हिन्दू जनजागृति समिति के द्विदशपूर्ति के उपलक्ष्य में गांगकला (उत्तरप्रदेश) में वर्षगांठ का कार्यक्रम
वाराणसी (उत्तरप्रदेश) – हम भाग्यवान हैं कि हमने हिन्दू धर्म में जन्म लिया है; परंतु इस जन्म का सार्थक करने के लिए हमें कर्म से भी हिन्दू बनने के लिए प्रयत्न करना आवश्यक है । हम मेकॉलेपुत्र नहीं, अपितु ऋषिपुत्र हैं । वर्तमान में धर्मशिक्षा देने की व्यवस्था न होने से हिन्दू युवक पाश्चात्य विकृति का अंधानुकरण कर रहे हैं । हिन्दुओं द्वारा धर्माचरण किए बिना हिन्दू राष्ट्र की स्थापना नहीं हो सकती । इसलिए सभी को धर्माचरण करना आवश्यक है, ऐसा प्रतिपादन हिन्दू जनजागृति समिति के धर्मप्रचारक सद्गुरु नीलेश सिंगबाळ ने किया । हिन्दू जनजागृति समिति के द्विदशपूर्ति के उपलक्ष्य में गांगकला, बडागांव की शिवपुरी वाटिका के सभागृह में समिति का वर्षगांठ समारोह आयोजित किया गया था । उस समय उन्होंने उपरोक्त मार्गदर्शन किया ।
इस अवसर पर समिति के उत्तरप्रदेश एवं बिहार समन्वयक श्री. विश्वनाथ कुलकर्णी ने समिति के २० वर्षों के कार्य से उपस्थितों को परिचित करवाया । इसके साथ ही सनातन संस्था के श्री. गुरुराज प्रभु ने ‘वर्तमान काल में साधना की आवश्यकता’ इस विषय पर मार्गदर्शन किया । इस कार्यक्रम में ‘हलाल जिहाद ? भारतीय अर्थव्यवस्था पर नया आक्रमण’, इस हिन्दी भाषा के ग्रंथ का लोकार्पण किया गया । कार्यक्रम के अंत में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए प्रतिज्ञा ली गई ।
क्षणिकाएं
१. बडागांव व्यापारी मंडल के उपाध्यक्ष श्री. विकास कुमार वैश्य ने कार्यक्रम के लिए मंडप, ध्वनिक्षेपक व्यवस्था, विद्युत्जनित्र (जेनरेटर) एवं अन्य व्यवस्था की थी । उनकी पत्नी का स्वास्थ्य ठीक न होना और उनके दामाद भी ‘अतीदक्षता विभाग’में भर्ती होते हुए भी वे कार्यक्रम में सम्मिलित हुए ।
२. सभागृह के मालिक श्री. सीताराम अग्रहरी बडागांव के बडे व्यापारी होते हुए भी उन्होंने कार्यक्रम की तैयारी की ओर ध्यान दिया । ‘कार्यक्रम में सद्गुरु उपस्थित रहनेवाले हैं’, वे इस भाव से पूरे समय कार्यक्रम में सम्मिलित हुए ।
३. चक्खखारावन के प्रमुख रविंद पटेल ने अपने गांव में होने जा रही नई पंचायत भवन की समिति में कार्यक्रम रखने की इच्छा प्रदर्शित की ।