- हिन्दू महिला बोली – ‘मेरा घर से निकलना मुश्किल, उसने बाहर CCTV लगाए’
- मुख्यमंत्री से लगाई कार्यवाही करने की गुहार
ये दर्दभरी कहानी भोपाल की एक हिन्दू महिला की है। उसका दावा है कि, कुछ धर्मांध लोग पिछले 7 साल से धर्म बदलने के लिए दबाव बना रहे हैं। धर्म बदलकर शादी के लिए परेशान कर रहे हैं। रोजाना धमकी देते हैं। छेड़छाड़ करते हैं। मारपीट करते हैं। घर से निकलना तक बंद कर दिया है। उसकी हर गतिविधि पर नजर रखते हैं। अब तो जीना मुश्किल हो गया है। महिला ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से कार्रवाई की अपील भी की है।
पढ़िए, बचपन से लेकर अब तक की पूरी कहानी…
मैं 14 महीने की थी, तब मां का निधन हो गया। बड़ी बहन भी है। पिता ने दोनों को पाल-पोसकर बड़ा किया। पिता कपड़े का कारोबार करते थे। 2007 से 2009 के बीच की बात है। क्षेत्र के रहने वाले शादीशुदा रहमान ने बड़ी बहन को अपने प्यार के जाल में फंसा लिया। रहमान के पहली बीवी से 2 बच्चे हैं। मेरे पिता को इस बारे में पता चला, तो उन्होंने बहन काे समझाया। विरोध भी किया, लेकिन वह नहीं मानी।
आखिरकार पिता ने बहन की शादी कर दी। शादी के एक महीने बाद ही पिता भी गुजर गए। उस वक्त मै 12वीं क्लास में थी। मैं अकेली रह गई। इसके एक महीने यानी बहन की शादी के 2 महीने बाद रहमान बहन को बहला-फुसलाकर भगा ले गया।
करीब 6 महीने तक दोनों गायब हो गए। जब वापस आई, तो बहन की हालत खराब रही। रहमान बहन को प्रताड़ित कर रहा था। परेशान होकर बहन ने जहर खा लिया। इसके बाद रहमान बहन को मेरे यहां छोड़ गया। बहन को बचाने के लिए उसका इलाज कराया। जैसे-तैसे जान बची। कुछ दिनों बाद रहमान फिर वापस आया। बहन को अपने साथ ले गया।
2013 में मेरी भी शादी हो गई। मैं पति के पास चेन्नई चली गई। दो साल तक वहीं रही। इस बीच मेरा एक बेटा हो गया, पर मैं पति से विवाद के बाद अलग हो गए। तलाक ले लिया। 2015 में बेटे को लेकर भोपाल आ गई। यहां किराए से रहने लगी। जीवनयापन करने के लिए प्राइवेट नौकरी जॉइन कर ली। एयरपोर्ट क्षेत्र में पिता की पट्टे की जमीन है। रहने के लिए यहां 2 कमरे बनवा लिए। इसी इलाके में रहमान समेत अन्य लोग रहते हैं।
फिर करने लगे परेशान
रहमान ने पहली बीवी को तलाक दे दिया। उसने बहन का ब्रेनवॉश कर दिया। धर्म परिवर्तन भी करवा दिया। हिंदू नाम बदलकर कहकशा रख दिया। हालात ये हैं कि बहन भी मुझसे नफरत करती है। वह प्रसाद नहीं लेती। बुरका पहनती है। बहन काे मेरे खिलाफ भड़का दिया। वह भी चाहती है कि मैं धर्म परिवर्तन कर लूं।
अब रहमान चाहता है कि, मैं भी धर्म परिवर्तन कर असलम नाम के युवक से शादी कर लूं। आए दिन परेशान करते हैं। मारपीट करते हैं। सड़क से निकलने पर छेड़छाड़ करते। इस कदर परेशान हो गई कि नौकरी छोड़ दी। मैं डर के मारे चुप रही, क्योंकि मेरा कोई नहीं है।
