विरोध पर शिक्षकों ने मांगी माफी
हरियाणा के यमुनानगर में गांधीनगर थाना क्षेत्र के एक राजकीय विद्यालय में 10वीं कक्षा के छात्र द्वारा विद्यालय में तिलक लगाकर आने और शिखा (बालों की चोटी) रखने पर दो अध्यापकों द्वारा धमकाने और मारपीट का मामला सामने आया है। छात्र ने एक अध्यापक पर मारपीट का आरोप लगाया है तो दूसरे पर शिखा के बारे में व्यंग्य करने के आरोप जड़े हैं। छात्र ने यह बात अपने परिजनों को बताई।
A goverment school teacher in #Haryana's #Yamunanagar slapped a student for wearing 'tilak' to school.
Hindu organizations and parents protested against the teacher behavior and demanded written apology
— Weisel?? (@weiselaqua) October 21, 2022
मामले का पता चलते ही विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल कार्यकर्ता पीड़ित छात्र के परिवार के साथ विद्यालय पहुंचे। इस घटना पर उन्होंने रोष जताया और आरोपी अध्यापकों को हटाने की मांग की। सूचना मिलने पर गांधी नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस की मौजूदगी में हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों व विद्यालय स्टाफ की बातचीत हुई। जिसमें आरोपी अध्यापकों ने माफी मांगी। जिसके बाद मामला निपट गया।
पीड़ित छात्र ने बताया कि, वह गांधीनगर थाना क्षेत्र के एक राजकीय विद्यालय में दसवीं कक्षा का छात्र है। पहले वह एक गुरुकुल में पढ़ता था। गुरुकुल के बाद अपनी शिक्षा उसने इस विद्यालय में जारी रखी। गुरुकुल के समय से वह माथे पर तिलक और सिर पर शिखा रखी हुई है। पिछले कुछ दिनों से विद्यालय के दो अध्यापक उसे माथे पर तिलक लगाने व सिर पर शिखा रखने को लेकर बार बार प्रताड़ित कर रहे थे।
आरोप है कि इस दौरान उन्होंने उसके साथ कई बार मारपीट भी की। जिसके बारे उसने अपने परिवार के साथ मिलकर विद्यालय के प्रिंसिपल को शिकायत की थी। लेकिन हर बार विद्यालय प्रशासन इस मामले को ऐसे ही टालता रहा। हद पार होने पर छात्र के परिजनों ने वीरवार को विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल व अन्य हिंदू संगठनों के साथ मिलकर विद्यालय में पहुंच गए।
छात्र ने बताया कि, उनके साथ कई बार अध्यापक मारपीट व अभद्रता कर चुके हैं। छात्र की मां ने बताया कि उनके बच्चे के साथ गलत हुआ है। वे चाहते हैं कि सभी बच्चे अपनी संस्कृति के साथ जुड़े रहें। इसलिए वे उन्हें बच्चों को अच्छे संस्कार देकर विद्यालय में पढ़ने के लिए भेजते हैं।
जहां उनका बौद्धिक विकास हो सके। लेकिन यहां अध्यापक ही उनकी संस्कृति के खिलाफ गलत विचार रखते हुए उसके बेटे को प्रताड़ित करते हैं। हिंदू संगठनों ने विद्यालय में काफी देर रोष जताया। जिसके बाद गांधी नगर पुलिस मौके पर पहुंची।
हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों ने अध्यापकों से बातचीत की। हालांकि संगठनों के पदाधिकारियों ने अध्यापकों को विद्यालय से हटाने की मांग रखी। लेकिन बातचीत के दौरान आरोपी अध्यापकों ने हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों के पांव पकड़कर माफी मांगी और लिखित में माफीनामा देकर भविष्य में इस तरह की हरकत न करने का आश्वासन दिया।
अध्यापक को हटाने की मांग पर अड़े हिंदू संगठन
विश्व हिंदू परिषद एवं धर्म जागरण समन्वय के संयोजक पंडित उदयवीर शास्त्री, भाजयुमो के उपाध्यक्ष विक्रम राणा ने बताया कि हर हिंदू को शिखा रखने व तिलक लगाने का अधिकार है। यह सनातन संस्कृति है, लेकिन विद्यालय में छात्र को तिलक लगाने पर पीटा गया। उसकी शिखा का उपहास उड़ाया गया। यह बर्दाश्त नहीं होगा। जिस अध्यापक ने छात्र के साथ ऐसा व्यवहार किया है। उसे यहां रहने का अधिकार नहीं है। संबंधित अध्यापक को तुरंत प्रभाव से विद्यालय से हटाया जाए। इस मामले को शिक्षा मंत्री के समक्ष भी रखकर कार्रवाई कराई जाएगी। इस दौरान विद्यालय प्रबंधन ने हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों को लिखित में आश्वासन दिया कि भविष्य में इस तरह की कोई हरकत नहीं होगी। वहीं, आरोपी अध्यापक ने भी माफी मांगी।
लिखित में मांगी माफी
विद्यालय प्रबंधन ने धर्म जागरण समन्वय के नाम विद्यालय के लेटर पैड पर माफीनामा लिखा। जिसमें लिखा गया कि हम आश्वस्त करते हैं कि हमारे विद्यालय के दो अध्यापकों द्वारा शिखा व तिलक रखने वाले छात्रों के साथ दुर्व्यवहार की घटना घटित हुई है। हम आपको आश्वस्त करते हैं कि भविष्य में हमारे विद्यालय में इस तरह की कोई घटना नहीं होगी। छात्रों के साथ किसी तरह को दुर्व्यवहार नहीं किया जाएगा।
स्रोत : अमर उजाला