हिन्दू जनजागृति समिति के द्विदशकपूर्ति के उपलक्ष्य में पणजी (गोवा) में समारोह
पणजी – समाज में भ्रष्टाचार एवं अनैतिकता बढ गई है । आज हिन्दुओं को जागृत होने की आवश्यकता है । हिन्दू राष्ट्र स्थापना के लिए हिन्दू संगठन काल की आवश्यकता है, ऐसा प्रतिपादन भूतपूर्व शिक्षक प्रा. मुकुंद कवठणकर ने यहां किया । हिन्दू जनजागृति समिति के द्विदशकपूर्ति के उपलक्ष्य में श्री महालक्ष्मी मंदिर, पणजी में आयोजित किए समारोह में वे बोल रहे थे । इस अवसर पर परशुराम गोमंतक सेना के अध्यक्ष श्री. शैलेंद्र वेलिंगकर एवं हिन्दू जनजागृति समिति के उत्तर गोवा समन्वयक श्री. गोविंद चोडणकर की प्रमुख उपस्थिति थी । समारोह का प्रारंभ प्रार्थना, श्लोक एवं शंखनाद होने के पश्चात मान्यवरों के हस्तों दीपप्रज्वलन से हुआ ।
प्रा. मुकुंद कवठणकर आगे बोले,
‘‘देश में हिन्दुओं की दयनीय स्थिति हो गई है । इससे पूर्व संत-महंत एवं राष्ट्रपुरुष, इन सभी ने पराक्रमी भूमिका निभाई है । हिन्दू कायर नहीं । युद्ध भूमि छोडकर भागनेवाले नहीं । धर्म के नाम पर हो रहे दंगे हिन्दू सहन नहीं करेंगे । भगवान की कृपा के बिना प्रयत्नों को सफलता नहीं मिलती है । इसलिए पार जाने के लिए नामस्मरण करें । साथ ही एकाकी कार्य करने के स्थान पर सांघिक रूप से करें । मानवता के नाम पर पूतना मौसी हमें मारने का प्रयत्न कर रही है, यह भली-भांति समझ लें । हिन्दुत्व का कार्य करनेवाले सभी को एकत्रित आना चाहिए । हम यदि संगठित रहे, तो अवश्य ही जीत हमारी होगी !’’
अपना राष्ट्र संस्कृति पर आधारित है ! – शैलेंद्र वेलिंगकर, परशुराम गोमंतक सेना
पहली शताब्दी से लेकर सोलहवीं शताब्दी तक, राष्ट्र एवं धर्म एक-दूसरे के पूरक थे । धर्म अलग एवं पंथ अलग । धर्म की व्याप्ति बडी है । हिन्दु्त्व की ५ गुणविशेषताएं हैं । विश्वबंधुत्व कि सीख केवल हिन्दू धर्म देता है । सभी को सुख की प्राप्ति हो, ऐसी सीख हिन्दुत्व ने दी है । स्त्री की, मातृत्व की जहां पूजा होती है, स्त्री को मान-सम्मान दिया जाता है, वहां सभी प्रकार के सुख उपलब्ध होते हैं । अपना राष्ट्र, संस्कृति पर आधारित है । अपनी संस्कृति को दैवीय शक्ति का आशीर्वाद है । इसीलिए विदेशी शक्तियों ने भले ही कितने भी प्रयत्न किए हों, तब भी हमारी संस्कृति नष्ट नहीं हुई । ऐसी संस्कृति को नष्ट करने पर भी वह पुन: खडी हो जाएगी । हिन्दुओं का धर्मांतर करनेवाले डॉमनिक जैसे मिशनरियों को समूल उखाड फेंकना चाहिए ।
इस बार की दिवाली हलालमुक्त मनाएं ! – गोविंद चोडणकर, हिन्दू जनजागृति समिति
देश में हलाल जिहाद चल रहा है । देश में समांतर हलाल अर्थव्यवस्था तैयार की जा रही है और इससे भारत की अर्थव्यवस्था जर्जर की जा रही है । हिन्दू कोई भी जीवनावश्यक वस्तु खरीदने से पहले यह देखें कि क्या हलाल प्रमाणपत्र है ? यह देखकर इस बार की दिवाली हलालमुक्त मनाएं । हिन्दू राष्ट्र की स्थापना शीघ्र हो, इसके लिए हिन्दुओं का दैनंदिन आचरण धर्माधिष्ठित होना चाहिए । आज निधर्मीवाद के नाम पर अल्पसंख्यकों के लाड-दुलार और हिन्दुओं पर अनन्वित अत्याचार किए जा रहे हैं ।
समारोह की प्रस्तावना हिन्दू जनजागृति समिति के दक्षिण गोवा समन्वयक श्री. सत्यविजय नाईक ने की । कार्यक्रम का सूत्रसंचालन श्रीमती सुमेधा नाईक ने और आभारप्रदर्शन श्री. सुशांत दळवी ने किया ।
हिन्दुत्व रक्षा का कार्य करनेवालों का समारोह में सत्कार
श्री. चंद्रकांत (भाई) पंडित एवं श्री. राजीव झा का प्रा. मुकुंद कवठणकर ने, तो श्री. मंदार गावडे का सम्मान श्री. शैलेंद्र वेलिंगकर ने किया ।
सम्मान में उपस्थित मान्यवर
शिवसेना के भूतपूर्व गोवा राज्यप्रमुख श्री. रमेश नाईक, श्रीमती स्मिता रमेश नाईक, म्हापसा बाजार के व्यवस्थापक श्री. एकनाथ म्हापसेकर, निवृत्त शिक्षक, योगशिक्षक एवं म्हापसा के पत्रकार श्री. नारायण राठवड, पर्तगाळ, कणकोण के हिन्दू गठबंधन के श्री. सतीश भट, फोंडा की श्रीमती रेश्मा तळावलीकर, म्हापसा के धर्माभिमानी श्री. अभय सामंत एवं म्हापसा के अधिवक्त्या श्रीमती रश्मी अभय सामंत.
केसरिया वाहिनी के श्री. राजीव झा का मनोगत
धर्मांध मुसलमान किसी के भी बंधु नहीं हो सकते । वे अच्छा व्यवहार कर आपका ध्यान आकर्षित करेंगे और फिर आप पर आघात करेंगे । हमने भी हाथों में चूडियां नहीं पहनी हैं । रा.स्व. संघ, विश्व हिन्दू परिषद, हिन्दू जनजागृति समिति आदि हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के धर्मकार्य के कारण ही हम आज जीवित हैं । इसलिए हमें इन सभी हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के आभारी होना चाहिए । हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य में सम्मिलित होेंगे एवं हिन्दू राष्ट्र स्थापना होने हेतु प्रयत्न करते रहेंगे ।
क्षणिकाएं
१. कार्यक्रम के अंत में हिन्दू राष्ट्र की प्रतिज्ञा ली गई ।
२. स्वसुरक्षा हेतु लिए गए स्वसंरक्षण प्रात्यक्षिकों का उपस्थितों का उत्स्फूर्त प्रतिसाद मिला ।
३. प्रथमोपचार के प्रात्यक्षिक दिखाते गए ।
४. ‘हलाल जिहाद’ इस विषय पर दृश्यश्रव्य चक्रिका दिखाई गई ।
५. इस बार की दिवाली हलालमुक्त करेंगे ना ? ऐसा प्रश्न गोविंद चोडणकर के पूछने पर सभी ने उत्फूर्तता से होकार देते हुए प्रतिसाद दिया ।