबल के इस बयान को लेकर भाजपा ने हिन्दू देवताओं का अपमान करार देते हुए हमला बोला है। भाजपा विधायक राम कदम ने कहा, अभी भुजबल ने विद्यालयों में देवी-देवताओं की तस्वीरें हटाने की बात कही है। आगे जाकर वह कह सकते हैं कि, मंदिरों की जरूरत क्या है। कदम ने कहा कि भुजबल के देवी-देवताओं का अपमान किया है। इसलिए उन्हें इसे लेकर माफी मांगनी चाहिए।
बीजेपी नेता ने कहा कि जब चुनाव का वक्त आता है तो यही नेता हिंदू देवी-देवताओं के मंदिरों में माथा टेकने का नाटक करते हैं और अब कह रहे हैं कि देवी देवताओं की तस्वीरों की क्या जरूरत है, उन्हें हटा दिया जाए। कदम ने कहा कि सभी महापुरुषों के लिए हमारे मन में सम्मान है लेकिन इस तरह देवी-देवताओं का अपमान नहीं कर सकते।
स्रोत : जी न्यूज