यवतमाल में हिन्दू संगठन सम्मेलन
यवतमाल – जग में अन्य धर्मियों के अनेक राष्ट्र हैं; परंतु भारत धर्मनिरपेक्ष देश होने से जग में हिन्दुओं का एक भी हिन्दू राष्ट्र नहीं है । हिन्दू स्वयं को सुरक्षित अनुभव करें, ऐसे हिन्दू राष्ट्र की मांग करना, यह हिन्दुओं का संविधानात्मक अधिकार है । हिन्दू राष्ट्र, यह प्रभु श्रीराम के रामराज्य एवं छत्रपति शिवाजी महाराजजी के हिंदवी स्वराज्य समान होगा । इसलिए किसी पर भी अन्याय नहीं होगा, ऐसा प्रतिपादन हिन्दू जनजागृति समिति के महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ राज्य संगठक श्री. सुनील घनवट ने किया । वे समिति के द्विदशकपूर्ति के उपलक्ष्य में यहां हुए हिन्दू संगठन सम्मेलन में बोल रहे थे । इस अवसर पर उन्होंने देशविरोधी हलाल अर्थव्यवस्था के संकट बताए ।
इस अवसर पर मान्यवरों के हस्तों समिति के ‘हलाल जिहाद’ नामक ग्रंथ का लोकार्पण किया गया । इस समारोह में श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, महिला उत्थान मंडल, निःस्वार्थ सेवा फाउंडेशन, स्वामी विवेकानंद केंद्र, आर्य समाज, स्वदेशी समूह, पतंजली योग समिति, सनातन संस्था इत्यादि संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे । इस कार्यक्रम का लाभ १४० धर्मप्रेमियों ने लिया ।
हिन्दू संस्कृति की रक्षा करना, हिन्दुओं का दायित्व होने से धार्मिकदृष्टि से जागृत रहें ! – सूरज गुप्ता, जिला सचिव, भाजप
सामाजिक माध्यम से हिन्दू संस्कृति पर टीका-टिप्पणी, इसके साथ ही घोर अनादर किया जाता है । हिन्दुओं को जागृत रहकर हिन्दू संस्कृति के विरोध में बोलनेवालों का संवैधानिक मार्ग से विरोध करना, हमारा कर्तव्य है । हिन्दू संस्कृति की रक्षा करना, यह हम सभी का दायित्व है । हमें धार्मिकरीति से जागृत रहना चाहिए । ऐसा होने पर ही हिन्दू संस्कृति की होनेवाली हानि टल सकती है; कारण जब-जब हिन्दू जागृत हुआ, तब-तब इतिहास घडा है । सामाजिक माध्यम से हिन्दू धर्म का प्रसार कर, अपना कर्तव्य निभाएं !