जबरन धर्मांतरण का आरोप, गांव में हो रहा था प्रार्थना सभा का आयोजन
बिहार के समस्तीपुर जिले के एक गांव में सोमवार (26 दिसंबर 2022) को ग्रामीणों ने तेलंगाना के एक दंपती को बंधक बना लिया। ग्रामीणों और हिंदू संगठनों ने इन पर लालच देकर लोगों को धर्मांतरित करने की कोशिश का आरोप लगाया है। हालांकि इस संबंध में पुलिस से किसी तरह की शिकायत किए जाने की सूचना नहीं है। जिस व्यक्ति को लोगों ने धर्मांतरण के आरोप में बंधक बनाया है उसकी पहचान तेलंगाना के निवासी 55 वर्षीय एसुबा के रूप में की गई है ।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पासवान टोले क्षेत्र की एक स्थानीय महिला पर आरोप है कि, उसने तेलंगाना के एक दंपती को बुलवाकर प्रार्थना सभा आयोजित करवाई। इसकी जानकारी जैसे ही हिंदू संगठनों को हुई वे बस्ती में पहुंच गए। कार्यक्रम का विरोध किया। कुछ समय बाद स्थानीय ग्रामीण भी विरोध में जुट गए। करीब 10 लोगों को ग्रामीणों ने घेर लिया।
जिस दंपती को बंधक बनाया गया था उन्होंने अपनी पहचान तेलंगाना के जागा लक्ष्मण राव और ललिता के तौर पर बताई। मुख्य आरोपित आंध्र प्रदेश का 55 वर्षीय एसुबा बताया जा रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक घर के अंदर चल रही प्रार्थना सभा में पानवा देवी, जयनारायण आदि भी मौजूद थे। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में एक कोट-पैंट पहने व्यक्ति को कुछ लोगों ने घेर रखा है।
समस्तीपुर में धर्मांतरण कराने के शक में ग्रामीणों ने एक दंपति को काफी देर तक बंधक बनाये रखा। pic.twitter.com/7oF5GniBcv
— News18 Bihar (@News18Bihar) December 27, 2022
मिली जानकारी के मुताबिक हंगामे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने भीड़ से कुल 10 लोगों को बाहर निकाला। इनमें 3 महिलाएं, 2 पुरुष और अन्य बच्चे थे। तेलंगाना के दंपती ने बताया कि, वे क्रिसमस पर समस्तीपुर चर्च में प्रार्थना के लिए आए थे। इसी दौरान स्थानीय लोगों ने उनसे अपने गांव में आने का अनुरोध किया था। इन लोगों के पास से ईसाइयत से जुड़ा पर्चा और किताब भी बरामद होने की बात की जा रही है। बताया जा रहा है कि पुलिस को अभी तक मामले में कोई शिकायत नहीं मिली है।
स्रोत: ऑप इंडिया