ज्येष्ठ कृष्ण ४ , कलियुग वर्ष ५११५
भारतीय मानचित्रके विकृतीकरणका प्रकरण
सांगलीके मारुति चौकमें हिंदू जनजागृति समितिद्वारा धरना आंदोलन !
सांगली – १० वीं कक्षाकी भूगोल एवं इतिहासकी पुस्तकोंमें किए गए मानचित्रके विकृतीकरणके निषेधार्थ हिंदू जनजागृति समितिद्वारा २५ मईको धरना आंदोलन किया गया । इस अवसरपर बोलते समय श्री. पवारने कहा कि राष्ट्रीय शैक्षणिक अभ्यासक्रमके इतिहासकी पुस्तकमें छत्रपति शिवाजी महाराजके विषयमें केवल ४ पंक्तिया एवं क्रांतिकारियोंके विषयमें अयोग्य जानकारी दी गई है तथा अब तो महाराष्ट्रमें इतिहास एवं भूगोलकी पुस्तकोंमें मानचित्रके विषयमें चूकें की जा रही हैं । यह सब जानबूझकर किया जा रहा है एवं अयोग्य शिक्षा देकर देशप्रेम नष्ट करनेका षडयंत्र रचा जा रहा है । हमें अभी ही जागृत होकर इसका विरोध करना चाहिए, भाजपाके नगरसेवक श्री. पृथ्वीराज पवारने यहांपर ऐसा आवाहन किया ।
इस आंदोलनमें हिंदू जनजागृति समितिके राष्ट्रीय मार्गदर्शक पू. डॉ. चारुदत्त पिंगळे एवं पू. स्वामी सनातन चैतन्य सम्मिलित हुए थे । ( संतोंको आंदोलन करनेके लिए विवश करनेवाले राजनेताओंको परिवर्तित करने हेतु `हिंदू राष्ट्र’ की स्थापर्नाति अनिवार्य है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात ) आंदोलनके अवसरपर वहांके नागरिक चारों बाजूसे खडे होकर चौराहेमें होनेवाले प्रतिष्ठित व्यक्तियोंके भाषण सुन रहे थे ।
भविष्यमें कोई देशद्रोह नहीं सहन किया जाएगा, ऐसा निश्चय करें ! – पू. डॉ. चारुदत्त पिंगळे, राष्ट्रीय मार्गदर्शक, हिंदू जनजागृति समिति
मानचित्रका विकृतीकरण देशद्रोह है; मात्र शासन संबंधित व्यक्तियोंपर घटनाके अनुसार कार्यवाही नहीं करता । यह सरकारका घटनाद्रोह है । अरुणाचल प्रदेश, बंगाल तथा असमकी स्थिति विकट है एवं अब महाराष्ट्रका समय आ गया है मानचित्रका विकृतीकरण करनेके संदर्भमें हिंदू जनजागृति समिति हिंदू विधिज्ञ परिषदसे विचार-विमर्श कर रही है । यदि आवश्यकता पडी, तो समय आनेपर न्यायालयमें अभियोग प्रविष्ट कर अपराधीको दंड होनेतक हम अनुवर्ती प्रयास करेंगे । हिंदुओको ऐसा निश्चय करना चाहिए कि भविष्यमें कोई देशद्रोह सहन नहीं किया जाएगा ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात