मेरठ (उत्तर प्रदेश) – मुसलमानों की वेशभूषा देखकर डर लगता है । यदि देश में धर्मांतरण पर रोक न लगाई गई, तो परिस्थिति भयंकर होगी, बदरीनाथ के ज्योतिष पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वतीजी ने ऐसा स्पष्ट मत व्यक्त किया है । शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वतीजी पीठ के पद पर विराजमान होने के उपरांत प्रथम बार मेरठ गए थे । इस समय ‘दिव्य मराठी’ वृत्त जालस्थल के प्रतिनिधि ने उनके साथ विविध विषयों पर चर्चा की । तब उन्होंने उपरोक्त मत व्यक्त किया ।
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वतीजी ने विशद किया कि
१. धर्मांतरण के कारण देश में जो परिस्थिति निर्माण हुई है, वह सभी के सामने है । उस पर सरकार एवं न्यायालय विचार कर रहे हैं, यह बात बहुत महत्वपूर्ण है । सर्वोच्च न्यायालय द्वारा स्वयं इसकी ओर ध्यान देकर इस विषय में सुधार करने के आदेश देने चाहिए, अन्यथा हम देख रहे हैं कि देश किस दिशा में अग्रसर हो रहा है । यह सभी के लिए चिंताजनक है ।
२. मदरसों का सर्वेक्षण करना पडा । मदरसों में हो रही घटनाएं प्रत्येक को ज्ञात होनी चाहिए । ‘कितने मदरसे हैं ?’, ‘वहां क्या चल रहा है ?’, सब कुछ सरकार को ज्ञात होना चाहिए ।
३. मुसलमानों की वेशभूषा के कारण लोग उनसे भयभीत हैं । यदि एकाध मुसलमान अपना पहनावा पहनकर अन्य देश में जाता है, तो उसकी अधिक छानबीन की जाती है; क्योंकि उनकी प्रतिमा पर प्रभाव पडता है । उनके समाज के लोगों द्वारा कुछ तो किया गया है, इसलिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऐसी प्रतिमा निर्माण हुई है ।
स्रोत: दैनिक सनातन प्रभात