सितंबर में उत्तर प्रदेश के बाद मध्य प्रदेश में भी मदरसों का सर्वे शुरू हुआ था। इसे लेकर सरकार का रुख साफ था कि जो भी गैरकानूनी मिलेगा उसपर कड़ी कार्रवाई होगी। उस समय राज्य की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने जी मीडिया से खास बातचीत में कहा था कि मदरसा बोर्ड और शिक्षा विभाग की अनुमति के बिना चल रहे मदरसों पर कार्रवाई की जाएगी। इसी सिलसिले में अब मदरसों का सिलेबस भी जांच को घेरे में आ गया है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सभी मदरसों के सिलेबस की जांच के आदेश दिए हैं। इसके लिए जिलों के कलेक्टरों को निर्देश जारी हुए हैं।
Madhya Pradesh government has taken seriously the matter of teaching books like Talimul Islam to Hindu children in madrassas. Collector will investigate what is being taught in madrassas of the state:@drnarottammisra pic.twitter.com/HXcAaFl8I1
— brijesh dwivedi (@brijeshbhopal) December 18, 2022
हाल ही में मध्य प्रदेश में मदरसे का औचक निरीक्षण हुआ था। इसे राज्य बाल संरक्षण आयोग ने किया था। उस दौरान एक किताब मिली थी, जिसका नाम ‘तालीमुल इस्लाम’है। विदिशा के तोपपुरा की गलियों में मदरसा मरियम मदरसे में कुछ हिंदू बच्चों के पढ़ने की शिकायत आई थी। इसके बाद इस मदरसे का निरीक्षण करने टीम पहुंची थी। इसी को ध्यान में रखते हुए एमपी के गृह मंत्री ने मदरसों के पठन सामग्री की जांच के निर्देश दिए हैं। पिछले दिनों एमपी के मदरसों में अनुचित पठन सामग्री को लेकर सामने आई खबरों के बाद सरकार सख्त दिखाई दे रही है। प्रदेश के सभी मदरसों के सिलेबस की जांच होगी। कलेक्टर ने कहा है कि जिला शिक्षा अधिकारयों के माध्यम से जांच की जाएगी। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मामले पर कहा की जिलों के कलेक्टरों को निर्देशित करेंगे कि वह मदरसों की पठन सामग्री की स्कूटनी करवा लें, ताकि किसी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके।
In Madhya Pradesh, Children are reading the book 'Talimul Islam' in madrassas.
It reads- "Whoever does not believe in Allah is a 'Qafir' & 'Qafirs' won't be spared".
As per Reports, This is in Vidisha & Many Hindu children also study here.
Will .@zoo_bear FACT CHECK? pic.twitter.com/xgtrMDMIku
— The Analyzer (News Updates?️) (@Indian_Analyzer) December 17, 2022
गृह मंत्री ने कहा मदरसों में बच्चों को तालीमुल इस्लाम जैसी किताब पढ़ाने के मामले को लेकर सरकार गंभीर है। प्रदेश के कुछ मदरसों में आपत्तिजनक विषय पढ़ाने की जानकारी सामने आई है। इस संबंध में और जानकारी जुटाई जा रही है। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए सभी कलेक्टरों को निर्देशित किया जाएगा है कि वह शिक्षा विभाग के अधिकारियों से मदरसों में पढ़ाए जाने वाले पाठ्यक्रमों कि स्कूटनी कराए ताकि पठन सामग्री व्यवस्थित रहे। यह भी पता चल सके कि मदरसों में पढ़ाए जाने वाले पाठ्यक्रम में और कितना सुधार की जरूरत है। गृह मंत्री ने कहा कि सरकार इस मामले में गंभीर है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि बच्चों का पाठ्यक्रम में विवादित विषयों की किताबें शामिल नहीं हो।
स्रोत: zee news