हिजाब के विरोध में ईरान में कई दिनों से विरोध प्रदर्शन हो रहा है। अब इस विरोध प्रदर्शन की आग कतर में चल रहे फीफा विश्व कप तक जा पहुंची है। ईरान की फुटबॉल टीम के खिलाड़ियों ने प्रदर्शनकारियों के समर्थन में सोमवार (21 नवंबर, 2022) को इंग्लैंड के खिलाफ विश्व कप के अपने पहले मैच में देश का राष्ट्रगान गाने से इनकार कर दिया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, खलीफा इंटरनेशनल स्टेडियम में जब राष्ट्रगान बजाया गया तो सभी 11 खिलाडी खामोश खड़े रहे। इस दौरान वे काफी भावुक दिखाई दिए। वहीं, स्टैंड में जमा हुए ईरानी फैंस ने राष्ट्रगान बजते ही चिल्लाना शुरू कर दिया। इनमें से कुछ थम डाउन करने का इशारे करते हुए नजर आए।
Fifa World Cup में Iran के फुटबॉल खिलाड़ियों ने अपनी सरकार के ख़िलाफ़ “हिजाब” को लेकर अपने देश में हो रहे प्रदर्शन के समर्थन में मैच से पहले अपने देश का राष्ट्रगान नहीं गया..सभी 11 खिलाड़ी चुप खड़े रहे, ईरान में महिलाएँ हिजाब के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रही हैं.#MahsaAmini #Qatar2022 pic.twitter.com/go2cP9WeqD
— Zee MP-Chhattisgarh (@ZeeMPCG) November 22, 2022
दरअसल, ईरान में इस साल सितंबर में 22 साल की लड़की महसा अमिनी की पुलिस हिरासत में मौत के बाद से यहाँ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। महिलाएँ सड़कों पर उतरकर हिजाब उड़ा रही हैं। अपने बाल काट रही हैं। वहीं ईरान में प्रदर्शनकारियों को दबाने के लिए लाठीचार्ज किया जा रहा है। ईरान में 2 महीने से चल रहे विरोध प्रदर्शनों ने 43 साल पहले 1979 में हुई उस क्रांति की यादें ताजा कर दी हैं, जिसने देश को पूरा बदलकर रख दिया था।
वहीं, ईरान ने लाइव टेलिकास्ट के दौरान मैच से पहले लाइन में लगे खिलाड़ियों के फुटेज को सेंसर कर दिया है, क्योंकि जिस वक्त राष्ट्रगान बजाया गया था, सभी खिलाड़ी खामोश थे।
मैच की पूर्व संध्या पर कप्तान एहसान हजसाफी ईरान की टीम के पहले सदस्य थे, जिन्होंने विश्व कप के दौरान अपने देश में चल रहे विरोध प्रदर्शन पर बात की। उन्होंने कहा, “हम उनके साथ हैं। उनका समर्थन करते हैं। हमें उनसे सहानुभूति है।” उधर खिलाड़ी करीम अंसारीफर्ड और मुर्तजा पोरालीगंजी ने शुक्रवार (18 नवंबर, 2022) को ईरान में चल रहे महिलाओं के विरोध प्रदर्शन के बारे में किसी भी सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया, जबकि डच क्लब फेयेनोर्ड के मिडफील्डर अलीरेजा जहानबख्श ने कहा कि इस तरह के सवाल टीम को भ्रमित करने के लिए एक चाल है।
उल्लेखनीय है कि ईरान में सितंबर 2022 को पहले 22 साल की महसा को निर्ममता से पीट-पीट कर कोमा में पहुँचाया। कथिततौर पर महसा ने ईरान में रहकर सही से हिजाब नहीं पहना था इसलिए पुलिस ने उस पर हमला किया और उन्हें इतना मारा कि उनका पहले ब्रेन डेड हुआ, वो कोमा में गईं और उसके बाद उनकी मृत्यु हो गई। बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा, मंदाना करीमी और नेटफ्लिक्स की हिट सीरीज सेक्रेड गेम्स में काम कर चुकी एलनाज नोरौजी ने हिजाब का विरोध करते हुए 11 अक्टूबर 2022 को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया था।
इस वीडियो को उन्होंने ‘मॉय बॉडी-मॉय चॉइस’ का नाम दिया था। इसमें वह कैमरे के सामने एक-एक करके अपने सारे कपड़े उतारती हुई नजर आ रही थीं।
स्रोत : ऑप इंडिया