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डेविड अस्थाना के खिलाफ धर्मांतरण विवाद में नया खुलासा
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सीतापुर पुलिस का खुलासा, आरोपितों को कई देशों से मिली फंडिंग
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पुलिस का दावा, डेविड ने एफसीआरए नियमों का किया है उल्लंघन
सीतापुर: उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। सीतापुर पुलिस ने गुरुवार को कथित धर्म परिवर्तन मामले में मुख्य आरोपी डेविड अस्थाना द्वारा संचालित एनजीओ को किए गए विदेशी फंडिंग का पता लगाने का दावा किया है। डेविड और उनकी पत्नी रोहिणी पर 19 दिसंबर को ब्राजील के पर्यटकों के साथ सीतापुर का दौरा करने के बाद जबरन धर्मांतरण के आरोप में मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि मामले में चल रही जांच में सामने आया है कि डेविड ने विदेशी अंशदान (विनियमन) कानून (FCRA) का उल्लंघन किया था। उन्होंने वर्ष 2014-15 के दौरान अमेरिका, दक्षिण कोरिया, ब्राजील, केन्या और अर्जेंटीना से भारी धन प्राप्त किया और अधिकारियों को इसका कोई रिकॉर्ड नहीं दिया।
एएसपी नरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि हमने डेविड के तीन बैंक खातों में कई लाख रुपये का पता लगाया है और जब उसका सामना किया गया तो वह उचित कारण बताने में विफल रहा। एएसपी ने कहा कि हमने स्थानीय अदालत से डेविड की 14 दिन की पुलिस हिरासत मांगी है, जिस पर सुनवाई शुक्रवार को होगी। पुलिस ने डेविड द्वारा संचालित एनजीओ के चार्टर्ड अकाउंट को भी तलब किया है। जांच से जुड़े पुलिस सूत्रों ने खुलासा किया कि उन्होंने 2018-19 से एक करोड़ रुपये के दान का पता लगाया है। अधिक विवरण प्राप्त करने के लिए जल्द ही अन्य वित्तीय अधिकारियों को लिखेंगे।
12 दानदाताओं की मिली है जानकारी
पुलिस का दावा है कि डेविड को भारी मात्रा में दान देने वाले 12 दानदाताओं का पता लगाया गया है। इसमें कैलिफोर्निया से सैंड्रा, हेनरी और टेक्सास से जेम्स इसमें शामिल रहे हैं। इसके अलावा चर्च के ब्रैड स्प्रिंकलर और कैलिफोर्निया से पार्कसन, इलिनोइस से कैथरीना और पादरी इसमें शामिल हैं। एक दानदाता पार्क दक्षिण कोरिया से हैं और दूसरा एंड्रयू केन्या के नैरोबी से है। रिवाल्डो जोस डासिल्वा ब्राजील से हैं। इसके अलावा दो अन्य अर्जेंटीना से हैं।
पुलिस ने कहा कि डेविड ने दक्षिण कोरिया, अर्जेंटीना और ब्राजील का दौरा किया था। जांच से पता चला है कि उपरोक्त सभी लोगों से दान एक ई-गेटवे के माध्यम से डेविड के खाते में आया। एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया कि इसे चेन्नई में कैल्वेरी चर्च के माध्यम से सुविधा प्रदान की गई।
धर्मांतरण के लिए करता था सभा
पुलिस अधिकारी ने कहा कि डेविड 2017 से पहले कथित रूप से धर्मांतरण के लिए सीतापुर और आसपास के जिलों के गांवों में बड़ी सभाओं का आयोजन करता था। सूत्रों ने कहा कि घर बनाने के लिए पहले डेविड ने सदरपुर थाना क्षेत्र के सहबाजपुर गांव में एक संपत्ति खरीदी थी, लेकिन बाद में इसे एक हॉल के रूप में बनाया गया था। अब इसका इस्तेमाल लोगों को एक जगह जमा करने के लिए किया जा रहा था।
एएसपी ने ब्राजील के उन पर्यटकों के बारे में बताया जो डेविड के साथ आए थे। उनकी पहचान रिवाल्डो जोस डासिल्वा, मैगनोलिया मारो लारोनजेरा, गुलहेराम नसीमेंटो एडल्गो और अलेक्जेंडर डीसिल्वा के रूप में हुई। उन्हें 29 दिसंबर तक भारत छोड़ने का निर्देश दिया गया।
स्रोत: नवभारत टाइम्स