इसी बात का आरोपियों ने फायदा उठाया। धमकी देते थे कि क्यों अकेली रह रही है। धर्म परिवर्तन करके शादी कर ले। खुश रहेगी। मैंने बात नहीं मानी।
घर चलाने के लिए बुटीक का काम शुरू कर दिया। अब जब कस्टमर मेरे यहां आते हैं, तो रहमान और उसके साथी उन्हें परेशान करते हैं। डेढ़ साल से तो पानी सिर से ऊपर हो गया है। अब मेरा बेटा भी 7 साल का हो गया है। वह जान से मारने की धमकी देते हैं।
घर पर कैमरा तक लगवा दिया
रहमान और उसके साथी मेरी हर गतिविधि पर नजर रखते हैं। उन्होंने मेरे घर के बाहर सीसीटीवी भी लगवा दिया है। वे मेरे यहां आने-जाने वाले पर भी नजर रखते हैं। मैं जहां जाती हूं, पीछा करते हैं। जीना मुश्किल कर रखा है। उन्हें पता होता है कि, मैंने कौन सी ड्रेस पहनी है, कहां गई हूं, किससे मिली… सबकुछ। धमकी देते हैं कि, ‘बात नहीं मानी तो जान से मार देंगे। किसी को पता भी नहीं चलेगा।’
पुलिस बोली – तुम भी लगवा दो कैमरा
परेशान होकर मैंने तीन महीने पहले गांधीनगर थाने में शिकायत की। रहमान के खिलाफ मारपीट का केस भी दर्ज किया गया, लेकिन बाद में कुछ नहीं हुआ। अन्य आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई। डर के मारे धर्म परिवर्तन की शिकायत नहीं की। सीसीटीवी को लेकर जब पुलिस से कहा, तो उल्टा मुझसे बोले – “तुम भी उसके घर कैमरा लगवा दो। यह कहकर भगा दिया।’
छेडखानी की हद पार, 4 पर आरोप
अब्दुल रहमान, फिरोज, आबिद सिद्दकी और असलम सरेआम छेडछाड करते हैं। कभी अंधेरे में हाथ पकडते हैं, तो कभी दुपट्टा खींचते हैं। ऐसा करीब हर दिन होता है। यहां तक कि बेटे के सामने भी गालियां देते हैं। हाल में नवरात्रि की बात है। मैं बेटे को देवीजी की झांकी दिखाकर लौट रही थी। रात में घर आते देर हो गई, तो घर के बाहर खड़े लड़कों ने कमेंट किया। ऐसा कमेंट कि बता भी नहीं सकती।
चूंकि मैं अकेली हूं। अनाथ हूं। डर के मारे कुछ नहीं कर सकती। इसी बात का ये लोग फायदा उठा रहे हैं। समझ नहीं आ रहा क्या करूं। आत्महत्या का भी मन बनाया, लेकिन बच्चे की ओर देखकर रह गई। मुझे उसके साथ क्या हुआ इस बात से कोई लेना-देना नहीं बस मुझे बचा लीजिए।
क्यों बदलूं धर्म, मुझे अपने धर्म पर गर्व है
मैं खुद को खुश किस्मत मानती हूं कि, मैं एक हिंदू हूं। मुझे न तो शादी करनी है और न ही धर्म बदलना है। मैं अकेले बेटे के साथ खुश हूं। इन लोगों ने मिलकर इतना दबाव बना दिया है कि अब टूटने लगी हूं। मैं अनाथ हूं। मेरे साथ कुछ हो गया, तो बच्चे का क्या होगा।
मुख्यमंत्री-गृहमंत्री से ही उम्मीद
मैं मामा शिवराज सिंह की भांजी हूं। उनके प्रदेश की बेटी हूं। अब सीएम से ही उम्मीद है। इनके खिलाफ ऐसा एक्शन लीजिए कि वे किसी को भी परेशान नहीं करें। मुझे कुछ नहीं चाहिए। बस मैं बेटे के साथ अकेला रहना चाहती हूं। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से अपील है कि रहमान और उसके साथियों के साथ एक्शन लिया जाए।
स्रोत : दैनिक भास्कर