हिन्दू जनजागृति समिति एवं हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों द्वारा सौंपा गया ज्ञापन
बेंगलुरु : कर्नाटक में हिंदू जनजागृति समिति और श्री राम सेना से जुड़े दुर्गा सेना जैसे हिंदू संगठनों ने एंटी लव जिहाद पुलिस स्क्वॉड बनाने की मांग की है। इसके लिए इन संगठनों ने एक अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत इन संगठनों के कार्यकर्ता भाजपा के सभी नेताओं और मंत्रियों से मिलकर उन्हें एक ज्ञापन सौंप रहे हैं। इस ज्ञापन में मांग की जा रही है कि, कर्नाटक की भाजपा सरकार जल्द से जल्द एंटी लव जिहाद पुलिस स्क्वॉड बनाए, ताकि लव जिहाद के चंगुल में फंसने वाली हिंदू लड़कियों का बचाया जा सके। इन संगठनों का आरोप है कि कुछ कट्टरपंथी मुस्लिम लव जिहाद जैसी साजिश के तहत हिंदू लड़कियों से मुस्लिम लड़कों की शादी करा रहे हैं। ऐसे में ये जरूरी हो गया है कि उत्तर प्रदेश की तरह कर्नाटक में भी पुलिस का एक विशेष दल गठित किया जाए।
Establish a special 'Anti-Love Jihad Police Force' to prevent incidents of conversion through Love Jihad and strictly implement the Prohibition of Conversion Act!
– Appeal to Karnatak Hon'ble Home Minister from Hindu JanaJagruti Samiti & Durga Vahini@HinduJagrutiOrg@PTI_News pic.twitter.com/79cr57Ut2b
— ?Mohan gowda?? (@Mohan_HJS) December 11, 2022
गृहमंत्री ने मिले हिंदू संगठनों के लोग
इस अभियान के तहत हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं प्रदेश के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र और कई दूसरे बीजेपी नेताओं से मुलाकात कर उन्हें मेमोरेंडम दिया। इसके बाद बीजेपी के राष्ट्रीय जनरल सेक्रेटरी सी.टी.रवि से भी आज मुलाकात की और उनसे एंटी लव जिहाद स्क्वॉड बनाने में समर्थन की अपील की। सीटी रवि ने कहा कि वो इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से बात करेंगे और अगर जरूरत पड़ी, तो विधानसभा में भी इस मुद्दे को उठाया जाएगा।
'We met the Hon. Home Minister Araga Jnanendra bringing to his notice the increasing cases of Love Jihad, requesting him to set up 'Special Task force' against Love Jihad & strict implementation of 'Prohibition of Conversion Act.' – @Mohan_HJS State Spokesperson, @HinduJagrutiOrg pic.twitter.com/LpIuA8DuJn
— HJS Karnataka (@HJSKarnataka) December 11, 2022
कर्नाटक सरकार ने बनाया है कानून
हालांकि इस साल कर्नाटक सरकार ने कर्नाटक प्रोटेक्शन ऑफ राइट टू फ्रीडम ऑफ रिलीजन कानून बनाया है। जिस में अगर शादी सिर्फ धर्मांतरण के लिए की गई होगी, तो उस शादी को रद्द करने का प्रावधान भी है। हिंदू संगठनों को लग रहा है कि अब सिर्फ कानून बनाने से कुछ नहीं होगा, बल्कि सख्त कार्रवाई से ही लव जिहाद को रोका जा सकता है।
स्रोत : न्यूज नेशन