कोल्हापुर में आरोग्य सहायता समिति की ओर से ‘सी.पी.आर्.’ प्रशिक्षण’ !
(‘सी.पी.आर्.’ – ‘कार्डिओ पल्मोनरी रिससीटेशन’ अर्थात हृदय एवं फेफडों का कार्य आरंभ करना)
कोल्हापुर – जीवन संजीवनी प्रशिक्षण हृदय एवं श्वास बंद होने पर किया जानेवाला प्रथमोपचार है ! हम सतर्क रहते हुए योग्य कृति करने से हृदयविकार का झटका आए हुए रोगी के प्राण बचा सकते हैं, ऐसा मार्गदर्शन कोल्हापुर के भूल विशेषज्ञ डॉ. किरण भिंगार्डे ने किया। हिन्दू जनजागृति समिति की आरोग्य सहायता समिति द्वारा एकाएक आनेवाले हृदयविकार के झटके पर प्राथमिक उपचार देने के लिए ‘सी.पी.आर्.’ प्रशिक्षण का आयोजन किया था । वे उस अवसर पर बोल रहे थे । ‘खोल खंडोबा’ के सभागृह में हुए मार्गदर्शन का लाभ अनेक प्रशिक्षणार्थियों ने लिया ।
इस प्रसंग में डॉ. किरण भिंगार्डे को ग्रंथ भेंटस्वरूप देकर सम्मानित किया गया । डॉ. भिंगार्डे ने प्रत्यक्ष की जानेवाली कृति ‘डमी’पर (गुडिया स्वरूप की निर्जीव मनुष्य पर) करके दिखाई, इसके साथ ही उस समय क्या ध्यान रखना चाहिए ? इस विषय में भी जानकारी दी । तदुपरांत प्रशिक्षणार्थियों को ‘सी.पी.आर्.’ प्रात्यक्षिक कर दिखाया गया ।
डॉ. किरण भिंगार्डे बोले,
‘‘मैंने जिन-जिन लोगों को यह प्रशिक्षण दिया है, ऐसे प्रशिक्षितों ने अब तक २६ लोगों के प्राण बचाए हैं । इसलिए इस ज्ञान का उपयोग प्रत्येक को योग्य समय पर करना आवश्यक है ।’’