धर्माधारित ‘हलाल प्रमाणपत्र’ व्यवस्था तत्काल बंद करने की मांग का तहसीलदारों को निवेदन
दिग्रस (जिला यवतमाल) – भारत सरकार की ओर से अन्न सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण ( Food Safety and Standards Authority of India (FSSAI)) ), इसके साथ ही प्रत्येक राज्य में अन्न एवं औषधि प्रशासन विभाग (FDA) के होते हुए भी ‘हलाल प्रमाणपत्र’ देने की अनुमति निजी ‘इस्लामिक’ धार्मिक संस्थाओं को क्यों दी गई है ? यह प्रमाणपत्र देते समय शासन के किसी भी नियम का पालन नहीं किया जाता । इसप्रकार शुल्क लेने को वैधता क्यों दी गई ? ऐसे खाद्यपदार्थों से किसी को स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्या होेने पर उसका दायित्व कौन लेगा ? धर्माधारित ‘हलाल प्रमाणपत्र’ व्यवस्था तत्काल बंद करें एवं उसे देनेवाली सभी संस्थाओं की छानबीन हो, ऐसी मांग यहां के व्यापारी एवं हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों ने निवेदन द्वारा तहसीलदार प्रवीण धानोरकर से की ।
इस अवसर पर भाजप एवं शिवसेना पक्ष के कार्यकर्ता, इसके साथ ही श्री शिवप्रतिष्ठान हिंदुस्थान के श्री. शुभम गावंडे, पतंजली योग समिति के श्री. सागर लाहेकर, पत्रकार श्री. अभय इंगळे, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के श्री. पांडुरंग दारोळकर, हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. सुशील जोशी सहित संगठनों के अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे ।