जलगांव – वर्ष १९२५ में ब्रिटिश सरकारने मुसलमानों की धार्मिक संपत्ति संरक्षित करने के लिए ‘वक्फ कानून’ बनाया था । वर्ष १९९५ एवं वर्ष २०१३ में काँग्रेस सरकार ने इस कानून द्वारा केवल मुसलमानों की ही नहीं, अपितु हिन्दू, सिख, बौद्ध, ईसाई ऐसे सर्वधर्मियों की कोई भी संपत्ति, वक्फ बोर्ड की संपत्ति के रूप में घोषित करने का अत्यंत भयानक अधिकार बोर्ड को दिया । कानून का दुरुपयोग कर देशभर में बलपूर्वक भूमि हथियाने का ‘लैंड जिहाद’ किया जा रहा है । वर्तमान में वक्फ बोर्ड के पास ८ लाख एकड से भी अधिक भूमि है । यह यदि ऐसे ही चलता रहा तो कुछ वर्षों में भारत की सर्वाधिक भूमि वक्फ बोर्ड की हो जाएगी और पुन: एक विशाल भूभाग निगल कर भारत में ही नया पाकिस्तान निर्माण हो जाएगा । इसके लिए देशविरोधी वक्फ कानून तुरंत रहित किया जाए, ऐसी मांग हिन्दू राष्ट्र जागृति आंदोलन द्वारा की गई ।
आंदोलन में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अनिल वानखडे, भाजप के तालुका मुख्य सचिव नरेंद्र पाटील, तालुका अध्यक्ष पंकज पाटील, राष्ट्रीय सुरक्षा मंच के गोपाल श्रीराम पाटील, बजरंग दल के प्रेम घोगरे, शिवप्रतिष्ठान के जिग्नेश कंखरे, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राजू स्वामी, देवगिरी कल्याण आश्रम के जितेंद्र महाजन, सामाजिक कार्यकर्ता दिलीप नेवे, हिन्दू जागरण मंच के सागर नेवे सहित हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ता उपस्थित थे ।