लव जिहाद विरोधी कानून बनाएंगे; धर्मांतरण को लेकर सरकार गंभीर : मुख्यमंत्री
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भगवामय बना नागपुर
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महिलाओं-युवतियों का रहा विशेष सहभाग !
नागपुर – लव जिहाद के विरोध में महाराष्ट्र सरकार निश्चितही कड़ा कानून लाने वाली है । साथ ही धर्मांतरण की समस्या के बारे में भी सरकार गंभीरता से विचार कर रही है, ऐसा स्पष्ट आश्वासन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री. एकनाथ शिंदे जी ने ‘हिंदू जनसंघर्ष मोर्चा’ के प्रतिनिधि मंडल को विधान भवन में दिया । प्रतिनिधिमंडल में बाळासाहेबकी शिवसेना के मुख्य प्रतोद एवं आमदार श्री. भरतशेठ गोगावले, आमदार श्री. महेंद्र दळवी, भाजपा के माजी मंत्री डॉ. परिणय फुके, शिवसेना के भूतपूर्व सांसद श्री. आनंदराव अडसुळ, अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महासभा के श्री. श्यामसुंदर सोनी, ब्राह्मण महासभा के श्री. आनंद घारे, हिंदू जनजागृति समिति के महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ राज्य संगठक श्री. सुनील घनवट, तथा समिति के विदर्भ समन्वयक श्री. श्रीकांत पिसोळकर सम्मिलित थे । इस आंदोलन की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री महोदय ने आंदोलनकारियों को बुलाकर विषय की जानकारी ली । इस समय हिंदू जनजागृति समिति द्वारा प्रकाशित ‘लव जिहाद’ यह ग्रंथ मुख्यमंत्री को भेट स्वरूप देकर ‘लव जिहाद’ की भीषणता से अवगत कराया गया ।
Hindu voices unite! Ask for respite from Love Jihad & Religious Conversion! Grand #Hindu_Jansangharsh_Morcha in Nagpur concludes with delegates including @sg_hjs submitting a petition to Maha CM @mieknathshinde.@HinduJagrutiOrg grateful to hon'ble CM for accepting the petition. pic.twitter.com/PQjjUH6l4R
— HinduJagrutiOrg (@HinduJagrutiOrg) December 21, 2022
आंदोलन स्थल पर भाजपा के आमदार श्री. मंगेश चव्हाण, बाळासाहेबकी शिवसेना आमदार सर्वश्री महेंद्र थोरवे, भरतशेठ गोगावले, महेंद्र दळवी, भाजपके माजी मंत्री डॉ. परिणय फुके, विश्व महावीर ट्रस्ट के संस्थापक जैनमुनी नीलेशचंद्र महाराज, सनातन संस्था के संत पूजनीय अशोक पात्रीकर, सनातन संस्थाके राष्ट्रीय प्रवक्ते श्री. चेतन राजहंस तथा अनेक मान्यवर उपस्थित थे । इस समय अनेक मान्यवरोंने मार्गदर्शन किया ।
हिन्दू युवती श्रद्धा वालकर के आफताब द्वारा 35 टुकडे किए जाने का प्रकरण अभी शांत भी नहीं हुआ था, तभी दिलदार अंसारी के द्वारा झारखंड राज्य की एक हिन्दू युवती के 50 टुकड़े किए जाने की हृदय विदीर्ण करनेवाली घटना सामने आई है; साथ ही छल, बल एवं कपट की नीति अपनाकर चल रहे धर्मपरिवर्तन के कारण देश के 28 में से 9 राज्यों में हिन्दू अल्पसंख्यक हो गए हैं । भारत के और टुकडे न हों; इसके लिए हिन्दू जनजागृति समिति एवं समस्त हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों ने नागपुर विधानभवन पर ‘हिन्दू जनसंघर्ष मोर्चा’ निकालकर महाराष्ट्र सरकार से ‘लव जिहाद’ एवं ‘धर्मांतरण’ विरोधी कठोर कानून बनाने की मांग की गई । इस मोर्चे में महिलाओं तथा युवतियों ने बडी संख्या में भाग लिया । इस मोर्चे के लिए विदर्भ सहित महाराष्ट्र के अन्य क्षेत्रों से हजारों की संख्या में आए हिन्दुओं ने हाथ में भगवा ध्वज लेकर ‘हर हर महादेव’, ‘जय श्रीराम’ का उद्घोष कर संपूर्ण नागपुर को आज भगवामय बना दिया ।
इस मोर्चे में संत, महंत, धर्माचार्य, वारकरी संप्रदाय, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल, अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद, अखिल भारतवर्षीय महेश्वरी महासभा, श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान, अखिल भारतीय ब्राह्मण महासंघ, पूज्य शदानी दरबार, राष्ट्रीय युवा गठबंधन, राजपूत करणी सेना, विश्व सनातन संघ, नाथूराम हिन्दू महासभा, अखिल विश्व सरयूपारीण ब्राह्मण महासंघ, वैश्य एकता परिषद, राष्ट्रीय वारकरी परिषद, राष्ट्रसेविका समिति, वनवासी कल्याण आश्रम, पुरोहित महासंघ, धर्मवीर आध्यात्मिक आघाडी, जैन संगठन, स्वामी समर्थ संप्रदाय, श्री संप्रदाय, इस्कॉन, गायत्री परिवार, हिन्दू विधिज्ञ परिषद, रणरागिनी, सनातन संस्था, हिन्दू जनजागृति समिति इन संगठनों सहित भाजपा, बाळासाहेबकी शिवसेना, शिवसेना उद्धव बाळासाहेब ठाकरे एवं अन्य राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता बडी संख्या में सहभागी हुए । इस मोर्चे में महिला दल, भगवा ध्वज दल, अधिवक्ता, कीर्तनकार, उद्यमी आदि अनुशासित पद्धति से सहभागी थी । नागपुर के यशवंत स्टेडियम से निकला यह मोर्चा महाराष्ट्र बैंक, झांसी रानी चौक, वराइटी चौक, फ्रीडम पार्क से होते हुए नागपुर विधान भवन के पास विसर्जित हुआ ।
हाथ में लिए गए फलकों के द्वारा ‘हिन्दू युवतियों लव जिहाद के षड्यंत्र की शिकार होने से बचो’, ‘आफताब को फांसी दो’, ‘धर्मांतरण ही राष्ट्रांतरण है’, ‘धर्मांतरित हिन्दुओं को पुनः स्वधर्म में लाया जाए’, ‘आंतरधर्मीय विवाह का पंजीकरण न्यायालय में कर, क्या वह लव जिहाद है? इसकी जांच हो’, ‘लव जिहाद की विषाक्त जड को कुचल डालो’, ‘लव जिहाद के लिए दी जानेवाली आर्थिक सहायता तथा उसके द्वारा की जानेवाली आतंकी गतिविधियों की जांच हो’, ‘लव जिहाद एवं धर्मांतरण रोकने के लिए पुलिस की विशेष शाखा का गठन किया जाए’ आदि विभिन्न मांगें की गईं तथा इस विषय में नारेबाजी भी की गई ।