डिचोली – शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्थान, हिन्दू जनजागृति समिति एवं सर्व हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों की ओर से २ अक्टूबर को सवेरे यहां छत्रपति शिवाजी महाराज सर्कल से श्री दुर्गामाता दौड का आयोजन किया गया था ।
नवरात्रोत्सव में श्री दुर्गादेवी की शक्ति, भक्ति एवं उपासना का महत्त्व समझकर गरबा, दांडिया आदि के माध्यम से जो विकृति इस उत्सव में प्रवेश कर गई है, उसका मुंहतोड उत्तर देते हुए राष्ट्र के नवनिर्माण के लिए जैसे छत्रपति शिवाजी महाराजजी ने दैवीय शक्ति के बल पर हिंदवी स्वराज्य की निर्मिति की थी, वैसे ही आज सर्व हिन्दू बंधुओं के लिए भारत को ‘हिन्दू राष्ट्र’ बनाना आवश्यक है, यह ध्यान में रखकर उपस्थित सर्व हिन्दू बंधुओं ने श्री दुर्गामाता दौड संपन्न होने के पश्चात ‘हिन्दू राष्ट्र प्रतिज्ञा एवं शपथ’ ली । इस अवसर पर उपस्थित सभी धर्माभिमानियों के मुखमंडल पर उत्साह एवं धर्मतेज दिखाई दे रहा था ।
माता जगदंबा की अखंड कृपा संपादन करने के लिए एवं हिन्दू राष्ट्र के निर्माण के लिए एक शक्ति का स्रोत इस संपूर्ण परिसर में फैल गया है, सर्वत्र ऐसा ही चित्र दिखाई दे रहा था । नवरात्रोत्सव में साक्षात श्री दुर्गादेवी के दर्शन ही उपस्थित श्रद्धालुओं ने अनुभव किए । इस उत्सव में १०० से भी अधिक हिन्दुत्वनिष्ठों की हुंकार से वातावरण के गूंजने की अनुभूति सभी को हुई ।
शिवप्रतिष्ठान हिंदुस्थान के श्री शांतिसागर हावळे ने सर्व हिन्दू बंधुओं को संस्था, संगठन, जाति, पंथ एवं संप्रदाय, ये भेद भुलाकर संगठित होना क्यों आवश्यक है, इस विषय में महत्त्वपूर्ण मार्गदर्शन किया । हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. गोविंद चोडणकर ने हिन्दू राष्ट्र निर्माण की शपथ एवं प्रार्थना ली ।
संपूर्ण परिसर ‘श्री दुर्गामाता की जय’, ‘छत्रपति शिवाजी महाराज की जय’, ‘भारत माता की जय’, ‘वन्दे मातरम्’ एवं ‘जयतु जयतु हिन्दू राष्ट्रम्’ के नारों से गूंज उठा ।