यवतमाळ – वर्तमान में भारतीय मुसलमानों द्वारा प्रत्येक पदार्थ, वस्तु इस्लामनुसार वैध अर्थात ‘हलाल’ होने की मांग की जाने लगी है । यह मांग केवल मांस तक ही मर्यादित न रहते हुए अनाज, फल, सौंदर्यप्रसाधन, औषधियां आदि उत्पादन भी हलाल नामांकित हों, ऐसी मांग मुसलमान कर रहे हैं । उसके लिए व्यापारियों को सहस्रों रुपये भरने पड रहे हैं । मुसलमान समाज की मांग के कारण बहुसंख्यक हिन्दू समाज, गैरमुसलमान अन्य अल्पसंख्यक समाज को हलाल प्रमाणित पदार्थ अथवा उत्पादन लेने के लिए बाध्य करना, यह धार्मिक अधिकारों पर आघात है । इसलिए धार्मिक भेदभाव करनेवाले हलाल प्रमाणपत्र पर भारत में प्रतिबंध लगाया जाए । जिन निजी आस्थापनों को ‘हलाल प्रमाणपत्र’ देने की अनुमति दी गई है, उनकी ऐसी अनुमति तुरंत निरस्त की जाए, इन संस्थाओं की सीबीआइ द्वारा पूछताछ कर, निधि का उपयोग आतंकवादियों की सहायता करने के लिए हुआ है क्या ?, राष्ट्रीय सुरक्षा को कोई धोखा तो नहीं है न ?, इसकी सखोल छानबीन की जाए, ऐसी मांग प्रधानमंत्री से निवेदन द्वारा की गई है ।
यवतमाल के निवासी उपजिलाधिकारी ललितकुमार वर्हाडे को निवेदन देते समय श्रीराम जन्मोत्सव समिति के श्री. मनोज औदार्य, भ्रष्टाचारविरोधी जनआंदोलन समिति के श्री. विनोद अरेवार, जिला बार असोसिएशन के भूतपूर्व अध्यक्ष अधिवक्ता अजय चमेडिया, भाजप के जिला सचिव श्री. सूरज गुप्ता, श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान के श्री. सागर लुटे, योग वेदांत सेवा समिति के श्री. यशवंत वैरागडे, श्री. विठ्ठल इचगमवार, हिन्दू जनजागृति समिति के जिला समन्वयक श्री. मंगेश खांदेल सहित संगठनों के अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे ।