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छत्तीसगढ : हनुमान मंदिर को हटाने के लिए बुलडोजर लेकर पहुंचे अधिकारी, प्रतिमा कर दी क्षतिग्रस्त

हिन्दुओं ने किया विरोध प्रदर्शन

छत्तीसगढ की राजधानी रायपुर में एक मंदिर को हटाने को लेकर नगर निगम के विरोध में हिंदू संगठनों ने मोर्चा खोला। हिन्दू संगठनों का आरोप है कि, निगम कर्मचारियों ने मंदिर को क्षतिग्रस्त किया है। स्थानीय लोगों ने इस कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन भी किया है। उनका कहना है कि मंदिर में रखी मूर्ति को भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश हुई है। लोगों ने अर्पण इकट्ठा कर टूटे मंदिर की फिर से मरम्मत की घोषणा की है।

मिली जानकारी के अनुसार, यह विवाद ‘रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड’ द्वारा करवाई जा रही शहर के कथित सौंदर्यीकरण की कार्रवाई के दौरान खड़ा हुआ। यहां लाखेनगर चौक से राजकुमार कॉलेज के बीच पड़ने वाली सडक को चौड़ा किया जा रहा था। बताया जा रहा है कि इस कार्रवाई की जद में कुछ घरों के अलावा 5 मंदिर भी आ रहे हैं। कुछ मूर्तियों को लोगों की सहमति से अलग जगह स्थानांतर भी कर दिया गया। ये मूर्तियां माई की बगिया नाम की जगह पर जमा की गई हैं जहां उनकी नए सिरे से प्राण प्रतिष्ठा करवाई जा रही है।

इस दौरान प्राचीन बजरंग बली की मूर्ति भी हटाने की कोशिश की जाने लगी। इस बात की जानकारी होते ही हिन्दू संगठन मौके पर जमा हो गए। उनका कहना था कि मूर्ति की पूंछ मंदिर से सटी हुई है और हटाने पर मूर्ति क्षतिग्रस्त हो जाएगी। इस दौरान अधिकारियों से उन्होंने बहस की। बाद में अन्य स्थानीय लोग भी घटनास्थल पर जमा हो गए। लोगों ने मूर्ति को सही सलामत हटाने के लिए कहा है। श्रद्धालुओं का कहना है कि जब तक हनुमान जी की मूर्ति को सही सलामत निकाले जाने का भरोसा नहीं दिया जाता तब तक मूर्ति अपनी जगह पर ही रहेगी।

वहीं इस मुद्दे पर जोन 5 के कमिश्नर राकेश गुप्ता ने भरोसा दिया है कि मामले का सर्वसम्मति से संतोषजनक समाधान निकाल लिया जाएगा।

वही एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, मूर्ति हटाने पहुंचे निगम के अधिकारियों ने स्थानीय लोगों को सूचित नहीं किया था। इसी के साथ निगम द्वारा मंदिर के खिलाफ शाम को कार्रवाई करना बताया गया है जबकि अधिकारियों द्वारा इसे दिन में करने के लिए कहा गया था। बताया जा रहा है कि निगम मंदिर पर बुलडोजर ले कर पहुँचा था, जिस पर लोगों ने सख्त आपत्ति जताई है।

स्रोत: ऑप इंडिया

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