जलगांव की हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा में लव जिहादविरोधी कानून बनाने की सहस्रों हिन्दुओं की मांग !
जलगांव – हिन्दू राष्ट्र की मांग की आवाज देहली में पहुंचनी चाहिए; कारण निर्णय वहां होनेवाला है । रावेर के आसपास के क्षेत्र में न केवल गोतस्करी हो रही है, अपितु गोरक्षकों पर आक्रमण भी हो रहे हैं । यहां प्रत्येक गोरक्षक की रक्षा के लिए मैं देहली से खडा हूं । यहां के प्रसिद्ध केले उत्पादक हिन्दू किसानों का व्यवसाय उनके हाथों से जाने का समय आ गया है । यहां के ‘एरंडोल का पांडववाडा गुढीपाडवे से पहले हिन्दुओं को सुपुर्द करें’, ऐसे आवाहन इस सभा के माध्यम से मैं आज कर रहा हूं । ‘सिमी’का गढ रहे, ‘लव जिहादियों’का आश्रयस्थान, ऐसे जलगांव-खांडवा रेल्वेमार्ग से लगकर दोनों ओर ‘भूमि जिहाद’ हुए जलगांव की इस सभा के लिए मैं जानबूझकर यहां आया हूं । यह ‘खान’देश’ नहीं, अपितु ‘कान्हादेश’ है । इसके महाभारतकालीन भक्कम प्रमाण हैं । इसलिए ४० सहस्र वर्ष पुराने इतिहासवाले इस प्रदेश को आज से ‘कान्हादेश’ कहना आरंभ करें, ऐसा आवाहन कर ‘सुदर्शन न्यूज’के मुख्य संपादक श्री. सुरेश चव्हाणके ने उपस्थित सहस्रों हिन्दुओं से केंद्रशासन से की जानेवाली ‘लव जिहाद’ की मांग कहलवा ली ।
२५ दिसंबर को जलगांव में आयोजित हुई हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा के प्रमुख वक्ता के रूप में श्री. चव्हाणके बोल रहे थे । सभा के उपलक्ष्य में शहर में अनेक स्थानों पर भगवे झंडे लगाए गए थे, इसके साथ ही इस अवसर पर हिन्दुत्वनिष्ठों ने भगवे रंग की टोपियां, भगवे ‘टी शर्ट’ परिधान करने से जलगांव शहर भगवामय हो गया था । राष्ट्रभावना जागृत करनेवाली दमदार घोषणाएं देते हुए हिन्दुत्वनिष्ठ सभास्थल पर प्रवेश करने से उपस्थित हिन्दुओं में उत्साह निर्माण हो गया । इस हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा के लिए आधुनिकतावादी एवं धर्मांध संगठनों का विरोध होने के पश्चात भी सहस्रों हिन्दुओं ने सभा में उपस्थित होकर सिद्ध किया कि उनका यह निश्चय पक्का है कि ‘जो हिन्दू हित की बात करेगा, वही देश पर राज करेगा !’