वक्फ बोर्ड का काला कानून खत्म करें – हिन्दुओं की आंदोलन द्वारा मां
धुले शहर के नटराज टॉकीज क्षेत्र के दत्तावाड़ी, परोला रोड, मनमाड जीन, काजी प्लॉट, नित्यानंद नगर, लक्ष्मी नगर, लोकमान्य नगर में पिछले 60 साल से करीब 3300 परिवार रह रहे हैं । वहां की जमीन 99 साल के लिए काजी से ठेके पर ली गई थी। इसकी समय मर्यादा वर्ष 2066 तक है; लेकिन अब इस जगह पर ‘वक्फ बोर्ड’ ने अपना अधिकार जता दिया है । वक्फ बोर्ड के इस दावे के चलते इस क्षेत्र के निवासियों को क्रय, बिक्री, बैंक और नगर निगम विभाग से किसी भी तरह का ‘अनापत्ति प्रमाण पत्र’ नहीं मिल रहा है । इससे इस क्षेत्र के नागरिकों को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
‘वक्फ बोर्ड हटाव संघर्ष समिति’ के आंदोलन में वक्फ एक्ट को खत्म करने की मांग !
चौंकाने वाली बात यह भी है कि, महबूब सुभानी की दरगाह और धुले शहर के लालिंग गांव के पास का पूरा पहाड़ी इलाका हाल ही में वक्फ बोर्ड के नाम पर दर्ज हो गया है। इससे पूरे हिंदू सामाजिक संगठन में तीव्र आक्रोश की लहर फैल गई है। इसके खिलाफ ‘वक्फ बोर्ड हटव संघर्ष समिति’ की ओर से जेल रोड इलाके में धरना प्रदर्शन किया गया । इस दौरान वक्फ एक्ट को तत्काल निरस्त करने के संबंध में कलेक्टर को निवेदन भी दिया गया ।
वक्फ बोर्ड के माध्यम से हिंदू समाज पर अतिक्रमण करने का काम वक्फ बोर्ड के जरिए चल रहा है। यह प्रतिक्रिया भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष रोहित चांदवाड़े ने दी है। डॉ. सुभाष भामरे ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि, वह संसद में आवाज उठाएंगे और इस कानून को निरस्त करने की मांग करेंगे।
स्रोत: नागपूर समय