श्री अग्रसेन महाराज जयंती के उपलक्ष्य में अग्रवाल समाज की ओर से जलगांव में कार्यक्रम !
जलगांव – भारतीय संस्कृति केवल पुरातन ही नहीं, अपितु वह महान भी थी । दुर्भाग्य से आज अपनी शिक्षाव्यवस्था में भारतीय संस्कृति के विषय में कुछ नहीं सिखाया जाता । शिक्षाव्यवस्था का अर्थ क्या है ? इस जगत को जब यह ज्ञात भी नहीं था, तब अर्थात इ.स. पूर्व ७०० में भारतभूमि में तक्षशिला विश्वविद्यालय उत्तम प्रति की शिक्षा का केंद्र था । ब्रिटिश अर्थशास्त्रज्ञ एंगस मेडिसन ने अपनी पुस्तक में लिखकर रखा है कि भारत का जीडीपी (वार्षिक सकल उत्पन्न) वर्ष १५०० में २४.४ प्रतिशत थी । भगवान की कृपा से इतनी पवित्र भूमि पर एवं महान संस्कृति में हमें जन्म मिला है । उसका भान रखते हुए उसे आचरण में लाना एवं संगठित होकर उसकी रक्षा करना काल की आवश्यकता है, ऐसा प्रतिपादन हिन्दू जनजागृति समिति के जलगांव जिला समन्वयक श्री. प्रशांत जुवेकर ने किया । महाराज अग्रसेन की ५१४६ वीं जयंती के उपलक्ष्य में जलगांव अग्रवाल समाज की ओर से आयोजित कार्यक्रम में वे बोल रहे थे । इस कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में जलगांव के सांसद श्री. उन्मेष पाटील ने भी उपस्थितों को संबोधित किया ।
श्री. जुवेकर आगे बोले, ‘‘लव जिहाद, हलाल जिहाद जैसे संकटों से अपनी आनेवाली पीढी को बचाना हो, तो धर्माचरण करना एवं संगठित होना आवश्यक है ।
अग्रवाल नवयुवक मंडल की ओर से श्री अग्रसेन महाराजजी की जयंती के उपलक्ष्य में जलगांव में घटस्थापना के दिन इस कार्यक्रम का आयोजन अग्रवाल समाज अध्यक्ष मनीष अग्रवाल, उपाध्यक्ष सपन झुनझुनवाला एवं सहकारी, महिला अध्यक्ष श्रीमती राजश्री झुनझुनवाला, श्रीमती संगीता अग्रवाल एवं कार्यकारिणी ने किया था ।