स्वयं को ‘शांतिप्रिय’ कहनेवाले ईसाईयो का हिन्दू विरोधी चेहरा ! – सम्पादक, हिन्दुजागृति
दिवाली भाईचारा और आपसी सद्भाव का त्योहार है। लेकिन तेलंगाना में ऐसा ही वाकया हुआ है। जहां एक महिला ने गुस्से में दिवाली के जलते दियों पर लात मार दी। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। हैदराबाद पुलिस ने बुधवार को उस महिला और उसके परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
Video is deleted.
They trust @hydcitypolice police
We don’t . Here is the video?? pic.twitter.com/nRQy1YQkT5
— TelanganaMaata (@TelanganaMaata) October 25, 2022
वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने किया मामला दर्ज
मामला तेलंगाना के हैदराबाद जिला स्थित चिक्कडपल्ली इलाके का है। यहां पर रह रहे एक ईसाई परिवार ने अपने हिंदू पड़ोसी द्वारा घर के बाहर रंगोली और दीये जलाने पर आपत्ति जताई थी। जिसके बाद दोनों परिवारों में लड़ाई हुई। वायरल वीडियो को देखने के बाद पता चलता है कि झगड़ा दोनों परिवार के बीच इस कदर बढ गया कि दोनों पक्ष के बीच खूब कहासुनी हुई। इसी बीच गुस्से से तीलमिलाई एक बुजुर्ग ईसाई महिला ने हिन्दू परिवार के फ्लैट के बाहर रखे हुए दियों पर लात मार दी।
इस घटना का एक वीडियो भी कई लोगों ने सोशल मीडिया पर वायरल किया। पुलिस ने बताया कि उन्होंने घटना के संबंध में मामला दर्ज कर लिया है। चिक्कडपल्ली सर्कल इंस्पेक्टर के अनुसार, भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 295, 295A, 509, 355, धारा 34 और 506 के तहत मामला दर्ज किया है।
Telangana: A viral video on social media shows a woman kicking Diyas & abusing neighbours as they were trying to light Diyas on Diwali
There was no Christian-Hindu angle, neighbours had some issues. Case filed against woman kicking Diyas; further probe on: Chikkadpally Inspector
— ANI (@ANI) October 26, 2022
Christian family abused and kicked the diyas and threatend a hindu family who celebrating diwali by lighting diyas in front ot their hose. Incident happened in hyd. Hindus quickly responded, bcoz of pressure police registered case&arrested @HinduJagrutiOrg pic.twitter.com/s0uyJ7tIpl
— Advik Sharma (@advik_sharma90) October 27, 2022
इस बीच, कई हिंदू संगठनों के सदस्यों ने इमारत के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और पुलिस से कार्रवाई की मांग की। पुलिस अधिकारियों ने उन्हें यह कहते हुए शांत किया कि, मामला पहले ही दर्ज किया जा चुका है और कानून के अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी। किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए इमारत में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था।